दिल्ली में लोगों को कोरोना वैक्सीन देने के लिए क्या योजना बनाई गई है?
क्या है खबर?
देश में कोरोना की वैक्सीन जल्द उपलब्ध होने की उम्मीद को देखते हुए राज्यों ने इसके वितरण की तैयारियां तेज कर दी है।
दिल्ली सरकार ने भी इसके लिए योजना तैयार कर ली है। दिल्ली में वैक्सीन को स्टोर करने के लिए 609 जगहों की पहचान की गई है।
इसके अलावा सरकार ने सोमवार से उन स्वास्थ्यकर्मियों को ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी है, जो वैक्सीनेशन में शामिल होंगे। यह एक दिन की ट्रेनिंग होगी।
आइए जानें अन्य बातें।
स्टोरेज
इन जगहों पर स्टोर की जाएंगी वैक्सीन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली में राजीव गांधी सुपर स्पैशियलटी अस्पताल, लोकनायक अस्पताल, कस्तूरबा अस्पताल, बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल, GTB अस्पताल और कई मोहल्ला क्लिनिक में वैक्सीन को स्टोर किया जाएगा। इनमें से राजीव गांधी अस्पताल में सबसे ज्यादा स्टोरेज की क्षमता है।
मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर सुनीता गर्ग को वैक्सीनेशन अभियान के तहत जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ नियुक्त किया गया है।
वैक्सीनेशन के लिए और भी तैयारियां की गई हैं।
वैक्सीनेशन
लगभग 3,500 कर्मचारियों को दी जाएगी ट्रेनिंग
दिल्ली में लगभग 3,500 स्वास्थ्यकर्मियों की पहचान की गई है, जो वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में शामिल होंगे।
इनमें से 1,800 कर्मचारी उन स्थानों पर तैनात किए जाएंगे, जहां वैक्सीन स्टोर की जाएगी। इन 3,500 कर्मियों में 600 निजी क्षेत्र के हैं।
उन सभी स्थानों पर कर्मचारियों को वैक्सीनेशन के लिए तैनात किया जाएगा, जहां पर वैक्सीन स्टोर की जाएंगी।
स्टोरेज वाली सभी जगहों की निगरानी के लिए 600 मेडिकल अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई है।
वैक्सीनेशन
ट्रेनिंग में क्या बताया जाएगा?
ट्रेनिंग के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वायरस वैक्सीन, इसके बनने का तरीका, लोगों को कैसे इसकी खुराक दी जाएगी समेत कई बातों की जानकारी दी जाएगी।
साथ ही उन्हें 'कोविन' सॉफ्टवेयर के बारे में बताया जाएगा। सरकार ने वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए यह सॉफ्टवेयर तैयार किया है।
इसके अलावा उन्हें वैक्सीन को लेकर लोगों के बीच फैलने वाली गलत धारणाओं को दूर करने के तरीकों के बारे में भी बताया जाएगा।
वैक्सीन स्टोरेज
स्टोरेज वाली जगहों पर मौजूद होंगी ये सुविधाएं
जिन स्थानों पर वैक्सीन स्टोर की जाएंगी, वहां पर डीप फ्रीजर, रेफ्रिजरेटर, वॉकिंग कूलर, वैक्सीन कैरियर और थर्माकोल कैरियर आदि की सुविधा मौजूद है। इनकी सुरक्षा के भी पर्याप्त इंतजाम किए जाएंगे।
जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली में सबसे पहले 1.80 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। इसके बाद प्राथमिकता समूह में शामिल दूसरे लोगों की बारी आएगी।
भारत सरकार ने प्राथमिकता समूह में लगभग 30 करोड़ लोगों को शामिल किया है।
प्राथमिकता समूह
शुरुआती दौर में इन लोगों को मिलेगी वैक्सीन
केंद्र सरकार की योजना के अनुसार, वैक्सीन उपलब्ध होने पर देश के लगभग एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को सबसे पहले इसकी खुराक दी जाएगी।
इसके बाद शुरुआती दौर में ही महामारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात दूसरे कर्मचारियों जैसे पुलिसकर्मी, सशस्त्र बलों के जवान आदि, 50 साल से अधिक उम्र के लोगों और अन्य बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को इसकी खुराक दी जाएगी।
एक व्यक्ति को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए दो खुराकें दी जाएंगी।
कोरोना वैक्सीन
तीन कंपनियों ने किया है आपात इस्तेमाल की मंजूरी के लिए आवेदन
भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII), भारत बायोटेक और फाइजर ने अपनी वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी मांगी है।
तीनों कंपनियों ने अपना आवेदन ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को भेज दिया है।
उम्मीद की जा रही है कि इस महीने के अंत तक इन आवेदनों पर फैसला आ जाएगा। अगर वैक्सीन्स को हरी झंडी मिलती है तो अगले महीने से वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा।
जुलाई तक वैक्सीनेशन का शुरुआती दौर पूरा हो सकता है।
कोरोना वायस
दिल्ली और देश में क्या है संक्रमण की स्थिति?
राजधानी दिल्ली में अब तक 6,07,454 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें से 10,014 मरीजों की मौत हो चुकी है।
वहीं अगर पूरे देश की बात करें तो बीते दिन कोरोना के 27,071 नए मामले सामने आए और 336 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 98,84,100 हो गई है। इनमें से 1,43,355 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 3,52,586 हो गई है।