कोरोना वायरस: देश में सक्रिय मामलों में गिरावट जारी, ट्रांसमिशन रेट 1 से नीचे
भारत में बीते कुछ दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार धीमी हुई है। अब देश में ट्रांसमिशन रेट या रिप्रोडक्टिव नंबर (R) कम होकर 0.92 पर आ गई है। एक सप्ताह पहले यह 1 से ऊपर पहुंच गई थी। ट्रांसमिशन रेट के 1 से नीचे आने का मतलब यह है कि देश में सक्रिय मामलों की संख्या घट रही है। संक्रमण पर काबू पाने के लिए ट्रांसमिशन रेट का 1 से कम रहना जरूरी है।
क्या बताती है ट्रांसमिशन रेट?
ट्रांसमिशन रेट यह बताती है कि किसी आबादी में संक्रमण कितने तेज रफ्तार से फैल रहा है। R वैल्यू आमतौर पर उन लोगों की संख्या मापने की दर होती है, जो एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आकर महामारी की चपेट में आ रहे हैं।
पिछले सप्ताह 1 से ज्यादा थी R वैल्यू
भारत में R वैल्यू की गणना चेन्नई स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमेटिकल साइंसेस (IIMSc) के शोधकर्ता सीताभ्रा सिन्हा की टीम करती है। द प्रिंट से बात करते हुए सिन्हा ने बताया, "पिछले हफ्ते हमने जो वैल्यू देखी थो वो 1 से ज्यादा थी। अच्छी बात यह है कि वो लगातार जारी नहीं रही है। हालांकि, महाराष्ट्र में अभी भी R वैल्यू 1 से ज्यादा बनी हुई है। पिछले सप्ताह यहां यह 1.06 थी, जो इस हफ्ते 1.08 हो गई है।"
गुजरात और पंजाब में भी R वैल्यू 1 से ज्यादा
महाराष्ट्र के अलावा पंजाब और गुजरात में भी R वैल्यू 1 से ज्यादा बनी हुई है। गुजरात में यह पिछले हफ्ते के 1.10 से घटकर 1.08 पर आ गई है। वहीं पंजाब में यह पिछले महीने की शुरुआत से ही 1.12 पर स्थिर है। इनमें से महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे मामले हैं। R वैल्यू के 1 से ज्यादा होने का मतलब है कि यहां सक्रिय मामले बढ़ रहे हैं, जो चिंता का विषय है।
दिल्ली, तमिलनाडु और केरल में 1 से नीचे
दूसरी तरफ दिल्ली, तमिलनाडु और केरल में R वैल्यू 1 से कम हो गई है। देश के सर्वाधिक सक्रिय मामले वालों राज्यों में दिल्ली, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना ऐसे हैं, जहां R वैल्यू लगातार 1 से कम बनी हुई है। केरल में इस सप्ताह यह 0.91 और दिल्ली में 0.78 पर आ गई है। इसके विपरित तमिलनाडु, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में यह बढ़कर क्रमश: 0.98, 0.84 और 0.98 पर पहुंच गई है।
इन राज्यों में भी घटी ट्रांसमिशन रेट
इनके अलावा बीते सप्ताह राजस्थान, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा और मध्य प्रदेश में यह 1 से ज्यादा थी, जो इस सप्ताह घटकर 1 से कम हो गई है। इसका मतलब है कि यहां सक्रिय मामले कम हो रहे हैं। किसी महामारी में सक्रिय मामले काफी महत्व रखते हैं क्योंकि इन्हीं लोगों से दूसरे लोगों के संक्रमित होने का खतरा रहता है। साथ ही सक्रिय मरीज कम होने से स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ने वाला दबाव भी कम होता है।
देश में महामारी की क्या स्थिति?
देश में कोरोना वायरस के कुल मामले 95 लाख से अधिक हो गए हैं। भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 35,551 नए मामले सामने आए और 526 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 95,34,965 हो गई है, वहीं 1,38,648 लोगों को इस खतरनाक वायरस के संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 4,22,943 हो गई है।