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सोशल मीडिया पर प्रोडक्ट्स की शिकायत करते हैं तो हो जाएं सावधान! हो सकता है फ्रॉड

सोशल मीडिया पर प्रोडक्ट्स की शिकायत करते हैं तो हो जाएं सावधान! हो सकता है फ्रॉड

Jan 17, 2021
09:09 pm

क्या है खबर?

किसी खराब प्रोडक्ट या बुरी सर्विस के बारे में सोशल मीडिया पर लिखने जा रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। दरअसल, सोशल मीडिया और पब्लिक प्लेटफॉर्म्स पर ऐसी शिकायत करना आपको स्कैम का शिकार बना सकता है। दिल्ली पुलिस के साइबर क्राइम विभाग ने इससे जुड़ा एक अलर्ट सोशल मीडिया पर जारी किया है और बताया है कि कैसे अपनी इस आदत के कारण यूजर्स किसी फ्रॉड का शिकार बन सकते हैं।

चेतावनी

बन सकते हैं फ्रॉड का शिकार- पुलिस

नई दिल्ली के DCP साइबर क्राइम ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ऑनलाइन फ्रॉड की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, "फ्रॉड अलर्ट! क्या आप पब्लिक फोरम पर अपने यूजर रिव्यू शेयर करते हैं? वॉलेट्स, बैंक ऐप्स या एयरलाइंस वगैरह से जुड़ी शिकायत ट्विटर, कंप्लेंट फोरम या दूसरे पब्लिक प्लेटफॉर्म्स पर पोस्ट करते हैं? कस्टमर केयर एग्जक्यूटिव बनकर फ्रॉड करने वाले आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।" पुलिस ने यूजर्स को सतर्क रहते हुए दूसरे विकल्प चुनने की सलाह दी है।

उदाहरण

क्रिप्टोकरेंसी यूजर को लाखों का नुकसान- पुलिस

DCP साइबर क्राइम ने अपने एक अन्य ट्वीट में हाल ही में सामने आए एक मामले का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा, "हाल ही में एक क्रिप्टो वॉलेट यूजर ने अपनी शिकायत ट्विटर पर लिखी। बदले में उस वॉलेट का कस्टमर केयर होने का दावा करते हुए एक फेक ट्विटर हैंडल ने उसे जवाब दिया। यूजर ने अपनी जानकारी फेक ट्विटर हैंडल को दे दी और उसे 9 लाख रुपये कीमत के बिटकॉइन्स गंवाने पड़े।"

ट्विटर पोस्ट

ट्वीट में बताए टिप्स

सावधानी

इन बातों का जरूर रखें ध्यान

पुलिस ने ऑनलाइन क्राइम से बचने के लिए यूजर्स को कुछ टिप्स भी दिए हैं। यूजर्स को सलाह दी गई है कि वे अपनी शिकायत संबंधित कंपनी की आधिकारिक ईमेल ID पर ही भेजें या फिर कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करें। बैंक, वॉलेट या एयरलाइन से जुड़े कर्मचारी यूजर्स से किसी तरह के बैंकिंग डीटेल्स, पिन या पासवर्ड्स नहीं पूछते, इसलिए यूजर्स को किसी के साथ अपना पिन, OTP और पासवर्ड शेयर ना करने की सलाह दी गई है।

जानकारी

चेक करें वेरिफिकेशन ब्लू टिक

ट्विटर या सोशल मीडिया पर किसी कंपनी के आधिकारिक सपोर्ट या हैंडल से बात करते वक्त सबसे जरूरी है कि उस हैंडल पर वेरिफिकेशन का 'ब्लू टिक' लगा हो। सोशल मीडिया साइट्स वेरिफिकेशन के बाद आधिकारिक हैंडल को ही ब्लू टिक देती है।