NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    जम्मू-कश्मीर
    क्राइम समाचार
    कोरोना वायरस
    कोरोना वायरस वैक्सीन
    लखीमपुर रेप-हत्याकांड
    हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH)
    भू-धंसाव
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / देश की खबरें / प्रधानमंत्री की गरीमा का सम्मान करेंगे, लेकिन किसानों के आत्म-सम्मान की रक्षा भी जरूरी- टिकैत
    देश

    प्रधानमंत्री की गरीमा का सम्मान करेंगे, लेकिन किसानों के आत्म-सम्मान की रक्षा भी जरूरी- टिकैत

    प्रधानमंत्री की गरीमा का सम्मान करेंगे, लेकिन किसानों के आत्म-सम्मान की रक्षा भी जरूरी- टिकैत
    लेखन भारत शर्मा
    Jan 31, 2021, 07:09 pm 1 मिनट में पढ़ें
    प्रधानमंत्री की गरीमा का सम्मान करेंगे, लेकिन किसानों के आत्म-सम्मान की रक्षा भी जरूरी- टिकैत

    राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली में हिंसा और उत्पात के बाद दिल्ली की सीमाओं पर घटी किसानों की संख्या किसान नेता राकेश टिकैत की मार्मिक अपील के बाद फिर से बढ़ने लगी है। किसान फिर से गाजीपुर बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर की ओर बढ़ने लगे हैं। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि वह प्रधानमंत्री की गरीमा का सम्मान करेंगे, लेकिन किसानों का आत्म-सम्मान भी जरूरी है।

    प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में किसानों को दिया था ऑफर

    बता दें कि शनिवार को हुई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सरकार प्रदर्शनकारी किसानों की ओर से उठाए गए मुद्दों का बातचीत के जरिए समाधान निकालने का निरंतर प्रयास कर रही है। यह मुद्दा बातचीत से ही हल होगा। इतना नहीं उन्होंने यह भी कहा था 22 जनवरी को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा किसानों को दिया ऑफर आज भी खुला है। सरकार किसानों से महज एक फोन कॉल की दूरी पर है।

    प्रधानमंत्री के साथ खुद के आत्म-सम्मान के लिए भी प्रतिबद्ध है किसान- टिकैत

    प्रधानमंत्री के बयान के बाद रविवार को किसान नेता नरेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर कहा, "हम प्रधानमंत्री की गरिमा का सम्मान करेंगे। किसान नहीं चाहते कि सरकार या संसद उनके आगे झुके। हालांकि, हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसानों के आत्म-सम्मान की रक्षा हो।" उन्होंने आगे कहा कि सरकार को दोनों के सम्मान के लिए बीच का कोई रास्ता निकालना चाहिए। इसके बाद आगे की वार्ता करनी चाहिए। इससे दोनों पक्षों को संतुष्टि मिल सकेगी।"

    दबाव में नहीं करेंगे कुछ भी स्वीकार- टिकैत

    टिकैत ने कहा, "सरकार को गणतंत्र दिवस हिंसा के मामले में गिरफ्तार किए गए हमारे किसान भाइयों को रिहा करते हुए बातचीत के लिए अनुकूल माहौल तैयार करना चाहिए। किसानों का इस हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है और यह किसानों के खिलाफ रचा गया कोई षड्यंत्र है।" उन्होंने आगे कहा कि कृषि कानूनों के मामले में सरकार को एक सम्मानजनक स्थिति पर पहुंचना चाहिए। देश का किसान दबाव में कुछ भी स्वीकार नहीं करेगा।

    तिरंगे के अपमान को नहीं किया जा सकता सहन- टिकैत

    टिकैत ने आगे कहा, "तिरंगा हर किसी से ऊपर है और इसका सम्मान सभी के लिए आवश्यक है। हम किसी को इसका अपमान नहीं करने देंगे और इसका अपमान करने वालों को किसी भी सूरत में बरदास्त नहीं किया जा सकता है।"

    बंदूक की नोक पर बातचीत संभव नहीं- राकेश टिकैत

    भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री के ऑफर पर कहा, "हम प्रधानमंत्री के सम्मान के साथ किसानों के मुद्दों का हल निकालना चाहते हैं। हालांकि, हम बंदूक की नोक पर सरकार से वार्ता नहीं करेंगे।" उन्होंने आगे कहा, "किसान केंद्र सरकार द्वारा पूर्व में रखी गई शर्तों को हटाने के बाद ही बातचीत के लिए तैयार होंगे।" उन्होंने कहा कि सभी किसान तिरंगे का सम्मान करते हैं और इसका अपमान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

