हरियाणा सरकार ने दीपावली से पहले ग्रीन पटाखों को छोड़कर अन्य सभी पटाखों पर लगाया बैन
क्या है खबर?
हरियाणा सरकार ने वायु प्रदूषण की समस्या को देखते हुए इसे रोकने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।
इसके तहत राज्य में इस बार दीपावली पर ग्रीन पटाखों को छोड़कर अन्य सभी पटाखों पर प्रतिबंध रहेगा। इस संबंध में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सोमवार शाम को विस्तृत आदेश भी जारी कर दिया है।
इसके तहत अब राज्य में ग्रीन पटाखों के अलावा अन्य पटाखों के निर्माण, भंडारण, बेचान और चलाने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।
आदेश
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने क्या जारी किया आदेश?
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश में कहा गया है कि बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट कह चुका है कि प्रदूषण स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। इसी तरह राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) भी आदेश जारी करता रहा है।
बोर्ड ने कहा कि अक्तूबर से जनवरी तक प्रदेश में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है। इससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है। इसलिए जनता की भलाई में आगामी आदेश तक पटाखों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
निर्देश
जिला उपायुक्तों को दिए आदेशों की पालना कराने के निर्देश
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अपने आदेश में सभी जिला उपायुक्तों को आदेशों की सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा अभियान चलाकर अवैध रूप से बिक रहे पटाखों को जब्त करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है।
इस आदेश के बाद पटाखा कारोबार में लगे लोगों को बड़ा झटका लगा है। व्यापारियों ने बाजारों से पटाखे हटाना शुरू कर दिया है। हालांकि, व्यापारी ग्रीन पटाखों का कारोबार जारी रखेंगे।
अपील
प्रदूषण बोर्ड के चेयरमैन ने की आदेश की पालना की अपील
राज्य प्रदूषण बोर्ड के चेरमैन राघवेंद्र राव ने कहा कि बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर विशेषज्ञों की रिपोर्ट के साथ सुप्रीम कोर्ट और NGT के फैसलों को देखते हुए पटाखों पर प्रतिबंध लगाया गया है। पटाखों से प्रदूषण अधिक फैलता है।
बोर्ड की अपील है कि प्रदूषण वाले पटाखे न जलाएं और पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में मदद करें।
बता दें कि पिछले साल दिवाली के समय नौ जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंच गया था।
जानकारी
हरियाणा में पिछले साल 14 जिलों में लगा था पटाखों पर बैन
हरियाणा में पिछले साल NCR के 14 जिलों में पटाखे जलाने पर बैन लगाया गया था और अन्य जिलों में मात्र दो घंटे तक पटाखे जलाने की छूट दी थी। उसके बाद भी यमुनानगर में AQI 999 और पानीपत में 711 पर पहुंच गया था।
बयान
प्रदूषण रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है सरकार- खट्टर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि पर्यावरण के लिहाज से सरकार ने सभी प्रबंध किए हैं। आज केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से एक बैठक भी हुई है।
उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक पराली जलाने की घटनाओं पर संज्ञान लेकर कार्रवाई की गई है। लोग सतर्क हैं और सरकार ने प्रति एकड़ पराली प्रबंधन पर 1,000 रुपये इंसेंटिव देने के साथ गौशाला के लिए पराली खरीदने पर भी राहत दे रही है।
रोक
"दीपावली पर चलाए जा सकेंगे केवल ग्रीन पटाखे"
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा, "राज्य में अब तक पराली जलाने की महज 81 घटनाएं हुए हैं और उनके खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है। थर्मल पावर प्लांट में भी पराली के इस्तेमाल को लेकर एक टेंडर प्रक्रिया जारी है।"
उन्होंने कहा, "प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। इस बार प्रदेश में दीपावली पर ग्रीन पटाखे ही चलेंगे और अन्य पटाखों पर बैन लगा दिया गया है। इसे लेकर आदेश भी जारी कर दिया गया है।"