बाटला हाउस एनकाउंटर में शहीद हुए इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा को सातवीं बार वीरता पदक
दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा को मरणोपरांत वीरता पदक दिया जाएगा। शर्मा 2008 में बाटला हाउस एनकाउंटर में शहीद हुए थे। वो दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में तैनात थे। गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को उन पुलिसकर्मियों की सूची जारी की है, जिन्हें वीरता के लिए पदक प्रदान किए जाएंगे। शर्मा को मरणोपरांत असाधारण वीरता के लिए सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से भी सम्मानित किया जा चुका है। यह उनका सातवां वीरता पदक होगा।
शुक्रवार को की गई पदकों की घोषणा
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस साल कुल 215 पुलिसकर्मियों को पुलिस मेडल, 80 को विशेष सेवाओं के लिए प्रेसिडेंट पुलिस पदक और 631 पुलिसकर्मियों को सराहनीय कार्यों के लिए पदक देकर सम्मानित किया जाएगा। गृह मंत्रालय हर साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उल्लेखनीय सेवाओं के लिए पुलिसकर्मियों को सम्मानित करता है। राज्य सरकारें इन पदकों के लिए असाधारण और उल्लेखनीय सेवा देने वाले पुलिसकर्मियों के नामों की सिफारिश करती है।
शर्मा को मरणोपरांत दिया गया था अशोक चक्र
अभी तक साइटेशन की घोषणा नहीं हुई है। इसलिए पता नहीं चल पाया है कि शर्मा को यह पुरस्कार बटला हाउस एनकाउंट के लिए मिला है या किसी दूसरे बहादुरी भरे काम के लिए। उन्हें 2009 में मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था।
कौन थे मोहन चंद शर्मा?
मोहन चंद शर्मा 1989 में दिल्ली पुलिस में शामिल हुए थे। छह साल बाद उन्हें प्रमोशन देकर इंस्पेक्टर बनाया गया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ काम करते हुए वो 2008 में दक्षिणी दिल्ली के बटला हाउस में हुए एक एनकाउंटर में शहीद हो गए थे। इस एनकाउंटर पर एक फिल्म भी बन चुकी है। शर्मा दिल्ली पुलिस के एकमात्र ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया जा चुका है।
पुरस्कारों में जम्मू-कश्मीर पुलिस सबसे अव्वल
वीरता का पुलिस पदक (PMG) पाने में जम्मू-कश्मीर पुलिस सबसे आगे रही है। जम्मू कश्मीर पुलिस को 81 पदक मिले हैं। दूसरे नंबर पर रहे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की झोली में 51 पुलिस पदक आए हैं। गृह मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर वीरता पदक आतंक विरोधी अभियानों के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF को दिए गए हैं। अन्य बलों के साथ ये दोनों बल जम्मू-कश्मीर में लगभग आए दिन आतंकियों से लोहा लेते रहते हैं।
CRPF के नरेश कुमार को भी सातवां वीरता पुरस्कार
CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट नरेश कुमार को भी इस बार वीरता के लिए सातवीं बार पुलिस पदक दिया जा रहा है। उन्हें यह पुरस्कार कश्मीर घाटी में आतंक रोधी अभियान चलाने के लिए दिया जा रहा है।