भारत पहुंचा कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन, संक्रमित पाए गए UK से लौटे छह लोग
क्या है खबर?
यूनाइटेड किंगडम (UK) में सामने आया कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन भारत पहुंच गया है और UK से लौटे छह लोगों को इस नए स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इनमें से तीन लोगों के सैंपल बेंगलुरू की NIMHANS, दो लोगों के सैंपल हैदराबाद की CCMB और एक सैंपल पुणे की NIV लैब में नए स्ट्रेन के लिए पॉजिटिव पाए गए।
सभी लोगों को एक अलग कमरे में आइसोलेशन में रखा जा रहा है
बयान
क्वारंटाइन किए गए संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोग और परिजन
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि संक्रमित पाए गए लोगों के संपर्क में आए लोगों को भी क्वारंटाइन कर दिया गया है और उनके साथी यात्रियों और परिजनों की व्यापक कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है।
मंत्रालय ने कहा कि स्थिति पर सख्त नजर रखी जा रही है और कड़े सर्विलांस, कंटेनमेंट, टेस्टिंग और सैंपल्स को एडवांस लैब्स के पास भेजने के लिए राज्यों को लगातार सलाह दी जा रही है।
पृष्ठभूमि
कोरोना से संक्रमित पाए गए थे UK से वापस लौटे 22 यात्री
बता दें कि नए स्ट्रेन को लेकर दहशत के बीच भारत सरकार ने 21 दिसंबर को UK से आने वाली उड़ानों पर रोक का ऐलान किया था। ये प्रतिबंध 23 दिसंबर से प्रभावी होना था और इन दो दिनों में कई उड़ानें UK से भारत आईं।
इन्हीं उड़ानों से भारत आए 22 यात्रियों को संक्रमित पाया गया था और नए स्ट्रेन की मौजूदगी की जांच के लिए इनके सैंपल्स को एडवांस लैब्स के पास भेजा गया था।
जानकारी
पिछले एक महीने में UK से लौटे 114 लोग पाए गए संक्रमित
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, 25 नवंबर और 23 दिसंबर के बीच लगभग 33,000 लोग UK से भारत आए और इनमें से 114 को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। सरकार के अनुसार, बाकी सैंपल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग जारी है।
सतर्कता
नए स्ट्रेन को लेकर सतर्क है सरकार, जारी की गई है नई SOP
बता दें कि नए स्ट्रेन को अपना यहां फैलने से रोकने के लिए भारत सरकार ने UK से आने वाले यात्रियों के लिए नई मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है।
इसमें UK से आए यात्रियों का अनिवार्य RT-PCR टेस्ट और उन्हें सबसे अलग क्वारंटाइन करना शामिल है। इसके अलावा पिछले चार हफ्ते में UK से भारत आने वाले लोगों पर नजर भी रखी जा रही है और और कोई भी लक्षण दिखने पर उनका तुरंत RT-PCR टेस्ट किया जाएगा।
नया स्ट्रेन
70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है नया स्ट्रेन
कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पहली बार सितंबर में दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में पाया गया था और UK की सरकार ने इसके 70 प्रतिशत संक्रामक होने का दावा किया है।
अभी ये लंदन और UK के अन्य हिस्सों में बहुत तेजी से फैल रहा है और कुछ ही समय में यहां कोरोना वायरस का प्रमुख वेरिएंट बन गया है।
इस स्ट्रेन के अधिक घातक होने के सबूत नहीं मिले हैं, हालांकि अभी इस दिशा में और शोध किए जा रहे हैं।
अन्य देश
अब तक इन देशों में आ चुके हैं नए स्ट्रेन से संक्रमण के मामले
भारत से पहले कई अन्य देशों में भी नए स्ट्रेन से संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं और इनमें ज्यादातर यूरोपीय देश हैं। फ्रांस, डेनमार्क, स्पेन, स्वीडन, नीदरलैंड्स, जर्मनी और इटली में नए स्ट्रेन के मामले पकड़ में आए हैं।
वहीं यूरोप से बाहर जापान, ऑस्ट्रेलिया, लेबनान, कनाडा और दक्षिण अफ्रीक में नए स्ट्रेन से संक्रमण के मामले सामने आए हैं। जीनोम सीक्वेंसिंग करने पर अन्य देशों में भी इसके मामले सामने आने की आशंका जताई जा रही है।