    सरकार बताए कृषि कानूनों को वापस नहीं लेने की मजबूरी- टिकैत

    बता दें कि शनिवार को राकेश टिकैत ने कहा था कि सरकार किसानों को बताये कि कृषि कानूनों को वापस नहीं लेने के पीछे क्या मजबूरी है। इसके बाद वह वादा करते हैं कि सरकार का सिर दुनिया के सामने झुकने नहीं देंगे। उन्होंने कहा था सरकार के साथ उनकी विचारधारा की लड़ाई है और यह लड़ाई लाठी, डंडों और बंदूक से नहीं लड़ी जा सकती और ना ही उसके द्वारा इसे दबाया जा सकता है। किसान पीछे नहीं हटेगा।

    भानु गुट ने लगाया राकेश टिकैत पर गंभीर आरोप

    इधर, गत बुधवार को आंदोलन छोड़ने वाले भानु गुट ने राकेश टिकैत पर गंभीर आरोप लगाया है। भानु गुट प्रमुख भानु प्रताप ने कहा राकेश टिकैत दर्ज मुकदमों को हटवाने के लिए धरने पर बैठे हैं। इनके हटते ही वह अपने गांव वापस चले जाएंगे।

    किसान आंदोलन के विरोध में धरने पर बैठे ग्रामीण

    इधर, जयपुर-दिल्ली हाईवे पर शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन के सामने ही 42 गांवो के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। यहां 42 गांव के ग्रामीण भी अब हाईवे पर किसान आंदोलन के सामने आकर बैठ गए हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक किसान हाईवे खाली नहीं करेंगे तब तक 42 गांव के लोग हाईवे से नहीं हटेंगे। मौके पर टकराव की स्थिति को रोकने के लिए राजस्थान सरकार ने भारी पुलिस बल तैनात किया है।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    दिल्ली
    नरेंद्र मोदी
    किसान
    किसान आंदोलन

    दिल्ली

    ट्रैक्टर रैली में हिंसा: पुलिस ने अब तक 84 लोगों को किया गिरफ्तार, 38 हुई FIR दिल्ली पुलिस
    सर्वदलीय बैठक: किसानों से एक फोन कॉल दूर सरकार, बातचीत से निकलेगा हल- मोदी नरेंद्र मोदी
    दिल्ली: आतंकी संगठन जैश-उल-हिंद ने ली इजरायली दूतावास के पास धमाके की जिम्मेदारी भारत की खबरें
    किसान आंदोलन: गृह मंत्रालय ने दिल्ली के सीमा क्षेत्रों में लगाई इंटरनेट पर रोक गृह मंत्रालय

    नरेंद्र मोदी

    गणतंत्र दिवस पर तिरंगे का अपमान देखकर दुखी हुआ देश- प्रधानमंत्री मोदी वैक्सीन समाचार
    दिल्ली में इजराइल दूतावास के पास IED धमाका, कई कारों के शीशे टूटे दिल्ली पुलिस
    भारत में रोटेशन के आधार पर होनी चाहिए चार राजधानियां- ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल
    वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में कोरोना वैक्सीन लगवाएंगे प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति- रिपोर्ट वैक्सीन समाचार

    किसान

    कौन हैं किसान आंदोलन में नई जान फूंकने वाले राकेश टिकैत? दिल्ली
    किसान आंदोलन: राकेश टिकैत के आंसुओं ने बदला माहौल, गाजीपुर बॉर्डर पर लौटने लगे किसान उत्तर प्रदेश
    पश्चिम बंगाल में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित, ऐसा करने वाला छठा राज्य पश्चिम बंगाल
    किसान आंदोलन: सिंघु बॉर्डर खाली कराने के लिए एकजुट हुए स्थानीय लोग, जताया विरोध दिल्ली पुलिस

    किसान आंदोलन

    महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर अहिंसा का संदेश देने के लिए उपवास रख रहे आंदोलनकारी किसान महात्मा गांधी
    सिंघु बॉर्डर उपद्रव: तलवार से हमला करने वाले शख्स समेत 44 गिरफ्तार दिल्ली पुलिस
    किसान आंदोलन: गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर अभी क्या स्थिति है? दिल्ली
    हरियाणा सरकार ने 14 जिलों में इंटरनेट और SMS सेवा पर लगाई रोक हरियाणा

    देश की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    India Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू IPL 2023
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023