अगर आपको इतिहास से लगाव है, तो ज़रूर करें इन पाँच जगहों की यात्रा
इस दुनिया ने कई राजवंशों के आने-जाने, कई युद्धों और कई शासकों को देखा है। इसके परिणामस्वरूप ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण टाउनशिप और शहर हैं, जिनमें ऐतिहासिक खंडहर, स्मारक, मंदिर और बहुत कुछ हैं। ऐसे में अगर आपको इतिहास से लगाव है और आप ऐतिहासिक स्थलों की तलाश में हैं, तो विश्व के कुछ जगहें आपका इंतज़ार कर रही हैं। यहाँ इतिहास प्रेमियों के लिए दुनियाभर के पाँच प्रसिद्ध ऐतिहासिक जगहों के बारे में बताया गया है।
अंगकोर वाट, कंबोडिया: दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक
राजा सूर्यवर्मन द्वितीय द्वारा 12वीं सदी में निर्मित अंगकोर वाट, खेमेर स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक है। 400 एकड़ ज़मीन पर फैला मंदिर परिसर आज पूरी दुनिया में काफ़ी लोकप्रिय है। यह दुनिया के सबसे बड़े मंदिरों में से भी एक है। जिन लोगों को ऐतिहासिक चीज़ें देखना पसंद है, उनके लिए यह जगह किसी जन्नत से कम नहीं है। यक़ीनन उन्हें यहाँ आनंद आएगा।
स्टोनहेंज, यूनाइटेड किंगडम: अनछुए और कच्चे इतिहास की गवाह
जिन लोगों को इतिहास से लगाव हो, उन्हें यूनिटेड किंगडम की यात्रा ज़रूर करनी चाहिए। स्टोनहेंज में मौजूद निओथिलिक स्मारकों से जुड़ी असंख्य किंवदंतियाँ है, जो अपने आप में एक रहस्य है। हालाँकि, हम यहाँ किसी भी किंवदंतियों की पुष्टि नहीं कर सकते हैं, लेकिन एक बात के लिए हम आपको आश्वस्त कर सकते हैं कि यह देखने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। अगर आप इतिहास को कच्चा और अनछुआ देखना चाहते हैं, तो ज़रूर जाएँ।
काहिरा, मिस्त्र: अद्भुत सांस्कृतिक विविधता और भव्य ऐतिहासिक स्थलों की जगह
नील नदी की भूमि, मिस्त्र अपनी अद्भुत सांस्कृतिक विविधता और कई भव्य ऐतिहासिक स्थलों के लिए जाना जाता है। गाजा, ग्रेट फ़ीनिक्स, किंग्स की घाटी, कर्नाक और मिस्त्र के म्यूज़ियम में पिरामिड को देखना आपके लिए काफ़ी रोमांचक हो सकता है। मिस्त्र की चित्रलिपि और वर्तनी की वास्तुकला आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। बता दें कि मिस्त्र में जाकर उन चीज़ों को देखने के बाद आप इतिहास में सैकड़ों साल पहले पहुँच जाएँगे।
पेट्रा, जॉर्डन: शहर की गुलाबी बलुआ पत्थर की वास्तुकला विस्मित कर देगी आपको
1985 में विश्व धरोहर के रूप में घोषित जॉर्डन का पेट्रा, बहुत ही ख़ूबसूरत है। इसे 'रोज़ सिटी' के नाम से भी जाना जाता है। यह कई सालों से अपने आश्चर्यजनक गुलाबी बलुआ पत्थर वास्तुकला से पर्यटकों को प्रभावित कर रहा है। माना जाता है कि पेट्रा को 312 ईसा पूर्व में स्थापित किया गया था। यहाँ इमारतों, कब्रों, स्नान घरों और मंदिरों सहित 800 से अधिक प्राचीन संरचनाएँ हैं। शहर की पानी की नाली व्यवस्था आपको हैरान कर देगी।
माचू पिच्चू, पेरू: 'लॉस्ट सिटी' जिसे 1911 में फिर खोजा गया
इतिहास में 1462 में माचू पिच्चू की प्रसिद्ध 'लॉस्ट सिटी', अब हमारे सामने एक बार फिर से समृद्ध इंकान साम्राज्य के अवशेष के रूप में सामने आई है। इस शहर को 1911 में फिर से खोजा गया था। शहर में देखने की कई जगहें हैं, जिनमें सूर्य के मंदिर, तीन खिड़कियों के कमरे और इत्तिहुआताना पत्थर शामिल हैं। इससे भी रोमांचक इसकी दुर्गम स्थिति है, जहाँ केवल ट्रेन या चार दिनों की ट्रेकिंग करके पहुँचा जा सकता है।