व्हाट्सऐप ने राजनीतिक पार्टियों को चेताया, कहा- प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग करने वाले अकाउंट होंगे बैन
इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप ने कहा है कि भारत में राजनीतिक पार्टियां उसके प्लेटफॉर्म का सही इस्तेमाल नहीं कर रही है। कंपनी ने पार्टियों को चेताते हुए कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह लोकसभा चुनाव से पहले ऐसे अकाउंट बैन कर सकती है। बता दें, भारत में व्हाट्सऐप का सबसे बड़ा यूजर बेस है। यहां कंपनी के 23 करोड़ से ज्यादा मंथली एक्टिव यूजर्स हैं। ऐसे में पार्टियां लोगों से जुड़ने के लिए व्हाट्सऐप का सहारा लेती हैं।
कंपनी ने दी अकाउंट बंद करने की चेतावनी
कंपनी के कम्यूनिकेशन हेड कार्ल वूग ने कहा, "हमने देखा है कि कई राजनीतिक पार्टियां भारत में व्हाट्सऐप में गलत तरीकों से इस्तेमाल कर रही है। उनको हमारा संदेश साफ है कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो हम ऐसे अकाउंट बैन कर देंगे।" उन्होंने कहा कि वे काफी समय से राजनीतिक पार्टियों से बात कर उन्हें बता रहे हैं कि व्हाट्सऐप ब्रॉडकास्ट प्लेटफॉर्म नहीं है। यहां एक साथ बड़ी मात्रा में मैसेज भेजने वाले अकाउंट बैन कर दिए जाएंगे।
कंपनी ने तीन महीनों में बैन किए 60 लाख अकाउंट
व्हाट्सऐप ने इस मौके पर एक पत्र भी जारी किया। इसमें कंपनी ने बड़ी मात्रा में मैसेज भेजने वाले ऑटोमेटिड बिहेवियर के खिलाफ कंपनी की लड़ाई के बारे में बताया गया है। कंपनी ने बताया कि पिछले तीन महीनों में दुनियाभर में लगभग 60 लाख ऐसे अकाउंट बैन किए गए हैं जो एक साथ बड़ी मात्रा मे मैसेज भेज रहे थे। जानकारी के लिए बता दें कि दुनियाभर में व्हाट्सऐप के लगभग 150 करोड़ यूजर्स हैं।
लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां में लगी है व्हाट्सऐप
व्हाट्सऐप ने जानकारी दी कि कंपनी लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी कर रही है। कंपनी इसके लिए पिछले साल हुए कर्नाटक चुनावों के समय से तैयारियों में जुटी है। कंपनी की तरफ से बताया गया कि चुनावों के समय एक साथ बड़े स्तर पर मैसेज भेजने के मामले बढ़ जाते हैं। इसलिए कंपनी ने ऐसा सिस्टम बनाया है जो संदिग्ध अकाउंट को बैन कर देगा। व्हाट्सऐप ने इस बारे में चुनाव आयोग को भी जानकारी दे दी है।
व्हाट्सऐप पर फैली फेक न्यूज़ ने ली कई जानें
पिछले कुछ समय से भारत में व्हाट्सऐप काफी विवादों में रही है। व्हाट्सऐप पर फॉरवर्ड होती फेक न्यूज़ ने भारत में कई लोगों की जान ली थी। यह मामला इतना बड़ा हो गया था कि भारत सरकार ने व्हाट्सऐप से इस मामले में कड़े कदम उठाने को कहा। इसके बाद व्हाट्सऐप ने कार्रवाई करते हुए मैसेज फॉरवर्ड की करने की लिमिट घटाकर पांच कर दी और देशभर में अखबारों में विज्ञापन देकर लोगों को फेक न्यूज़ के नुकसान बताए।