JNU देशद्रोह मामला: कन्हैया, खालिद समेत 10 पर आज चार्जशीट दाखिल करेगी पुलिस, जानें पूरा मामला
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में लगे देश-विरोधी नारों के केस में आज दिल्ली पुलिस कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य समेत 10 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करेगी। पुलिस ने इससे संबंधित सभी मंजूरी ले ली हैं और वह सोमवार को पटियाला कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी। मामले में अन्य 7 आरोपी कश्मीरी छात्र हैं। लगभग 3 साल तक चार्जशीट दाखिल करने में नाकाम रहने पर दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार पर विरोधी लगातार सवाल उठाते रहते थे।
क्या है चार्जशीट में?
जांच के अनुसार 9 फरवरी, 2016 को कन्हैया ने ही प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व किया था। पुलिस के अनुसार, मामले वाले दिन JNU में कोई भी कार्यक्रम करने के लिए जरूरी अनुमति नहीं ली गई थी। इस कारण प्रदर्शनकारियों को रोक कर यह बताया गया कि उनके पास ये कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं है। चार्जशीट के अनुसार, इसके बाद कन्हैया ने आगे आते हुए सुरक्षा गार्ड से बहस की और नारे लगा रही भीड़ का नेतृत्व किया।
JNU देशद्रोह मामले में कब-क्या हुआ?
JNU में 9 फरवरी, 2016 को अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगाए गए थे। सोशल मीडिया और विभिन्न चैनलों पर इन नारों का वीडियो वायरल होने के बाद 11 फरवरी को वसंत कुंज थाने में देशद्रोह का मामला दर्ज कराया गया। पुलिस ने इसके बाद कन्हैया कुमार समेत कुछ छात्रों को गिरफ्तार किया था। विवाद के समय कन्हैया JNU के छात्रसंघ अध्यक्ष थे।
7 कश्मीरियों पर भी आरोप
अन्य दो मुख्य आरोपियों उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य ने कुछ दिन गायब रहने के बाद 24 फरवरी को सरेंडर कर दिया था। पटिलाया कोर्ट में सुनवाई के दौरान कुछ वकीलों ने कन्हैया पर जानलेव हमला भी किया था। कन्हैया, उमर और अनिर्बान तीनों इस समय जमानत पर बाहर हैं। उनके अलावा मामले में सात कश्मीरी छात्रों आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, मुनीब हुसैन, उमर गुल, रईस रसूल, बशरत अली और खलिद बशीर भट का नाम भी शामिल है।