EVM के वोटों से VVPAT पर्चियों के मिलान के कारण देर से आएंगे अंतिम नतीजे
क्या है खबर?
लोकसभा चुनावों के रुझान आने शुरू हो गए हैं। इन चुनावों में पहली बार VVPAT का इस्तेमाल किया गया है।
मतगणना के दौरान हर विधानसभा क्षेत्र से पांच रैंडम EVM मशीन के वोटों की संख्या का VVPAT की पर्चियों से मिलान किया जाएगा।
इस पूरी प्रक्रिया में समय लगेगा और विजेता उम्मीदवारों की घोषणा होने में समय लग सकता है।
नियमों के मुताबिक, मतगणना में सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती होती है।
नियम
EVM और VVPAT की पर्चियों से जुड़ा नियम
यह पहली बार है जब EVM के वोटों की संख्या का VVPAT की पर्चियों से मिलान किया जाएगा।
विपक्ष की मांग थी कि 100 प्रतिशत EVM के वोटों और VVPAT की पर्चियों से मिलान करने की मांग की थी।
हालांकि, सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग दोनों ने इस मांग को ठुकरा दिया था। देश में कुल 10.3 लाख पोलिंग बूथ थे, जिनमें से 20600 बूथों की EVM और VVPAT की पर्चियों का मिलान किया जाएगा।
मांग
दो मांगों को लेकर चुनाव आयोग से मिले थे विपक्षी दल
मंगलवार को कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों समेत 22 विपक्षी दल चुनाव आयोग से मिले थे।
इन दलों ने आयोग के सामने दो मांगे रखी। पहली मांग थी कि VVPAT पर्चियों की गणना मतगणना से पहले होनी चाहिए।
दूसरी मांग यह थी कि अगर विधानसभा क्षेत्र के चुने गए 5 पोलिंग स्टेशनों में VVPAT और EVM में पड़े वोटों में गड़बड़ी पाई जाती है तो सभी पोलिंग स्टेशनों पर सारी VVPAT पर्चियों का मिलान किया जाए।
सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट पहले ही खारिज कर चुका है ऐसी याचिका
सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश की बेंच 7 मई को 100 प्रतिशत EVM और VVPAT पर्चियों केे मिलान वाली याचिका को खारिज कर चुकी है।
इसके बाद एक बार फिर कुछ याचिकाकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर याचिका दायर की थी। इसे भी कोर्ट ने खारिज कर दिया।
इससे पहले अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि हर विधानसभा क्षेत्र के किन्हीं पांच बूथ की EVM में पड़े वोट और VVPAT पर्चियों का मिलान किया जाना चाहिए।
जानकारी
भाजपा ने दिल्ली बुलाए 20,000 वोट
चुनावों में अपनी जीत को लेकर आश्वस्त लग रही भारतीय जनता पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को दिल्ली बुलाया है। भाजपा ने अलग-अलग राज्यों से 20,000 कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री मोदी के 'भव्य स्वागत' के लिए दिल्ली बुलाया है।
रुझान
ये हैं बड़ी सीटों के रुझान
अगर बड़ी सीटों की बात करें तो अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी से पिछड़ रहे हैं।
राहुल अपनी दूसरी सीट वायनाड पर आगे चल रहे हैं।
वहीं, केरल के तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस नेता शशि थरूर भी पिछड़ रहे हैं।
वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गांधीनगर से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शुरुआती रुझानों में आगे चल रहे हैं।
भोपाल से भाजपा की साध्वी प्रज्ञा आगे हैं।