हिमाचल प्रदेश में सुक्खू मंत्रिमंडल का विस्तार, विक्रमादित्य सिंह समेत इन्हें बनाया गया मंत्री
क्या है खबर?
हिमाचल प्रदेश में करीब एक महीने बाद आखिकार मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है।
आज रविवार सुबह राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने सभी सात नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इससे पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ही शपथ ली थी। राज्य में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या 12 से अधिक नहीं हो सकती है।
आइये जानते हैं किन-किन को सुक्खू मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
शपथ ग्रहण
वरिष्ठ विधायक चंद्र कुमार ने ली मंत्री पद की शपथ
रिपोर्ट के मुताबिक, हिमाचल सरकार के नए मंत्रिमंडल में चंद्र कुमार को शामिल किया गया है। वो ज्वाली विधानसभा (कांगड़ा) से पांचवीं बार विधायक बने हैं और पूर्व में सांसद रह चुके हैं।
कुमार मंत्रिमंडल में शामिल नेताओं में सबसे वरिष्ठ विधायक हैं और प्रोटेम स्पीकर भी रह चुके हैं।
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) नेताओं में कुमार सबसे बड़ा चेहरा हैं और उन्हें मुख्यमंत्री पद के संभावित चेहरों में से एक माना जा रहा था।
मंत्रिमंडल विस्तार
धनीराम शांडिल्य भी मंत्रिमंडल में शामिल
सुक्खू मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले मंत्रियों में दूसरा नाम धनीराम शांडिल्य का है।
शांडिल्य सोलन से तीसरी बार के विधायक हैं और इससे पहले दो बार सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा वह एक बार हिमाचल प्रदेश के मंत्री भी रहे हैं।
धनीराम एक प्रमुख दलित नेता हैं और वह उपमुख्यमंत्री पद न मिलने के चलते नाराज थे, जो विपक्ष के पूर्व नेता मुकेश अग्निहोत्री को मिला है।
मंत्रिमंडल में शामिल करके इन्हें मनाने की कोशिश की गई है।
मंत्रिमंडल विस्तार
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य भी बने मंत्री
सुक्खू मंत्रिमंडल में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को भी जगह मिली है। वह दूसरी बार शिमला ग्रामीण से विधायक चुने गए हैं।
विक्रमादित्य की मां और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी इस बार मुख्यमंत्री की रेस में शामिल थीं, जिन्हें सुक्खू ने पछाड़ दिया था।
इसके साथ ही सिलाई विधानसभा (सिरमौर) से छठी बार चुने गए हर्षवर्धन चौहान को भी मंत्री बनाया गया है। इन्हें सुक्खू के करीबियों में गिना जाता है।
मंत्रिमंडल विस्तार
इन्हें भी मिली सुक्खू मंत्रिमंडल में जगह
इसके अलावा शिमला की कुसुमप्टी सीट से लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए अनिरुद्ध सिंह को भी मंत्री बनाया गया है।
साथ ही किन्नौर से विधायक जगत नेगी को भी जनजातीय समीकरण साधते हुए मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। नेगी वीरभद्र सरकार में विधानसभा उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री राम लाल ठाकुर के पोते रोहित ठाकुर को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। ठाकुर जुबलकोटखाई से चौथी बार विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं.
विधानसभा नतीजे
हिमाचल प्रदेश में 40 सीटें जीतकर कांग्रेस ने बनाई सरकार
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कुल 68 सीटों में से कांग्रेस 40 सीटें जीती थीं, जबकि बहुमत के लिए 35 सीटों की जरूरत थी। भाजपा के हिस्से इस चुनाव में 25 सीटें आईं और तीन सीटों पर अन्य उम्मीदवार विजयी हुए।
हालांकि, आम आदमी पार्टी (AAP) को इस चुनाव में कोई सफलता हाथ नहीं लगी और हिमाचल प्रदेश में हर पांच साल में सरकार बदलने का क्रम इस बार भी जारी रहा।