हर साल से अलग होगा इस बार का स्वतंत्रता दिवस समारोह, कोरोना के कारण कई बदलाव
हर साल धूमधाम से मनाये जाने वाले स्वतंत्रता दिवस पर इस बार कोरोना वायरस का साया रहेगा। इस बार लाल किले पर 74वां स्वतंत्रता दिवस पूरे हर्षोल्लास से मनाया जाएगा, लेकिन हर बार की तरह स्कूली बच्चे यहां नहीं दिखेंगे। साथ ही मेहमानों की संख्या भी घटा दी गई है और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) किट पहने नजर आएंगे। आइये, एक नजर डालते हैं कि महामारी के दौर यह स्वतंत्रता दिवस कैसे अलग होगा।
'एट होम' कार्यक्रम में बुलाए जाएंगे कोरोना योद्धा
हर साल लाल किले से प्रधानमंत्री के संबोधन के वक्त 900-1,000 मेहमान मौजूद रहते हैं, लेकिन इस बार इनकी संख्या लगभग 250 रहेगी। 15 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी अपना सातवां स्वतंत्रता दिवस संबोधन देंगे। संबोधन से पहले 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। दोपहर बाद राष्ट्रपति भवन में होने वाले 'एट होम' कार्यक्रम में कोरोना योद्धाओं को तरजीह दी जाएगी। इस कार्यक्रम में मेडिकल पेशेवरों के अलावा स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रमुख चेहरों को निमंत्रण भेजे गए हैं।
सुरक्षा के बहुस्तरीय इंतजाम
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के स्नाइपर्स और SWAT कमांडो की टीमों को प्रधानमंत्री के संबोधन देने की जगह पर तैनात किया गया है। कार्यक्रम की सुरक्षा पर नजर रखने के लिए 300 कैमरे लगाए गए हैं और इनकी फुटेज पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है। लगभग 4,000 सुरक्षाकर्मियों को लाल किले के आसपास तैनात किया जाएगा। अति महत्वपूर्ण लोगों के आगमन को देखते हुए लाल किले के आसपास की पटरियों पर दो घंटे तक कोई रेल नहीं चलेगी।
गार्ड ऑफ ऑनर में भाग लेने वाले पुलिसकर्मी क्वारंटाइन
गार्ड ऑफ ऑनर में शामिल होने वाले दिल्ली पुलिस के 350 से ज्यादा जवानों को ऐहतियात के तौर पर क्वारंटाइन कर दिया गया है। कॉन्स्टेबल से लेकर DCP रैंक तक ये कर्मचारी और अधिकारी दिल्ली कैंट में बनी नई पुलिस कॉलोनी में क्वारंटाइन है।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए गाइडलाइंस
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए जारी की गई गाडइलाइंस में कहा गया है कि टेक्नोलॉजी का अधिक से अधिक इस्तेमाल करते हुए स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन इस प्रकार होना चाहिए कि भीड़ इकट्ठी न हो। साथ ही मास्क का इस्तेमाल, सोशल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई का ध्यान रखने को कहा गया है। मंत्रालय ने राज्यों को डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी, सफाई कर्मचारियों आदि कोरोना योद्धाओं को समारोह में बुलाने को कहा है।
पहले ही रिकॉर्ड कर ली गई है पुलिस और सेना के बैंडों की परफॉर्मेंस
स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े ऐतिहासिक स्थानों पर पुलिस और सेना के बैंडों की परफॉर्मेंस पहले ही रिकॉर्ड कर ली जाएगी और समारोह के दौरान बड़ी स्क्रीन पर इन्हें दिखाया जाएगा। साथ ही सोशल मीडिया पर भी जारी किया जाएगा।
गृह मंत्रालय ने दिया इन गतिविधियों का सुझाव
गृह मंत्रालय ने स्वतंत्रता दिवस के दिन पौधारोपण, डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिये स्कूल/कॉलेजों में बहस, महत्वपूर्ण योजना की लॉन्चिंग, देशभक्ति गीत गायन, सोशल मीडिया पर देशभक्ति वाले भाषण देने, सरकारी इमारतों और राज्य भवनों को रोशन करने और कार्यक्रम के अनुरूप दूसरी गतिविधियों के आयोजन का सुझाव दिया है। साथ ही मंत्रालय ने लोगों को अपनी छत और बालकनी से तिरंगा फहराने और सोशल मीडिया के जरिये एकता बढ़ाने वाले संदेशों के आदान-प्रदान का सुझाव भी दिया है।