
दिल्ली दंगे: घायलों से राष्ट्रगान गाने को कहने वाले पुलिसकर्मियों की पहचान नहीं कर पाई पुलिस
क्या है खबर?
पिछले साल दिल्ली दंगों के दौरान एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल अवस्था में सड़क पर लेटे युवकों से वंदे मातरम और राष्ट्र गान गाने को कह रहे थे।
वीडियो में दिख रहा एक युवक 23 वर्षीय फैजान था, जिसकी बाद में मौत हो गई थी।
अब लगभग एक साल बाद पुलिस ने हाई कोर्ट को बताया है कि अभी तक वह वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मियों की पहचान नहीं कर पाई है।
पृष्ठभूमि
क्या है मामला?
बीते साल फरवरी में उत्तर-पूर्व दिल्ली के कई इलाकों में लगातार तीन दिन दंगे हुए थे। इन दंगों में 53 लोगों की मौत हुई थी और लगभग 500 लोग घायल हुए थे।
इस दौरान संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ था और दंगाइयों ने घरों, दुकानों और वाहनों तो आग लगा दी थी।
दंगो के दौरान एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल युवकों पर वंदे मातरम और राष्ट्रगान गाने का दबाव बना रहे थे।
याचिका
फैजान की मां की याचिका पर हो रही सुनवाई
फैजान की मां किस्मातुन ने अपने बेटे की मौत के मामले के लिए कोर्ट की निगरानी में SIT जांच की याचिका दी है।
याचिका में उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों ने निशाना बनाकर करदमपुरी स्टेशन में फैजान को पीटा था। इसके बाद उसे अवैध तरीके से घायल अवस्था में ज्योति नगर पुलिस स्टेशन में हिरासत में लिया गया, जहां उसका इलाज नहीं कराया गया।
बाद में गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
जांच
शक के आधार पर एक पुलिसकर्मी को चिन्हित किया गया- पुलिस
पुलिस ने सुनवाई के दौरान कहा कि अभी तक वह वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मियों को नहीं पहचान पाई है और केवल शक के आधार पर केवल एक पुलिसकर्मी को चिन्हित किया गया है।
पुलिस ने कोर्ट को यह भी बताया कि फैजान और बाकियों को उनकी मर्जी के आधार पर ज्योति नगर पुलिस थाने स्टेशन में रखा गया था।
वहीं परिवार का कहना है कि फैजान को गैर-कानूनी तरीके से हिरासत में लिया गया था।
सुनवाई
पुलिस का दावा- घटना का कोई चश्मदीद सामने नहीं आया
पुलिस ने स्टेटस रिपोर्ट में कहा है कि उसके पास मौजूद चार वीडियो क्लिप में से किसी में भी पुलिसकर्मी का चेहरा नहीं दिख रहा है।
इसकी क्वालिटी को सुधारने के लिए पुलिस ने इन वीडियो क्लिप्स को फॉरेंसिंक साइंस लैब भी भेजा था।
पुलिस का कहना है कि अभी तक न तो उस व्यक्ति की पहचान हो पाई है, जिसने यह वीडियो रिकॉर्ड किया है और न ही घटना का कोई चश्मदीद सामने आया है।
जानकारी
घटनास्थल पर तैनात पुलिसकर्मियों की हो चुकी जांच- पुलिस
पुलिस ने बताया कि उस समय घटनास्थल के आसपास 170 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी थी। उन सभी से पूछताछ कर ली गई है और उनके मोबाइल फोन की भी जांच की गई है, लेकिन अभी तक वीडियो में दिखे पुलिसकर्मियों की पहचान नहीं हुई है।