EVM हैकिंग का दावा करने वाले सैयद शुजा के खिलाफ चुनाव आयोग की शिकायत, FIR दर्ज
लंदन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) हैक करने का दावा करने वाले हैकर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। दिल्ली पुलिस ने चुनाव आयोग की शिकायत पर यह प्राथमिकी दर्ज की है। FIR में शुजा के अलावा अन्यों के नाम भी दर्ज है। बता दें कि शुजा ने दावा किया था कि भारत में चुनावों में इस्तेमाल होने वाली EVM को हैक किया जा सकता है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद खूब विवाद हुआ था।
इसलिए दर्ज हुई FIR
चुनाव आयोग ने दिल्ली पुलिस को अपनी शिकायत में कहा कि शुजा ने IPC धारा 505(1) का उल्लंघन किया है। यह धारा अफवाह और दहशत फैलाने के मामले से जुड़ी है। साथ ही आयोग ने शुजा के बयान की जांच की भी मांग की है।
शुजा के दावे
खुद को EVM बनाने वाली कंपनी का पूर्व कर्मचारी बताने वाले शुजा ने दावा किया था कि 2014 के लोकसभा और 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में उसने EVM हैक की थी। शुजा का दावा है कि EVM को हैक किया जा सकता है। हालांकि, चुनाव आयोग ने इन दावों की बेबुनियाद बताया है। साथ ही शुजा ने आरोप लगाए थे कि गोपीनाथ मुंडे को 2014 लोकसभा चुनाव में हुई हैकिंग की जानकारी थी इसलिए उनकी हत्या की गई है।
चुनाव आयोग के विशेषज्ञ ने खारिज किया दावा
भारतीय चुनाव आयोग के शीर्ष तकनीकी विशेषज्ञ डॉक्टर रजत मूना ने हैकर शुजा के दावे को बेबुनियाद बताया था। NDTV से बात करते हुए मूना ने बताया कि EVM मशीनें टैंपर प्रूफ हैं और इनसे किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि EVM में किसी भी प्रकार के वायरलेस संचार के माध्यम से कोई छेड़छाड़ संभव नहीं है। बता दें, विपक्षी पार्टियां लगातार EVM की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती रही हैं।
कौन हैं सैयद शुजा?
शुजा ने दावा किया है वे EVM मशीन बनाने वाली कंपनी इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) के पूर्व कर्मचारी हैं और वे EVM बनाने की प्रक्रिया में शामिल रहे हैं। जबकि चुनाव आयोग की पड़ताल में सामने आया है कि शुजा कभी भी इस कंपनी के नियमित कर्मचारी नहीं रहे हैं। कंपनी ने कहा है कि शुजा कभी भी उनके कर्मचारी नहीं रहे हैं और न ही शुजा कभी EVM बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा थे।