UK में सामने आया कोरोना का नया स्ट्रेन अब तक भारत में नहीं मिला- सरकार
क्या है खबर?
यूनाइटेड किंगडम (UK) में सामने आए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के कारण अब वहां तेजी से संक्रमण का प्रसार हो रहा है।
इसके चलते पहले से ही महामारी से जूझ रही दुनिया सकते में आ गई और बचाव के लिए आवश्यक कदम उठा रही है।
इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा कोरोना का नया स्ट्रेन अभी तक तक भारत में सामने नहीं आया है। ऐसे में डरने की जरूरत नहीं है।
प्रकरण
UK में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से बढ़ रहा संक्रमण
UK में सितंबर में कोरोना के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई थी। इसके कारण लोगों में काफी तेजी से संक्रमण फैल रहा है। इस स्ट्रेन ने पूरी दुनिया को चिंतित कर दिया है।
UK के चिकित्सा अधिकारियों का कहना है कि वायरस का नया स्ट्रेन पहले की तुलना में 70 प्रतिशत से अधिक संक्रामक है।
विशेषज्ञों का तर्क है कि नए स्ट्रेन की पूरी जानकारी हासिल करने के लिए अभी इस पर और अधिक अध्ययन किए जाने की आवश्यकता है।
कदम
भारत सहित कई देशों ने उठाए बचाव के लिए कदम
UK में नए स्ट्रेन के कारण तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अन्य देशों ने बचाव के कदम उठाना शुरू कर दिया है।
भारत ने मंगलवार रात 11:59 बजे से 31 दिसंबर तक वहां से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी। इसके अलावा इस अवधि से पहले आए सभी यात्रियों का RT-PCR टेस्ट आवश्यक कर दिया।
भारत के अलावा ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, इटली, आयरलैंड, जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैंड, इजरायल, तुर्की, हांगकांग, रूस और सऊदी अरब ने भी रोक लगाई है।
बयान
घबराने की जरूरत नहीं है- पॉल
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में NITI आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा, "भारत में अभी तक नए स्ट्रेन का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। जो वैक्सीन अभी विकसित की जा रही हैं, म्यूटेशन से उस पर कोई असर नहीं होगा, यानी म्यूटेशन के बावजूद वैक्सीन कारगर होगी। चिंता की बात नहीं है और घबराने की भी जरूरत नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा कि सरकार अपने स्तर पर बचाव के सभी कदम उठा रही है।
महत्व
वायरस के स्वभाव बदलने का अधिक महत्व नहीं है- स्वास्थ्य मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, "UK में मिले स्ट्रेन के कारण संक्रमण एक से दूसरे में तेजी से फैल रहा है। यह सुपर स्प्रेडर बन रहा है, लेकिन ये भी देखा गया है कि इससे ज्यादा गंभीर हालत या अस्पताल में भर्ती का खतरा नहीं बढ़ा है। वायरस के म्यूटेशन में बदलाव आते रहते हैं और ऐसा स्वभाव कई वायरस का होता है, जिसका ज्यादा महत्व नहीं है।"
इसके अलावा इससे अधिक मौत होने का खतरा भी बहुत ही कम है।
सक्रिय मामले
163 दिन बाद तीन लाख से कम हुए सक्रिय मामले- भूषण
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि 163 दिन बाद देश मे सक्रिय मामलों की संख्या तीन लाख से कम हुई है। वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या तीन प्रतिशत से कम है।
इसी तरह 173 दिन बाद 20,000 से कम मामले आए हैं। अब तक 16.3 करोड़ टेस्ट हुए और भारत में प्रति दस 10 लाख आबादी पर 7,300 मामले हैं। उन्होंने कहा देश की मृत्यु दर प्रत्येक दस 10 लाख पर 106 हैं। विश्व की औसत 588 हैं।
जानकारी
UK से लौटे छह यात्री मिले संक्रमित
सोमवार रात लंदन से भारत आने वाले छह यात्रियों को कोरोना संक्रमित पाया गया है। इनके सैंपल्स नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) को भेजे गए हैं और वह यह जांच करेगी कि इनमें से कोई व्यक्ति नए स्ट्रेन से संक्रमित तो नहीं है।
नई SOP
केंद्र सरकार ने UK से आ रहे यात्रियों के लिए जारी की SOP
केंद्र सरकार ने UK से आ रहे यात्रियों के लिए नई मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है।
इसके तहत 21 दिसंबर से 23 दिसंबर के बीच UK से भारत आने वालों का RT-PCR टेस्ट किया जाएगा और पॉजिटिव मिलने पर सैंपल नए स्ट्रेन की मौजूदगी की जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) पुणे या अन्य लैब में भेजे जाएंगे।
इसी तरह संक्रमितों को सबसे अलग जगह पर आइसोलेशन में रखा जाएगा।