ISRO की बड़ी सफलता, आपदा प्रबंधन और इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए लॉन्च किया उपग्रह
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने गुरुवार को एक और बड़ी सफलता हासिल कर ली है।
ISRO ने दोपहर 03:40 बजे नेल्लोर के सतीश धवन स्पेस सेंटर से संचार उपग्रह CMS-01 को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया। इस उपग्रह को PSLV-C50 रॉकेट से लॉन्च किया गया।
इस उपग्रह लॉन्च का कई दिनों से इंतजार किया जा रहा था, लेकिन मौसम की मुश्किलों के कारण वैज्ञानिक इसकी इजाजत नहीं दे रहे थे।
काउंटडाउन
ISRO ने बुधवार से शुरू किया था लॉन्चिंग के लिए काउंटडाउन
ISRO ने CMS-01 उपग्रह को लॉन्च करने के लिए बुधवार दोपहर 02:41 बजे से काउंटडाउन शुरू कर दिया था।
उस दौरान ISRO ने 25 घंटे बाद यानी बुधवार दोपहर 03:40 बजे नेल्लोर के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्चिंग का समय निर्धारित किया था।
इसके बाद से ही ISRO के अधिकारियों की दिल की धड़कने बढ़ी हुई थी। ऐसे में दोपहर में उपग्रहों की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के साथ अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
उपग्रह
ISRO का 42वां संचार उपग्रह है CMS-01
ISRO के अध्यक्ष डॉ के सिवन ने बताया कि उपग्रह CMS-01 को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया गया है।
यह ISRO का 42वां संचार उपग्रह है और इसे भारत की मुख्य भूमि, अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप को कवर करने वाले फ्रीक्वेंसी स्पेक्ट्रम के विस्तारित सी-बैंड में सेवाएं मुहैया करने के लिए तैयार किया गया है।
इसके अलावा यह उपग्रह आपदा प्रबंधन और बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी मुहैया कराने में भी खासी मदद करेगा।
कार्यक्रम
सात साल तक चलेगा कार्यक्रम
ISRO की ओर से तैयार किया गया यह मिशन अंतरिक्ष में सात साल तक काम करेगा। ये उपग्रह GSET-12 की जगह लेगा, जो कि साल 2011 में लॉन्च किया गया था। CMS-C50 का लॉन्च साल 2020 के लिए ISRO का आखिरी स्पेस प्रोग्राम है।
बताया जा रहा है ISRO लंबे समय से इस प्रोग्राम की तैयारी कर रहा था।
बता दें कि ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) का यह कुल 52वां अभियान है तथा XL कॉन्फ़िगरेशन में 22वीं उड़ान है।
पृष्ठभूमि
ISRO ने नंवबर में लॉन्च किया था EOS-01 उपग्रह
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के बीच ISRO ने इस साल अपने अभियान की शुरुआत गत 7 नवंबर को की थी।
उस दौरान ISRO ने नया इतिहास रचते हुए श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से EOS-01 (अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट) को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था।
उस उपग्रह को PSLV-C49 रॉकेट से लॉन्च किया गया। इस रॉकेट के जरिए देश के रडार इमेजिंग उपग्रह (सैटेलाइट) और नौ अन्य विदेशी उपग्रहों को भी भेजा गया था।