प्रतिभाशाली लोगों की पद्म पुरस्कारों तक पहुंच होगी आसान, पहचान के लिए राज्यों में बनेंगी समितियां
देश में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के बाद भी पद्म पुरस्कार हासिल करने से चूके लोगों के लिए राहत की खबर है। केंद्र सरकार ने ऐसे प्रतिभाशाली लोगों की पद्म पुरस्कारों तक आसान पहुंच बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। केंद्र ने सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के बाद भी पद्म पुरस्कारों के लिए नामित नहीं होने वाले लोगों की पहचान के लिए विशेष समितियां बनाने को कहा है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को लिखा पत्र
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर पद्म पुरस्कारों के लिए प्रतिभाशाली लोगों के चयन के लिए विशेष प्रयास करने कोे कहा है। मंत्रालय ने पत्र में कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सामने आया है कि पद्म पुरस्कारों के लिए बड़ी संख्या में लोगों के नामांकन प्राप्त होते हैं, लेकिन कई प्रतिभाशाली लोगों के नाम पर उत्कृष्ट योगदान के बावजूद भी विचार नहीं किया जाता है।
प्रतिभाशाली लोगों का पता लगाने के लिए किए जाएं विशेष प्रयास- सिंह
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव आरके सिंह ने पत्र में कहा, "कई बार पद्म पुरस्कारों के लिए सार्वजनिक प्रचार से दूर रहने वाले प्रतिभाशाली लोगों के नाम पर विचार नहीं किया जाता है। इसलिए आपसे अपील है कि ऐसे लोगों का पता लगाने के लिए विशेष समितियों का गठन करते हुए विशेष प्रयास किए जाने चाहिए।" उन्होंने आगे कहा, "राज्य सरकारों के प्रयासों से प्रतिभाशाली लोगों की उत्कृष्टता और उपलब्धियों को मान्यता मिलेगी और उनका मनोबल बढ़ेगा।"
नामित व्यक्ति की पृष्ठभूमि पर भी किया जाना चाहिए विचार- सिंह
संयुक्त सचिव सिंह ने कहा कि पद्म पुरस्कार देश के दूसरे सर्वोच्च असैन्य सम्मान हैं। ऐसे में इसके लिए किसी भी व्यक्ति को नामित करने से पहले यह भी देखा जाना चाहिए कि क्या उसे पहले उनके क्षेत्र में कोई राष्ट्रीय या राज्य स्तर का पुरस्कार प्रदान किया गया है? उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों, जनजातियों और दिव्यांग वर्गों से भी पात्र प्रतिभाशाली लोगों का पता लगाने के प्रयास किये जा सकते हैं।
15 सितंबर तक किए जा सकते हैं पद्म पुरस्कारों के लिए आवेदन
संयुक्त सचिव सिंह ने कहा कि इस बाद सरकार ने गणतंत्र दिवस 2022 की पूर्व संध्या पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर एक जून से 15 सितंबर तक आवेदन करने का विकल्प प्रदान किया है।
विशेष परिस्थितियों में दिए जा सकते हैं मरणोपरांत सम्मान
संयुक्त सचिव सिंह ने पत्र में कहा कि सामान्य तौर पर पद्म पुरस्कार सम्मान मरणोपरांत प्रदान नहीं किये जाते है। हालांकि, विशेष परिस्थितियों में सरकार मरणोपरांत भी पुरस्कार देने पर विचार कर सकती है। उसके लिए व्यक्ति का निधन गणतंत्र दिवस से पहले की एक वर्ष की अवधि में होना जरूरी है। बता दें कि पद्म पुरस्कारों में पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री सम्मान दिए जाते हैं। ऐसे में सरकार छिपी हुई प्रतिभाओं को सामने लाना चाहती है।