
गैरकानूनी सट्टेबाजी ऐप मामले में सुरेश रैना ED के सामने हुए पेश, जानिए पूरा मामला
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार खिलाड़ी सुरेश रैना बुधवार (13 अगस्त, 2025) को नई दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश हुए। उनसे कथित अवैध सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की गई। रैना से बयान दर्ज करने की प्रक्रिया मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत की जाएगी। ED इस मामले में कई और लोगों से भी पूछताछ कर चुकी है और रैना की पेशी को जांच के लिए अहम माना जा रहा है।
मामला
क्या है पूरा मामला?
38 साल के रैना को ED ने 13 अगस्त को अवैध सट्टेबाजी मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था। यह मामला 1xBet नामक ऐप से जुड़ा है, जिससे रैना का संबंध कुछ विज्ञापनों और प्रमोशन के जरिए बताया जा रहा है। ED अधिकारी पूछताछ के दौरान इस ऐप से रैना के संबंधों और संभावित भूमिका को समझने की कोशिश कर रहे थे। यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग के तहत दर्ज है और जांच एजेंसी इसे गंभीरता से देख रही है।
नजर
ED की नजर 100 से ज्यादा मशहूर हस्तियों पर
ED के अनुसार रैना ने इस ऐप का प्रचार किया था और इसके लिए उन्हें भुगतान मिला। मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत यदि कोई व्यक्ति अपराध से अर्जित धन का लाभार्थी तो वह व्यक्ति मामले में संदिग्ध माना जाता है। इसी आधार पर ED रैना की भूमिका और उनसे जुड़े वित्तीय लेनदेन की जांच कर रही है। रैना के अलावा ED की नजर 100 से ज्यादा मशहूर हस्तियों पर है।
जांच
ED कई मामलों की कर रही है जांच
ED कई ऐसे मामलों की जांच कर रही है, जिनमें अवैध सट्टेबाजी ऐप शामिल हैं। आरोप है कि इन ऐप्स ने लाखों लोगों और निवेशकों को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है और भारी मात्रा में कर चोरी की है। जांच में सामने आया है कि ये ऐप्स ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए सट्टेबाजी कराते थे और पैसों के लेनदेन में हेराफेरी करते थे। ED इन मामलों में आरोपियों से पूछताछ कर चुका है और कड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।
पैसे
IPL में हो रही अवैध सट्टेबाजी
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) मैचों से जुड़े अवैध सट्टेबाजी मामलों पर कार्रवाई करते हुए ED ने पिछले साल कुछ आरोपियों की 337 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। इनमें एक मामला ऑनलाइन प्लेटफॉर्म 'फेयरप्ले' से जुड़ा है, जिसके निदेशकों पर IPL मैचों का अवैध प्रसारण और विभिन्न ऑनलाइन सट्टेबाजी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। ED की जांच में इन गतिविधियों से बड़े पैमाने पर कमाई और मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिलने की बात सामने आई है।