कोरोना वायरस: साल के अंत तक बाजार में उपलब्ध हो सकती है वैक्सीन- AIIMS निदेशक
कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जारी देश की जंग निर्णायक पड़ाव में चल रही है। वर्तमान में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' के साथ मेगा वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। फिलहाल वैक्सीन आम लोगों के बाजार में उपलब्ध नहीं है। इसी बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि साल के अंत तक बाजार में वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है।
भारत में यह है कोरोना महामारी की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 11,610 नए मामले सामने आए और 100 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। पिछले कुछ हफ्ते में यह पहली बार है जब मौत का आंकड़ा तीन अंकों में रहा है। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,09,37,320 हो गई है। इनमें से 1,55,913 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 1,36,549 हो गई है।
करीब 90 लाख लोगों को लगाई जा चुकी है वैक्सीन
वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो देश में अब तक 89,99,230 लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक लगाई जा चुकी है। बीते दिन 2,76,943 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। वर्तमान में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
मांग और आपूर्ति में समानता होने पर बाजार में उपलब्ध होगी वैक्सीन- गुलेरिया
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार AIIMS निदेशक गुलेरिया ने बुधवार को वैक्सीन की दूसरी खुराक लगवाई। इसके बाद उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चिह्नित किए गए लोगों के वैक्सीन लगने और मांग तथा आपूर्ति में समानता होने की स्थिति में कोरोना वैक्सीन आम लोगों के लिए बाजार में उपलब्ध हो सकती है। उन्होंने कहा कि उम्मीद लगाई जा रही है कि साल 2021 के अंत तक वैक्सीन आम लोगों के लिए बाजार में उपलब्ध हो सकेगी।
वैक्सीन की पहली खुराक के बाद नहीं दिखे साइड इफेक्ट- गुलेरिया
गुलेरिया ने कहा, "मैने गत 16 जनवरी को वैक्सीन की पहली खुराक लगवाई थी और आज दूूूूूूूूूसरी खुराक भी लगवा ली है। पहली खुराक लेने के बाद मुझे किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट नहीं दिखे और ना ही कोई परेशानी का सामना करना पड़़ा।" उन्होंने आगे कहा, " मैं लोगों से कहना चाहता हूं वैक्सीन लगवाने से डरे नहीं, यह पूरी तरह से सुरक्षित है। यदि हमे महामारी के खिलाफ जंग जीतनी है तो लोगों को वैक्सीन लगवानी होगी।"
अभी खत्म नहीं हुई है महामारी- गुलेरिया
गुलेरिया ने कहा, "अभी महामारी खत्म नहीं हुई है। हालांकि, हम अभी बेहतर स्थिति में हैं और मामले भी धीरे-धीरे कम हो रहे हैं, लेकिन मैं यही कहूंगा कि हमे वैक्सीन लगवाने का मौका मिला है और हमें इसे लगवानी चाहिए। स्थिति कभी भी बदल सकती है।" उन्होंने आगे कहा, "कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण ब्राजील, यूरोप, दक्षिण अफ्रीका और यूनाइटेड किंगडम (UK) में दोबारा लॉकडाउन लगाया गया है, लेकिन हमें वर्तमान स्थिति को बनाए रखना है।"
वैक्सीन के डाटा उसके सुरक्षित होने का है प्रमाण- गुलेरिया
गुलेरिया ने कहा कि वैक्सीन को लेकर लोगों में हिचकिचाहट समझ में आती है, क्योंकि लोगों में इसकी सुरक्षा को लेकर संदेह हो सकता है। उन्होंने कहा कि अब वैक्सीनेशन अभियान के शुरू हुए एक महीने से अधिक समय हो गया है और कई लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं। ऐसे में वैक्सीनेशन का डाटा इस बात का प्रमाण है कि दोनों वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। इसको देखते हुए लोगों को आगे आकर वैक्सीन लगवानी चाहिए।
छह महीने में लग जाएगी 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन
लोगों के संकोच के कारण वैक्सीनेशन अभियान की धीमी रफ्तार के सवाल पर गुलेरिया ने कहा कि डर खत्म हो रहा है। अब लोग वैक्सीन लगवाने आ रहे हैं। ऐसे में चार से छह महीने में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगा दी जाएगी।