
हरियाणा के कॉलेज और विश्वविद्यालयों में अब नहीं होगी अंतिम सेमेस्टर के छात्रों की परीक्षा
क्या है खबर?
हरियाणा सरकार ने राज्य के विश्वविद्यालयों, तकनीकी संस्थानों और कॉलेजों में अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के अंतिम और इंटरमीडिएट सेमेस्टर के छात्रों की परीक्षाएं न कराने का निर्णय लिया है।
मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा की है।
कोरोना वायरस महामारी के कारण देश और राज्य में बढ़ते मरीजों के मामलों को देखते हुए ये निर्णय लिया गया है।
अब छात्रों को बिना परीक्षा ही पास किया जाएगा।
प्रमोट
आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर किया जाएगा प्रमोट
समाचार एजेंसी PTI के अनुसार छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन और पिछले सेमेस्टर में उनके द्वारा प्राप्त नंबरों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा।
खट्टर ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक ट्वीट के जरिए यह जानकारी लोगों के साथ साझा की है।
बता दें कि इससे पहले हरियाणा उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग ने कहा था कि अंतिम वर्ष की परीक्षाएं एक से 31 जुलाई के बीच की जाएंगी, लेकिन अब इन्हें रद्द कर दिया गया है।
परीक्षा
बाद में ग्रेड सुधारने के लिए दे सकते हैं परीक्षा
इसके अलावा छात्रों के पास राज्य में सामान्य स्थिति होने के बाद परीक्षा देकर अपनी ग्रेड में सुधार करने का एक मौका होगा। दूरस्थ शिक्षा (डिस्टेंस लर्निंग) और प्राइवेट छात्रों के लिए भी यह लागू किया जाएगा।
राज्य के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि यदि कोई विश्वविद्यालय ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करना चाहता है तो वह ऐसा कर सकता है, लेकिन उसे यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी छात्र ऑनलाइन परीक्षा देने के लिए सक्षम हों।
स्कूली शिक्षा
स्कूलों के छात्रों के लिए भी लिया गया बड़ा फैसला
कॉलेजों के छात्रों के अलावा स्कूल के छात्रों के लिए भी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया गया है।
खट्टर ने एक ट्वीट के जरिए बताया कि दूरवरर्ती शिक्षा कार्यक्रम के तहत राज्य में स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए एक अहम कदम उठाया गया है।
उन्होंने बताया कि टेलीविजन के साथ किए गए करार के तहत एजूसेट के चारों चैनल अब जियो के प्लेटफॉर्म पर फ्री में उपलब्ध होंगे।
छात्र
लाखों छात्रों को होगा फायदा
इस कदम के कारण अब छात्र स्मार्टफोन, लैपटॉप और टेबलेट आदि पर भी एजूसेट के चारों चैनलों को देख पाएंगे।
इससे राज्य के सरकारी और प्राइवेट स्कूल के केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के छात्रों के अलावा अन्य सभी बोर्ड्स के हिंदी और अंग्रेजी मीडियम के लगभग 52 लाख छात्रों को लाभ मिलेगा।
बता दें कि कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से राज्य में मध्य मार्च से स्कूल बंद हैं।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में नहीं होंगी परीक्षाएं
इसी तरह महाराष्ट्र के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में अंतिम वर्ष की परीक्षाओं का आयोजन टाला जा सकता है।
सरकारी प्रस्ताव के अनुसार राज्य में कोरोना वायरस के मामलों की बढ़ती संख्या के कारण अंतिम वर्ष की परीक्षाएं आयोजित करना संभव नहीं है।
बता दें कि पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों को बिना परीक्षा ही प्रमोट करने का निर्णय पहले ही ले लिया गया था।