सोमवार से शुरू होगा संसद का बजट सत्र, प्रधानमंत्री मोदी ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
प्रधानमंत्री मोदी की नई सरकार का पहला संसद सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। इससे पहले रविवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। हर सत्र से पहले बुलाई जाने वाली इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने महत्वपूर्ण बिलों पर सभी दलों का समर्थन मांगा है। राज्यसभा में NDA अभी भी बहुमत से दूर है, ऐसे में महत्वपूर्ण बिल पारित कराने के लिए उसे सभी पार्टियों का समर्थन जरूरी है।
राज्यसभा में NDA के 102 सदस्य
लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के पास 353 सदस्यों के साथ भारी बहुमत है, लेकिन 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में NDA के 102 सदस्य हैं। ऐसे में यह NDA लोकसभा के मुकाबले कमजोर पड़ जाता है।
तीन तलाक बिल पर टिकी निगाहें
राज्यसभा में NDA का बहुमत नहीं होना तीन तलाक बिल के पास होने की राह में रोड़ा बना हुआ है। सरकार एक बार फिर इस सत्र में बिल पास करेगी। यह बिल पिछली बार लोकसभा में पारित नहीं हो सका था। न सिर्फ विपक्ष बल्कि जनता दल (यूनाइटेड) ने भी इस मामले में सरकार का साथ नहीं दिया और बिल का विरोध किया था। ऐसे में इस सत्र में एक बार फिर इस बिल पर निगाहें लगी हुई हैं।
इन नेताओं ने लिया बैठक में हिस्सा
सर्वदलीय बैठक में संसदीय कार्यों के मंत्री प्रह्लाद जोशी, अर्जुन राम मेघवाल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस की तरफ से गुलाम नबी आजाद, तृणमूल कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी और डेरेक'ओ ब्रायन और नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारुक अब्दुल्ला ने हिस्सा लिया। बता दें, संसद का बजट सत्र 17 जून से लेकर 26 जुलाई तक चलेगा। सत्र के पहले दो दिन नए सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद 20 जून को राष्ट्रपति कोविंद संसद को संबोधित करेंगे।
हार के सदमे में है विपक्ष
विपक्ष अभी तक लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के सदमे से बाहर नहीं निकल पाया है। हर सत्र से पहले विपक्ष की एक बैठक होती है, जिसमें सत्र के दौरान अपनाई जाने वाले रणनीति पर चर्चा होती है, लेकिन अभी सत्र शुरू होने में कुछ ही घंटे बाकी है और इस बैठक का कोई अता-पता नहीं है। कांग्रेस इस बार भी नेता विपक्ष का पद हासिल नहीं कर पाएगी। चुनावों में कांग्रेस को केवल 52 सीटें मिली हैं।
कांग्रेस के नेता सदन का नाम भी तय नहीं
अपने इतिहास में सबसे बुरा समय देख रही कांग्रेस ने अभी तक अपने नेता सदन के नाम का फैसला नहीं किया है। पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं। कुछ दिन पहले भाजपा से इंच-इंच लड़ने की बात कहने वाले राहुल गांधी सदन में क्या रणनीति अपनाते हैं, ये देखने वाली बात होगी। वहीं इस बार राहुल की टीम के कई सदस्य जैसे ज्योतिरादित्या सिंधिया, सचिन पायलट और दीपेंद्र सिंह हुड्डा संसद में नहीं होंगे।