किसान आंदोलन: दिल्ली से उत्तर प्रदेश जाने वालों के लिए गाजीपुर बॉर्डर पर सुचारू हुआ यातायात
क्या है खबर?
कृषि कानूनों को निरस्त कराने की मांग को लेकर 26 जनवरी पर किसानों द्वारा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद से गाजीपुर बॉर्डर पर बंद हुआ यातायात मंगलवार को फिर से सुचारू हो गया है।
दिल्ली पुलिस ने दिल्ली से उत्तर प्रदेश की ओर जाने वालों के लिए रास्ता खोल दिया हैं।
इससे गाजियाबाद के इंदिरापुरम से नोएडा और दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
पृष्ठभूमि
क्यों आंदोलन कर रहे हैं किसान?
मोदी सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए तीन कानून लेकर लाई है। इनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद के लिए व्यापारिक इलाके बनाने, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडारण सीमा खत्म करने समेत कई प्रावधान किए गए हैं।
पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इनके जरिये सरकार मंडियों और MSP से छुटकारा पाना चाहती है।
स्थिति
वर्तमान में यह है किसान आंदोलन की स्थिति
किसानों ने 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन शुरू किया था। उसके बाद सरकार और किसानों के बीच 12 दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन उसमें कोई हल नहीं निकला।
सरकार संशोधन को तैयार है, लेकिन किसान कानून रद्द कराने पर अड़े हैं। किसानों ने मांगों को लेकर 26 जनवरी ट्रैक्टर परेड निकाली थी, जिसमें जमकर हिंसा हुई।
उसके बाद किसानों ने 6 फरवरी को चक्का जाम और 18 फरवरी को रेल रोको अभियान आयोजित किया था।
राहत
पुुुुुुुुुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर की एक लेन खोलकर दी राहत
किसानों ने 26 नवंबर को गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली आने वाले रास्ते को बंद कर दिया था, लेकिन दिल्ली से गाजीपुर जाने वाला रास्ता खुला हुआ था।
26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से दिल्ली-गाजीपुर लेन पर भी यातायात बंद कर दिया था।
मंगलवार को पुलिस ने इस लेन पर यातायात को फिर से सुचारू कर दिया है। इसके साथ ही इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है।
जानकारी
ये रास्ते अभी भी हैं बंद
पुलिस के इस कदम से दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले लोगों को कुछ राहत जरूर मिलेगी, लेकिन बीते तीन महीनों की तरह आज भी दिल्ली के सिंघु, टीकरी, पियाऊ मनियारी, झरोडा, धांसा बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर(एक लेन छोड़कर) पूरी तरह से बंद हैं।
बयान
किसानों के खिलाफ कदम उठाने की तैयारी में है सरकार- टिकैत
पिछले कई दिनों से सरकार और किसानों के बीच कोई संवाद नहीं होने को लेकर भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने सोमवार को बड़ा बयान दिया था।
उन्होंने कहा था कि पिछले कुछ दिनों से केंद्र सरकार की 'खामोशी' इशारा कर रही है कि सरकार किसानों के आंदोलन के खिलाफ कुछ रूपरेखा तैयार कर रही है।
उन्होंने कहा कि फिर से बात करने का प्रस्ताव सरकार को ही लाना होगा। समाधान होने तक किसान नहीं लौटेगा।
योजना
6 मार्च को KMP एक्सप्रेस-वे को अवरुद्ध करेंगे किसान
इधर, किसानों ने आगामी 6 मार्च को कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेस-वे को अवरुद्ध करने की योजना बनाई है।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बलवीर सिंह राजेवाला ने बताया कि 6 मार्च को सुबह 11 से शाम 5 बजे तक KMP एक्सप्रेस-वे को अवरुद्ध किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि दिल्ली की तीनों सीमाओं पर बैठे किसान योजना को सफल बनाने के लिए KMP एक्सप्रेस-वे पर पहुंचेंगे। वह अपनी मांगों को मनवाकर रही रहेंगे।