कुलदीप सेंगर के भाई की मौत, पीड़िता के कार एक्सीडेंट मामले में था आरोपी
उन्नाव रेप केस के मुख्य आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के छोटे भाई मनोज सिंह सेंगर का शनिवार को दिल्ली में निधन हो गया। उसकी मौत की वजह हार्ट अटैक को माना जा रहा है। मनोज पर रेप पीड़िता की कार की काली नंबर प्लेट वाले ट्रक से टक्कर मामले में केस चल रहा था। इस टक्कर में पीड़िता के दो संबंधियों की मौत हो गई थी जबकि वो और उसकी वकील गंभीर रूप से घायल हुए थे।
पीड़िता के परिवार ने टक्कर को बताया था साजिश
28 जुलाई को रायबरेली में हुई इस टक्कर को रेप पीड़िता के परिवार ने साजिश बताया था। सेंगर पर जेल से ये साजिश रचने का आरोप लगाते हुए उन्होंने मामले में 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इन आरोपियों में सेंगर का छोटा भाई मनोज भी शामिल था। मनोज पर आपराधिक साजिश, हत्या, हत्या की कोशिश और आपराधिक धमकी की धाराओं के तहत केस चल रहा था। इस बीच शनिवार को उसकी मौत हो गई।
मनोज की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
मनोज को शनिवार सुबह 2:30 बजे के आसपास सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत के बाद मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। 'न्यूज 18' से बात करते हुए सेंगर के भतीजे प्रखर प्रताप सिंह ने कहा, "ये परिवार के लिए एक झटका है। मेरे चाचा की मौत का कारण अभी नहीं पता है। अभी पोस्टमार्टम किया जा रहा है और तभी पता चलेगा कि आखिर उन्हें क्या हुआ था।"
सेंगर के केस के सिलसिले में दिल्ली आया था मनोज
मनोज अपने भाई कुलदीप सेंगर के केस के सिलसिले में दिल्ली आया हुआ था। सेंगर अभी दिल्ली की रोहिणी जेल में बंद है और तीस हजारी कोर्ट में उस पर दर्ज मुकदमों की सुनवाई चल रही है। सेंगर पर आरोप है कि जब 2017 में पीड़ित लड़की अपने रिश्तेदारों के साथ उसके उन्नाव स्थित घर पर नौकरी मांगने आई तो उसने उसका रेप किया। ट्रक से टक्कर मामले में उस पर हत्या का मामला भी दर्ज किया गया है।
पिछले साल अप्रैल में किया गया था सेंगर को गिरफ्तार
सेंगर के खिलाफ पीड़ित परिवार की लड़ाई 2017 से ही जारी है। तब एक साल तक कहीं से इंसाफ नहीं मिलने के बाद पीड़िता और उसकी मां ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर के सामने आत्मदाह की कोशिश की जिससे मामला राष्ट्रीय सुर्खियों में आया। इसके बाद मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के हवाले किया गया जिसने पिछले साल 13 अप्रैल को सेंगर को गिरफ्तार किया। हालांकि इस बीच इंसाफ के लिए पीड़ित परिवार का संघर्ष कम नहीं हुआ।
कार एक्सीडेंट के बाद फिर से राष्ट्रीय सुर्खियों में आया मामला
इस साल जुलाई में रायबरेली की जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही पीड़िता और उसके परिवार की गाड़ी की टक्कर ट्रक से हो गई। इसमें दो संबंधियों की मौत हुई और पीड़िता और उसकी वकील गंभीर रूप से घायल हुई। पहले लखनऊ और फिर AIIMS में महीनों जीवन के लिए संघर्ष करने के बाद उन्हें हाल ही में AIIMS से छुट्टी दी गई। इसके बाद पीड़िता ने फिर से अपनी जान को खतरा होने का दावा किया।
CBI ने चार्जशीट में कहा, रेप के एक हफ्ते बाद हुआ पीड़िता का गैंगरेप
इस बीच CBI ने मामले में अपनी चार्जशीट दाखिल की। इस चार्जशीट में बताया गया कि रेप के एक हफ्ते बाद सेंगर के तीन सहयोगियों ने पीड़िता का गैंगरेप किया था। इन्होंने पीड़िता का अपहरण कर उसका गैंगरेप किया था।