इस्लामिक स्टेट ने ली लंदन आतंकी हमले की जिम्मेदारी, कहा- हमारा लड़ाका था उस्मान
क्या है खबर?
आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) ने शुक्रवार को इंग्लैंड के मशहूर लंदन ब्रिज पर हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।
IS ने हमला करने वाले 28 वर्षीय आतंकी उस्मान खान को अपना लड़ाका बताया है। हालांकि, उसने अपने इस दावे के पक्ष में कोई सबूत पेश नहीं किया है।
बता दें कि शुक्रवार को उस्मान ने लंदन ब्रिज पर चाकूबाजी की थी जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि तीन लोग घायल हुए थे।
बयान
IS ने कहा, गठबंधन देशों के नागरिकों को निशाना बनाने के आह्वान का असर
शनिवार को IS की समाचार एजेंसी अमाक न्यूज ने बयान जारी करते हुए इस हमले की जिम्मेदारी ली।
इसमें कहा गया है, "'लंदन हमला करने वाला व्यक्ति इस्लामिक स्टेट का लड़ाका था और उसने गठबंधन देशों के नागरिकों को निशाना बनने के आह्वान के जवाब में ऐसा किया।"
बयान में IS के खिलाफ सैन्य कार्रवाई में शामिल देशों को गठबंधन देश कहा गया है।
IS ने उस्मान के साथ अपने संबंधों को लेकर कोई सबूत पेश नहीं किया है।
लंदन ब्रिज आतंकी हमला
क्या हुआ था लंदन ब्रिज पर हुए आतंकी हमले में?
शुक्रवार दोपहर दो बजे उस्मान खान ने लंदन ब्रिज पर कैदियों के पुनर्वास को लेकर हो रही कैब्रिज यूनिवर्सिटी की एक कॉन्फ्रेंस में छात्रों और लोगों पर चाकू से हमला कर दिया था।
इस हमले में दो लोगों की मौत हुई थी जबकि तीन लोग घायल हुए थे।
टीवी पर प्रसारित घटना की तस्वीरों में उस्मान को चाकू लेकर घूमते हुए देखा जा सकता है।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे मौके पर ही गोली मारकर ढेर कर दिया था।
आतंकी गतिविधियां
उस्मान का पुराना आतंकी रिकॉर्ड, हुई थी जेल की सजा
उस्मान खान पहले भी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है और 2012 में उसे लंदन स्टॉक एक्सचेंज को बम से उड़ाने की साजिश में शामिल होने के लिए सजा सुनाई गई थी।
उसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में अपनी पैतृक जमीन पर आतंकी शिविर शुरू करने की योजना बनाने का दोषी भी पाया गया था।
कश्मीर में आतंकी हमले और ब्रिटेन की संसद पर 26/11 की तर्ज पर हमला करने के लिए वो ये आतंकी शिविर बनाना चाहता था।
जानकारी
दिसंबर 2018 में मिली थी जमानत
इससे पहले 2008 में भी उस्मान के घर पर एक आतंकरोधी अभियान के तहत छापा पड़ा था। 2012 के आतंकी साजिश मामले में उसे दिसंबर 2018 में जमानत दी गई थी और पुलिस इलेक्ट्रॉनिक टैग के जरिए उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी।
अन्य घटना
2017 में भी हुआ था ऐसा ही आतंकी हमला
शुक्रवार को हुए इस आतंकी हमले ने 2017 में लंदन ब्रिज पर ही हुए ऐसे ही आतंकी हमले की यादें ताजा कर दीं।
इस हमले में तीन हमलावरों ने पहले अपनी वैन को पैदल चल रहे लोगों पर चढ़ाया और फिर उससे निकलकर पास के बाजार में जाकर चाकूबाजी की।
इस हमले में आठ लोग मारे गए थे जबकि 48 लोग घायल हुए थे।
IS से जुड़े होने का दावा करने वाले तीनों हमलावरों को पुलिस ने मार गिराया था।