
केंद्र की राज्यों को नसीहत, कहा- कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराएं और लापरवाही से बचें
क्या है खबर?
देश के कोरोना महामारी की दूसरी लहर की रफ्तार मंद पड़ती जा रही है। इसके बाद कई राज्यों ने लॉकडाउन में ढील देना शुरू कर दिया है।
इसके साथ ही बाजारों में फिर से भीड़ जुटने लगी है और कोरोना प्रोटोकॉल की पालना होती नजर नहीं आ रही है।
इसको देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर लापरवाही नहीं बरतने और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने की नसीहत दी है।
हालात
देश में प्रतिदिन घटते जा रहे हैं संक्रमण के मामले
बता दें कि देश में अब प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आ रही है। पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 60,753 नए मामले सामने आए और 1,647 मरीजों की मौत हुई।
इसके साथ कुल संक्रमितों की संख्या 2,98,23,546 हो गई है। इनमें से 3,85,137 की मौत हो गई और वर्तमान में 7,60,019 सक्रिय मामले हैं।
लॉकडाउन में ढील के बाद बाजारों में भीड़ उमड़ रही है और बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के घूम रहे हैं।
चेतावनी
विशेषज्ञों ने दी है तीसरी लहर के आने की चेतावनी
इधर, दुनिया भर के 40 स्वास्थ्य विशेषज्ञों, डॉक्टरों, वैज्ञानिकों और वायरोलॉजिस्ट के हालिया सर्वेक्षण के अनुसार भारत में अक्टूबर के आसपास महामारी की तीसरी लहर के आने की उम्मीद जताई है।
इसके उलट दिल्ली स्थित आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि भारत में तीसरी लहर को टाला नहीं जा सकता है और यह छह से आठ सप्ताह में देश में दस्तक दे सकती है। इससे सरकार की चिंता बढ़ गई है।
जानकारी
दिल्ली हाई कोर्ट ने भी दी चेतावनी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अनलॉक के बाद कोरोना वायरस से बचाव के नियमों के उल्लंघन पर चिंता जताते हुए शुक्रवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि नियमों के उल्लंघन से तीसरी लहर को बढ़ावा मिलेगा और इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती है।
पत्र
केंद्रीय गृह सचिव ने लिखा राज्यों को पत्र
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा है कि अनलॉक के तहत धीरे-धीरे बाजार और अन्य गतिविधियां खोली तो जा रही हैं, लेकिन अब भी किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए कि जिससे कोरोना का प्रसार फिर से बढ़ने लगे।
उन्होंने सभी कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराने तथा परीक्षण, पहचान और उपचार की नीति को जिलास्तर पर मुस्तैदी से लागू करने को कहा है।
आवश्यकता
महामारी के प्रसार को रोकने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल की पालना जरूरी- भल्ला
गृह सचिव भल्ला ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल में अनिवार्य रूप से मास्क लगाना, सोशल डिस्टेसिंग, नियमित रूप से हाथ धोना और बंद जगहों पर उचित वेंटीलेशन की व्यवस्था करना शामिल है।
ऐसे में देश में महामारी के प्रसार को बढ़ने से रोकने के लिए इनका पालन किया जाना बहुत अधिक आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि घटते मामलों की संख्या को देखते हुए सरकारों को अतिआत्मविश्वास में आकर लापरवाही बरतने से बचना चाहिए।
जानकारी
कुछ राज्यों में ढील के साथ बरती जा रही है लापरवाही- भल्ला
गृह सचिव भल्ला ने कहा कि कुछ राज्यों में लॉकडाउन से ढील देने के बाद बाजारों में कोरोना प्रोटोकॉल के पालन के बिना लोगों की भीड़ जुट रही है। ऐसे में सरकारों को कोरोना प्रोटोकॉल की सख्ती से पालन कराने पर जोर देना होगा।
सावधानी
राज्यों को बरतनी होगी विशेष सावधानी- भल्ला
गृह सचिव भल्ला ने कहा भले ही कोरोना के मामले घट रहे हैं, लेकिन इसकी वजह से जांच दर में गिरावट नहीं आनी चाहिए। स्थिति हर पल बदल रही है। ऐसे में सक्रिय मामलों में जरा सी बढ़त या फिर पॉजिटिविटी दर बढ़ने जैसे शुरुआती संकेतों को लेकर सचेत रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि छोटे इलाके में मामले बढ़ते हैं तो स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के आधार पर कदम उठाकर उसे स्थानीय स्तर पर ही सीमित किया जाना चाहिए।
वैक्सीनेशन
राज्यों को वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने के करने होंगे प्रयास- भल्ला
गृह सचिव भल्ला ने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ फिलहाल वैक्सीनेशन ही एकमात्र सबसे बड़ा हथियार है। यह वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ने में सबसे ज्यादा मददगार है।
ऐसे में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीनेशन पर विशेष ध्यान देना होगा और इसकी रफ्तार बढ़ातें हुए अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने के प्रयास करने होंगे।
उन्होंने कहा कि जितने अधिक लोगों को वैक्सीन लगेगी, संक्रमण का खतरा उतना ही कम होगा।