केरल: कोरोना वायरस संक्रमण के हॉटस्पॉट बने दो स्कूल, अब तक 187 विद्यार्थी संक्रमित
क्या है खबर?
केरल में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा कम होता नजर नहीं आ रहा है।
अब मलप्पुरम में दो स्कूल कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट के रूप में उभरकर सामने आए हैं। इन दोनों स्कूलों में अब तक 187 विद्यार्थी संक्रमित हो चुके हैं।
इसी तरह 89 कर्मचारियों के भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। इन स्कूलों में मरांचेरी राजकीय उच्च माध्यमिक और पेरुम्बदप्पु पंचायत में वनेरी उच्च माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं। यहां हाल ही में RT-PCR टेस्ट किए गए थे।
प्रकरण
स्कूलों के फिर से खुलने के महीनों बाद बढ़ा संक्रमण
मरांचेरी स्कूल में गत 01 फरवरी को दसवीं कक्षा के एक छात्र के जांच में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद बड़े पैमाने पर संपर्क ट्रेसिंग जांच शुरू की गई थी।
महामारी के कारण मार्च में बंद किए गए स्कूलों को जनवरी में कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए आंशिक रूप से खोला गया था।
स्कूल में संक्रमण का पहला मामला सामने आया तो तीन अन्य शिक्षकों में भी इसके लक्षण दिखाई दिए थे। उसके बाद मामले बढ़ रहे हैं।
जानकारी
600 विद्यार्थियों की जांच में 148 के हुई संक्रमण की पुष्टि
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बयान में कहा गया है, "स्वास्थ्य विभाग ने पिछले शुक्रवार को स्कूल के 582 विद्यार्थी और शिक्षकों सहित कुल 50 कर्मचारियों के सैंपल लिए गए थे। इनमें से 148 विद्यार्थियों और 50 कर्मचारियों के कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।"
दूसरी स्कूल
दूसरी स्कूल में भी दर्जनों विद्यार्थी और कर्मचारी निकले संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मरांचेरी के बाद वनेरी स्कूल से 49 विद्यार्थियों और अन्य कर्मचारियों के सैंपल लिए गए थे। जांच के बाद 39 विद्यार्थी और 39 कर्मचारियों के कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गई। इससे चिकित्सा अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
जिला चिकित्सा अधिकारी केके सेकेना ने बताया कि संक्रमित विद्यार्थी और कर्मचारियों के संपर्क में आने वाले विद्यार्थी और कर्मचारियों की जांच की जा रही है। उनकी भी जांच कराई जाएगी।
आदेश
संक्रमित विद्यार्थियों को किया क्वारंटाइन
जिला चिकित्सा अधिकारियों ने सभी स्कूलों को कोरोना वायरस से जुड़े प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं। सभी संक्रमित छात्रों को क्वारंटाइन में भेज दिया गया है।
इसके अलावा स्कूलों को स्कूल परिसर, फर्नीचर, स्टेशनरी आदि की बेहतर तरीके से सफाई कराने, पानी के टैंक, कुओं और अन्य जल स्रोतों को ब्लीचिंग पाउडर से साफ करने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने और लक्षण दिखने पर संबंधित की तत्काल जांच कराने के आदेश दिए गए हैं।
बयान
बहुत कम विद्यार्थी हुए कक्षाओं में शामिल
स्कूलों ने अपने बचाव में कहा कि वो सभी नियमों का पालन कर रहे हैं। केवल सीमित संख्या में छात्रों ने कक्षाओं में भाग लिया है।
एक अधिकारी ने न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "एक छात्र के संक्रमित मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अन्य छात्रों के परीक्षण के लिए तत्काल कदम उठाए हैं।"
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इसे संक्रमण को चेतावनी मानते हुए लोगों से महामारी से बचाव के उपायों का पालन करने की अपील की है।
बयान
"लोगों को खुद को संक्रमण से बचाने की लेनी होगी जिम्मेदारी"
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "छात्रों और लोगों को खुद को संक्रमण से बचाए रखने की जिम्मेदारी लेनी होगी। इसके लिए उन्हें नियमित रूप से मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग रखने तथा भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचने के उपाय करने चहिए।"
केरल
केरल ने 9 प्रतिशत से अधिक हुई सकारात्मकता दर
केरल महामारी की शुरुआत में इस पर प्रभावी नियंत्रण करते हुए रोल मॉडल के रूप में उभरा था, लेकिन अब वहां तेजी से संक्रमण फैल रहा है। वहां वर्तमान में उच्च सकारात्मक दर चल रही है।
रविवार को 65,517 टेस्ट में से 6,075 के संक्रमण की पुष्टि हुई। ऐसे में सकारात्मकता दर 9.2 प्रतिशत है।
राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 9,68,438 है और 3,867 की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी केरल को लेकर चिंता जताई है।