लखनऊ में 9 घंटे के रोड शो के साथ शुरुआत करेंगी प्रियंका गांधी, चुनावी रणनीति तैयार
क्या है खबर?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को राजनीति के मैदान में देखने का कांग्रेस कार्यकर्ताओं का इंतजार जल्द ही खत्म होेने जा रहा है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रियंका के प्रचार की रणनीति बन कर तैयार है और वह इसकी शुरुआत 11 फरवरी को लखनऊ में रोड शो के साथ करेंगी।
खबरों के अनुसार, रोड शो 9 घंटे का होगा।
प्रियंका के साथ रोड शो में उनके भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पश्चिम यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी होंगे।
रोड शो
लखनऊ एयरपोर्ट से कांग्रेस दफ्तर तक होगा रोड शो
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर ने प्रियंका की शुरुआत के लिए पूरी रणनीति बनाई है और वह इसे लेकर दिल्ली पहुंचेंगे।
दिल्ली में शनिवार को AICC की बैठक में इस रणनीति पर मुहर लगेगी।
प्लान के मुताबिक, प्रियंका 11 फरवरी की सुबह दिल्ली से लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेंगी और यहीं से उनका 9 घंटे का रोड शो शुरु होगा।
शो एयरपोर्ट से कांग्रेस दफ्तर तक होगा और इस दौरान करीब 3 जगहों पर प्रियंका का स्वागत किया जाएगा।
साथी
राहुल और ज्योतिरादित्य भी होंगे साथ
प्रियंका रोड शो में हर चौक-चौराहे पर बनी महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करेंगी।
सफर का अंत कांग्रेस दफ्तर के बाहर चौराहे पर लगी राजीव गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ खत्म होगा।
इस दौरान राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी प्रियंका के साथ मौजूद होंगे।
रोड शो के बाद साझा प्रेस कॉन्फेंस करने के बाद राहुल दिल्ली वापस लौट जाएंगे।
प्रियंका 14 फरवरी और ज्योतिरादित्य 13 फरवरी को दिल्ली वापस लौटेंगे।
योजना
गेस्ट हाउस में ठहरेंगी प्रियंका
चार दिन के अपने दौरे में प्रियंका पार्टी दफ्तर की जगह VVIP गेस्ट हाउस में ठहरेंगी।
वह यहां से हर रोज पार्टी दफ्तर जाएंगी और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी।
प्रियंका उम्रदराज कांग्रेस नेताओं से भी मिलेंगी और उनसे चुनाव के बारे में सलाह लेंगी।
उनका कार्यक्रम इस तरह बनाया गया है कि वह ज्यादा से ज्यादा अनुषांगिक संगठनों से मिल सकें।
अपने दौरे के दौरान प्रियंका कांग्रेस दफ्तर मेें बने नए मीटिंग हॉल का भी उद्धाटन करेंगी।
पूर्वी यूपी
कांग्रेस-भाजपा की लड़ाई का केंद्र बनेगा पूर्वी यूपी
बता दें कि पिछले महीने राहुल ने अपनी बहन प्रियंका को राजनीति में उतारने का ऐलान कर सबको चौंका दिया था।
उन्हें पूर्वी यूपी का प्रभार दिया गया है, जो भारतीय जनता पार्टी का गढ़ है।
इलाके में प्रधानमंत्री मोदी का लोकसभा क्षेत्र वाराणसी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ गोरखपुर आता है।
इसका मतलब है कि प्रियंका की टक्कर सीधे मोदी और योगी से होगी और क्षेत्र लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-भाजपा की लड़ाई का केंद्र रहेगा।