चक्का जाम: दिल्ली में 50,000 जवानों की तैनाती, 12 मेट्रो स्टेशन अलर्ट पर

आज दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक किसानों के चक्का जाम के आह्वान के बाद दिल्ली में सुरक्षा बंदोबस्त कड़े कर दिए हैं। दिल्ली पुलिस ने बताया कि चक्का जाम को देखते हुए दिल्ली पुलिस के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों के लगभग 50,000 जवानों को राष्ट्रीय राजधानी में तैनात किया गया है। हालांकि, किसानों ने कहा है कि दिल्ली में चक्का जाम नहीं किया जाएगा, लेकिन पुलिस सुरक्षा को लेकर कोई ढील नहीं छोड़ना चाहती है।
चक्का जाम का आह्वान करने वाले संयुक्त किसान मोर्चे का कहना है कि पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर हुई ट्रैक्टर परेड के बाद किसानों के कई ट्रैक्टरों और दूसरे वाहनों को जब्त कर लिया है। साथ ही दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शनस्थलों को पूरी तरह सील किया जा रहा है। इन जगहों पर पानी की आपूर्ति रोक दी गई है और इंटरनेट सेवा बंद है। इसका विरोध करने के लिए किसानों ने चक्का जाम का आह्वान किया है।
पुलिस और सुरक्षाबलों की तैनाती के साथ-साथ दिल्ली पुलिस ने दिल्ली मेट्रो को भी अलर्ट पर रहने को कहा है। पुलिस ने मेट्रो को छोटे नोटिस पर 12 मेट्रो स्टेशनों पर प्रवेश और निकास बंद करने के लिए तैयार रहने का कहा है। पुलिस का मानना है कि इन स्टेशनों के पास भीड़ इकट्ठी हो सकती है। ऐहतियात के तौर पर दिल्ली मेट्रो ने मंडी हाउस, विश्वविद्यालय, ITO और दिल्ली गेट स्टेशन को बंद कर दिया है।
पुलिस ने प्रदर्शनस्थलों के आसपास भी सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है। बैरिकेडिंग को मजबूत करने के साथ-साथ यहां अतिरिक्त सुरक्षाबलों को भी तैनात किया गया है। साथ ही गतिविधि पर नजर बनाए रखने के लिए ड्रोन का सहारा लिया जा रहा है।
गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को लेकर पूरी तरह मुस्तैद हो गई है। इस हिंसा में सैकड़ों पुलिसकर्मी और किसान घायल हुए थे। कुछ उपद्रवी तत्वों ने लाल किले पर निशान साहिब फहरा दिया था। इसके बाद से पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ रवैया कड़ा कर लिया है। सभी प्रदर्शनस्थलों के चारों तरफ कई स्तर की बैरिकेडिंग की जा रही है और अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किया जा रहा है।
#WATCH I Delhi: Drone cameras deployed in the national capital to monitor the situation in the wake of 'Chakka Jaam' call by farmers; visuals from Tikri border. pic.twitter.com/fQNfd0CNN3
— ANI (@ANI) February 6, 2021
किसानों का कहना है कि वो दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में चक्का जाम नहीं करेंगे। किसान मोर्च की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि इन तीन जगहों पर चक्का जाम नहीं होगा और बाकी देश में शांतिपूर्ण तरीके से चक्का जाम किया जाएगा। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ऐसे सबूत हैं कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में चक्का जाम के दौरान हिंसा भड़क सकती है। इसलिए वहां चक्का जाम नहीं किया जाएगा।
किसान नेता टिकैत ने कहा कि दोपहर 12 से 3 बजे होने वाले चक्का जाम में किसान लोगों की असुविधाओं को दूर करने का भी प्रयास करेंगे। इसके लिए किसानों ने तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि जाम में फंसने वाले लोगों को किसानों की ओर से भोजन और पानी की व्यवस्था की जाएगी। लोगों को यह भी बताया जाएगा कि सरकार किसानों के साथ क्या कर रही है। देश के लोगों को सरकार की हकीकत बताई जाएगी।