कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के खिलाफ भी कारगर साबित होगी तैयार हो रही वैक्सीन- सरकार
यूनाइटेड किंगडम (UK) में मिले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने पूरी दुनिया को एक बार फिर से खौफजदा कर दिया। इसके बाद लोगों के जेहन में एक ही सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या वर्तमान में तैयार हो रही वैक्सीन वायरस के नए स्ट्रेन के खिलाफ कारगर होगी? इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया कि भारत और अन्य देशों में तैयार हो रही वैक्सीन नए स्ट्रेन के खिलाफ भी कारगर साबित होगी।
UK में सामने आया था कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन
गत दिनों UK में कोरोना के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई थी। इसके कारण लोगों में काफी तेजी से संक्रमण फैल रहा है। UK के बाद फ्रांस, डेनमार्क, स्पेन, स्वीडन, नीदरलैंड्स, जर्मनी, इटली, जापान, ऑस्ट्रेलिया, लेबनान, कनाडा, भारत और दक्षिण अफ्रीका में नए स्ट्रेन के मामले सामने आ चुके हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार वायरस का नया स्ट्रेन पहले की तुलना में 70 प्रतिशत से अधिक संक्रामक है। हालांकि, उन्होंने फिलहाल इस पर और अध्ययन करने की बात कही है।
भारत में छह लोगों में मिला कोरोना का नया स्ट्रेन
बता दें कि कोरोना का नया स्ट्रेन भारत भी पहुंच चुका है। सोमवार को UK से लौटे छह लोगों को इस नए स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया है। सभी संक्रमितों को सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार अलग कमरे में आइसोलेशन में रखा जा रहा है।
वैक्सीनों से काफी मात्रा में तैयार होगी एंटीबॉडी- राघवन
प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) के विजय राघवन ने कहा, "अभी तक दुनिया में कहीं भी ऐसे सबूत नहीं मिले हैं कि तैयार हो रही वैक्सीन UK और दक्षिण अफ्रीका में मिले नए स्ट्रेन के खिलाफ काम नहीं करेगी।" उन्होंने कहा, "ज्यादातर वैक्सीन स्पाइक प्रोटीन को लक्षित करते हैं और इसके साथ सुरक्षात्मक एंटीबॉडी की एक विस्तृत श्रृंखला तैयार करते हैं। इसी तरह नए स्ट्रेन के अभी तक महामारी को और अधिक गंभीर बनाने के सबूत नहीं मिले हैं।"
9-22 दिसंबर के बीच भारत पहुंचने वाले यात्रियों की होगी जांच
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि पिछले 14 दिनों (9-22 दिसंबर, 2020) के दौरान भारत आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच की जाएगी और यदि उनमें लक्षण मिलते या फिर वह संक्रमित पाए जाते हैं तो उन्हें जीनोम अनुक्रमण के अधीन रखा जाएगा। इसके अलावा सरकार ने पिछले सप्ताह ही कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की ट्रैकिंग और संक्रमितों को आइसोलेट करने की विस्तृत गाडइलाइंस जारी कर दी थी।
नए स्ट्रेन से बचने के लिए बरतनी होगी सावधानी- वीके पॉल
NITI आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने चेतावनी देते हुए कहा वायरस का नए स्ट्रेन की खुद की अपनी रफ्तार हो सकती है। ऐसे में लोगों को बहुत सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में लोगों के कोरोना वायरस की चपेट में आने का खतरा अभी बहुत अधिक है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि वायरस पर प्रतिरक्षा दबाव नहीं डालना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे यह और अधिक म्यूटेट होता है।
वैक्सीनेशन की तैयारियों की जांच के लिए सफल रहा ड्राई रन- स्वास्थ्य मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि कोरोना वैक्सीन के वैक्सीनेशन अभियान की तैयारियों की जांच के लिए असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात के आठ जिलों में सोमवार से शुरू किया गया दो दिवसीय ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है। इसका उद्देश्य चुनौतियों की पहचान करने और उन्हें हल करने की दिशा में काम करने के लिए शुरू से अंत तक की प्रक्रिया की जांच करना था। देश में जनवरी 2021 में वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 16,432 नए मामले सामने आए और 252 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। ये पिछले छह महीने में एक दिन में सामने आए सबसे कम नए मामले हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,02,24,303 हो गई है। इनमें से 1,48,153 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 2,68,581 हो गई है।