कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लेने के बाद महज 0.04 प्रतिशत लाभार्थी हुए संक्रमित- सरकार
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से निपटने के लिए सरकार ने वैक्सीनेशन अभियान की गति बढ़ा दी है। इसके लिए सरकार ने आगामी 1 मई से तीसरे चरण में 18 साल से ऊपर वालों को भी वैक्सीन लगाने का निर्णय किया है। हालांकि, दोनों वैक्सीनों को लेकर लोगों में अभी भी भ्रम है। ऐसे में सरकार ने कहा है कि दोनो वैक्सीन प्रभावी है और इसकी दोनों खुराक लगवाने के बाद महज 0.04 प्रतिशत लाभार्थी ही संक्रमित हुए हैं।
वैक्सीन लगवाने से हो रहा है बचाव- सरकार
कोरोना महामारी को लेकर आयोजित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत में लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए सबसे तेज गति से वैक्सीन लगाई जा रही है। अब तक 13 करोड़ से ज्यादा खुराक लगाई जा चुकी है, लेकिन अभी भी लोगों में संशय बना हुआ है। मंत्रालय ने कहा कि वैक्सीन की दोनों खुराक लगवाने वाले कुल लाभार्थियों में से अब तक महज 0.04 प्रतिशत ही कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं।
'कोविशील्ड' की दोनों खुराक लेने के बाद 5,014 लोग हुए संक्रमित
सरकार के आंकड़ों के अनुसार 20 अप्रैल तक देशभर में 11.6 करोड़ लोगों को 'कोविशील्ड' की खुराक दी गई थी। इनमें पहली खुराक लेने वाले 10,03,02,745 लोगों में से सिर्फ 0.02 प्रतिशत यानी 17,145 और दोनों खुराक लेने वाले 1,57,32,754 लोगों में से 0.03 प्रतिशत यानी 5,014 लोग संक्रमित हुए हैं। इसी तरह 'कोवैक्सीन' की पहली खुराक लेने वाले 93,56,436 लोगों में से 0.04 प्रतिशत 4,208 और दोनों खुराक लेने वाले 17,37,178 लोगों में से सिर्फ 695 संक्रमित हुए हैं।
देश में 87 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मियों को लगाई जा चुकी है पहली खुराक- भूषण
भूषण ने कहा कि देश में 13,01,19,310 वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी हैं। पिछले 24 घंटों में लगभग 29,90,197 खुराक दी गई हैं। देश में करीब 87 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मियों और 79 प्रतिशत फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आपूर्ति की गई वैक्सीन के आधार पर संचालित वैक्सीनेशन सेंटर निशुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराएंगे। इन केंद्रों में वैक्सीनेशन की आयु की सीमा 45 साल रहेगी।
146 जिलों में 15 प्रतिशत से अधिक है टेस्ट पॉजिटिविटी रेट
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने संक्रमण के आंकड़ों पर चिंता जताते हुए कहा कि स्थिति पिछले साल के मुकाबले भयावह है। पिछले साल औसतन सबसे ज्यादा मामले 94,000 प्रतिदिन के पास दर्ज किए गए थे, लेकिन इस बार पिछले 24 घंटों में 2,95,000 मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि देश में 146 जिलों में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 15 प्रतिशत से अधिक है जो महामारी के लिहाज से बेहद चिंता का विषय है।
देश में फिलहाल 21 लाख से ज्यादा हैं सक्रिय मामले
भूषण ने कहा कि देश में 21.57 लाख सक्रिय मामले हैं और यह पिछले साल के मुकाबले दोगुने हैं। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और केरल में एक लाख से अधिक मामले हैं। वर्तमान में रिकवरी रेट 85 प्रतिशत और मृत्यु दर 1.17 प्रतिशत है।
हॉस्पिटलों में बेड्स बढ़ाने का काम कर रही सरकार- भूषण
भूषण ने बताया कि आने वाले दिनों में अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाई जाएगी। फिलहाल केंद्र के अस्पताल में 2,105 बेड्स हैं। इसमें से 1,875 ऑक्सीजन, 230 ICU बेड्स हैं। उन्होंने बताया कि शकूर बस्ती में 50 कोच रेल का कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। देश के 274 जिलो में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 5 से 15 प्रतिशत और 308 जिलों में 5 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि राज्यों को 6,600 मीटि्रक टन ऑक्सीन आपूर्ति की जा रही है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,95,041 नए मामले सामने आए और 2,023 मरीजों की मौत हुई। ये देश में एक दिन में सामने आए सबसे ज्यादा मामले और मौतें हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,56,16,130 हो गई है। इनमें से 1,82,553 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या 21 लाख के आंकड़े को पार करके 21,57,538 हो गई है।