कश्मीर के अलावा इन पांच मुद्दों पर भी होता रहता है भारत-पाकिस्तान का टकराव
क्या है खबर?
जब भी भारत पाकिस्तान के बीच संघर्ष और टकराव की बात आती है, हमारे मन में सबसे पहले कश्मीर आता है।
धरती की जन्नत कहे जाने वाला कश्मीर दोनों देशों के बीच दुश्मनी का सबसे बड़ा और अहम कारण जरूर है, लेकिन एकमात्र कारण नहीं है।
टकराव के ऐसे कुछ और भी मुद्दे हैं जिन पर दोनों पड़ोसी देश आमने-सामने रहते हैं।
आइए आपको ऐसे ही पांच अहम मुद्दों के बारे में बताते हैं।
सियाचिन विवाद
दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र सियाचिन पर विवाद
शिमला समझौते में सियाचिन ग्लेशियर को बंजर मानते हुए यहां भारत-पाकिस्तान की सीमा तय नहीं की गई थी।
इसका फायदा उठाते हुए पाकिस्तान ने 1984 में सियाचिन ग्लेशियर पर कब्जा करने की कोशिश की थी।
भारत को समय रहते ही उसके इरादों की भनक लग गई और ऑपरेशन मेघदूत के जरिए सियाचिन पर कब्जा कर लिया।
अभी ऊपरी क्षेत्र पर भारत और निचले क्षेत्र पर पाकिस्तान का कब्जा है। यह दुनिया का सबसे ऊंचा रणक्षेत्र बना हुआ है।
सिंधु जल संधि
सफल, लेकिन टकराव का एक मुद्दा है सिंधु जल संधि
यूं तो 1960 में हुई सिंधु जल संधि को दुनिया के सबसे सफल जल समझौते में गिना जाता है, लेकिन दोनों देशों के बीच तनाव का सीधा असर इस समझौते पर पड़ता है।
समझौते के तहत 6 नदियों का बंटवारा हुआ है और दोनों देशों को 3-3 नदियां दी गई हैं।
इसके तहत भारत को जितना पानी इस्तेमाल करने की आजादी है, वह उतना पानी इस्तेमाल नहीं करता।
अक्सर पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने की मांग उठती रहती है।
सर क्रीक विवाद
दलदली जमीन को लेकर है सर क्रीक विवाद
सर क्रीक विवाद भारत के गुजरात और पाकिस्तान के सिंध राज्य के बीच स्थित 60 किलोमीटर दलदली जमीन को लेकर है।
आजादी के बाद पाकिस्तान ने इस इलाके पर अपना हक जताया था।
जबाव में भारत ने एक प्रस्ताव तैयार किया और समुद्र में कच्छ के एक सिरे से दूसरे सिरे तक सीधी सीमा रेखा खींची।
भारत के इस प्रस्ताव को पाकिस्तान के खारिज कर दिया क्योंकि इससे भारत को जमीन का 90 प्रतिशत हिस्सा मिल रहा था।
आतंकवाद
टकराव का सबसे बड़ा मुद्दा आतंकवाद
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से भारत समेत कई देश प्रभावित हैं।
दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य होने में सबसे बड़ा रोड़ा आतंकवाद ही है।
सीधी टक्कर में भारत से जीतने की ताकत न रखने वाले पाकिस्तान ने आतंकवाद के जरिए भारत के खिलाफ 'छद्म युद्ध' छेड़ा हुआ है।
पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी ISI भारत में हमला करने के लिए आतंकवादियों को ट्रेनिंग और हथियार मुहैया कराती हैं।
पाकिस्तान आतंकवाद को भारत के खिलाफ अपनी 'राष्ट्र नीति' बना चुका है।
दाऊद इब्राहिम
भारत के मोस्ट वांटेड को पाकिस्तान में पनाह
दोनों देशों के बीच टकराव का एक बड़ा मुद्दा भारत के मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम को पाकिस्तान में सुरक्षित पनाह मिलना भी है।
दाऊद, 1993 मुंबई बम धमाकों के बाद भारत से भाग गया था और पाकिस्तान में ISI और सेना के संरक्षण में रहता है।
इन धमाकों में 260 लोग मारे गए थे।
भारत कई बार उसके पाकिस्तान में होने के सबूत दे चुका है, लेकिन पाकिस्तान कोई कार्रवाई नहीं करता और दाऊद वहीं से अपना धंधा चलाता है।