सरकार ने सभी लोगों से की घर पर बना मास्क इस्तेमाल करने की अपील
देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस (COVID-19) मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से घर पर बने मास्क इस्तेमाल करने की अपील की है। मंत्रालय ने कहा कि सोशल डिस्टैंसिंग के साथ-साथ घर पर बने मास्क स्वच्छता बनाए रखने में मदद करेंगे। मंत्रालय ने उन लोगों को भी मास्क पहनने की सलाह दी है, जिनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
स्वस्थ लोग भी पहनें मास्क- सरकार
मंत्रालय ने कहा है, 'स्वस्थ लोगों को भी घर से बाहर निकलते समय घर पर बने मास्क पहनने की सलाह दी जाती है। इससे समाज को संक्रमण से बचाने में मदद मिलेगी। यह मास्क ऐसे बना होना चाहिए, जिससे मुंह और नाक ढंक जाए और इसे चेहरे से बांधा जा सके।' हालांकि, यह सलाह स्वास्थ्यकर्मियों और संक्रमित व्यक्तियों की देखरेख में लगे लोगों पर लागू नहीं होगी क्योंकि उन्हें विशेष सुरक्षा उपकरणों की जरूरत होती है।
मास्क पहनने से पहले हाथ धोने की सलाह
मंत्रालय ने हर व्यक्ति के लिए दो मास्क बनाने की सलाह दी है ताकि एक गंदा होने की स्थिति में दूसरा इस्तेमाल किया जा सके। बयान में कहा गया है, 'मास्क के इस्तेमाल के बावजूद हाथ धोना जरूरी है। मास्क पहनने से पहले भी हाथ धोना जरूरी है।' बता दें कि अमेरिका में भी सभी लोगों से मास्क पहनने की अपील की गई है। हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप ही मास्क पहनने के अनिच्छुक दिखे।
मास्क वायरस से बचाने में कैसे मदद करते हैं?
मुंह और नाक को ढककर मास्क श्वसन नली में वायरस को घुसने से रोकते हैं। हाल ही में हुई रिसर्च में पता चला है कि कोरोना वायरस तीन घंटे तक हवा में रह सकता है। ऐसी स्थिति में ये कारगर साबित होंगे। वहीं यह वायरस अलग-अलग सतहों पर घंटों तक रह सकता है। अगर आप किसी सतह को छूकर अपने मुंह के पास हाथ लाते हैं तो भी मास्क के कारण हाथ मुंह और नाक के संपर्क में नहीं आएगा।
नई रिसर्च ने बढ़ाई चिंता
पहले के दिशानिर्देशों में स्वस्थ लोगों के मास्क पहनने की जरूरत नहीं बताई गई थी, लेकिन एक रिसर्च के बाद नए दिशानिर्देश जारी हुए हैं। इस रिसर्च में बताया गया है कि कोरोना वायरस सांस लेने और बोलने से भी फैल सकता है। यह तीन घंटों तक हवा में रह सकता है। इसके बाद सरकारों की चिंताएं और बढ़ गई है क्योंकि अगर यह वायरस हवा के जरिये फैलना शुरू हो गया तो इसका संक्रमण रोकना मुश्किल हो जाएगा।
घर पर बना मास्क कितना कारगर है?
घर पर बना मास्क भले ही प्रोफेशनल मास्क जितना कारगर नहीं होता, लेकिन यह बाहरी कणों को मुंह और नाक में जाने से बचा सकता है। साथ ही कोई भी मास्क न होने से बेहतर कपड़े का मास्क है। 100 फीसदी सूती कपड़े से बना मास्क बाहरी कणों को रोकने में सर्जिकल मास्क की तुलना में 70 प्रतिशत तक कारगर होता है। भले ही वो कण कोरोना वायरस से पांच गुणा छोटे क्यों न हो।
योगी सरकार बनवा रही 66 करोड़ मास्क
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खादी के 66 करोड़ ट्रिपल लेयर मास्क बनाने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार ने कहा कि गरीबों को ये मास्क फ्री में दिये जाएंगे, जबकि अन्य लोगों को इसके लिए मामूली कीमत चुकानी होगी।