कोरोना के नए वेरिएंट: भारत आने वाले यात्रियों के लिए नई गाइडलाइंस जारी
भारत में कोरोना वायरस के दक्षिणी अफ्रीकी और ब्राजीली वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद सरकार ने विदेशों से आने वाले यात्रियों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है। यूनाइटेड किंगडम (UK), यूरोप और मिडल ईस्ट से उड़ान भरने वाले विमानों के यात्रियों के लिए नियम बाकी जगहों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से थोड़े अलग हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से ये गाइडलाइंस जारी की गई हैं। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
मंगलवार को मिली थी नए वेरिएंट के मामलों की जानकारी
मंगलवार को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने जानकारी दी कि देश में चार लोगों को कोरोना के दक्षिण अफ्रीकी और एक व्यक्ति को ब्राजीली वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है। ये सभी लोग इन देशों से वापस लौटे थे। देश में UK में पिछले साल मिले कोरोना के एक और स्ट्रेन के भी मामले सामने आ चुके हैं। भारत में अब तक 187 लोग UK वेरिएंट से संक्रमित पाए जा चुके हैं।
RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव होने पर ही यात्रा की इजाजत
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी गाइडलाइंस में कहा गया है कि केवल उन्हीं यात्रियों को विमान में बैठने दिया जाएगा, जिनकी बीते 72 घंटों में हुए RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। हालांकि, परिवार में किसी की मौत के कारण भारत आने वाले यात्रियों को इस मामले में अपवाद माना जाएगा। हर यात्री को अपनी रिपोर्ट ठीक होने की जिम्मेदारी लेनी होगी। अगर कोई गलत रिपोर्ट पेश करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
संक्रमित पाए जाने पर किया जाएगा आइसोलेट
गाइडलाइंस में सभी यात्रियों को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की सलाह दी गई है। साथ ही कहा गया है कि केवल बिना लक्षण वाले लोगों को ही विमान में बैठने दिया जाएगा। भारत में पहुंचने के बाद उन्हें यह रिपोर्ट हवाई अड्डों पर मौजूद अधिकारियों को दिखानी होगी। बिना लक्षण वाले लोग हवाई अड्डे से बाहर निकल पाएंगे। अगर इस दौरान किसी में संक्रमण के लक्षण दिखते हैं तो उन्हें आइसोलेट कर दिया जाएगा।
UK, यूरोप और मिडल ईस्ट से आने वाले यात्रियों के लिए ये नियम
इसके अलावा जो यात्री UK, यूरोप और मिडल ईस्ट से आ रहे हैं, उन्हें भारत पहुंचने पर भी अपने खर्च पर RT-PCR टेस्ट कराना होगा। इन यात्रियों में ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्री भी कवर हो जाएंगे क्योंकि इन देशों से भारत की सीधी उड़ान नहीं है। हवाई अड्डे पर उतरने के बाद इन सबका RT-PCR टेस्ट किया जाएगा। इसकी रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही उन्हें हवाई अड्डे से बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी।
अगर किसी की रिपोर्ट पॉजीटिव आती है तो क्या होगा?
अगर किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजीटिव आती है तो उसे आइसोलेट किया जाएगा। बाद में यह पता लगाया जाएगा कि वह किस वेरिएंट से संक्रमित है। उसके बाद उसी हिसाब से आगे के कदम उठाए जाएंगे।
अधिक संक्रामक हैं UK, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में मिले वेरिएंट
गौरतलब है कि हालिया समय में UK, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में कोरोना वायरस के तीन अलग-अलग वेरिएंट्स सामने आए हैं जो पहले से अधिक संक्रामक प्रतीत होते हैं। UK वेरिएंट को 70 प्रतिशत तो दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट को 50 प्रतिशत अधिक संक्रामक बताया जा रहा है, वहीं ब्राजीली वेरिएंट पर अभी शोध जारी हैं। इन तीनों वेरिएंट्स की स्पाइक प्रोटीन में N501Y नामक एक महत्वपूर्ण म्यूटेशन हुआ है जिसे इनके अधिक संक्रामक होने का कारण माना जा रहा है।
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