छत्तीसगढ़: कलह मिटाने के लिए चुनाव से पहले कांग्रेस का बड़ा दांव, सिंहदेव को बनाया उपमुख्यमंत्री
क्या है खबर?
छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने एक बड़ा फैसला लिया है। यहां कांग्रेस हाईकमान ने बड़ा दांव खेलते हुए पार्टी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सबसे बड़े राजनीतिक प्रतिद्वंदी टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बना दिया है।
बुधवार को दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस बैठक में राहुल गांधी, मुख्यमंत्री बघेल और छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री भी मौजूद रहे।
बयान
कांग्रेस ने अपने बयान में क्या कहा?
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री के रूप में सिंहदेव की नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।"
उन्होंने कहा, "वह एक वफादार कांग्रेस नेता और एक सक्षम प्रशासक हैं। उपमुख्यमंत्री के रूप में उनकी सेवाओं से राज्य को बहुत लाभ होगा। हमें विश्वास है कि छत्तीसगढ़ के लोग खड़गे जी और राहुल जी के नेतृत्व में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत के साथ फिर से चुनेंगे।"
ट्विटर पोस्ट
मुख्यमंत्री बघेल ने उपमुख्यमंत्री सिंहदेव को दी बधाई
हैं तैयार हम.
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) June 28, 2023
महाराज साहब को उपमुख्यमंत्री के रूप में दायित्व के लिए बधाई एवं शुभकामनाएँ. @TS_SinghDeo pic.twitter.com/1sRZqsEU2W
वजह
फैसले के पीछे क्या है कांग्रेस की रणनीति?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कांग्रेस हाईकमान के इस कदम के पीछे चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस में अंदरुनी कलह को खत्म करना और यहां राजस्थान जैसे हालातों को टालना है।
छत्तीसगढ़ में दिसबंर, 2018 में जब कांग्रेस पार्टी बहुमत में आई थी, उस वक्त मुख्यमंत्री पद पर भूपेश बघेल की ताजपोशी हुई, लेकिन यह बात लगातार चर्चा में बनी रही कि ढाई साल बाद राज्य में सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
हालांकि, बाद में ऐसा कुछ नहीं हुआ।
कलह
काफी समय से है बघेल और सिंहदेव के खेमों में टकराव
सिंहदेव के समर्थकों का कहना है कि कांग्रेस हाईकमान ने उनका सम्मान नहीं किया। यह भी आरोप लगे कि मुख्यमंत्री बघेल ने सिंहदेव को कमजोर करने की कोशिश की।
इसके बाद अगस्त, 2021 में सत्ता साझेदारी का मुद्दा पार्टी के भीतर एक शर्मनाक लड़ाई में बदल गया, जो सिर्फ ढाई साल पहले सत्ता में आई थी। बघेल को अधिकांश विधायकों का समर्थन प्राप्त था और उन्होंने अपना शक्ति प्रदर्शन किया।
हाईकमान के हस्तेक्षप के बाद यह मामला शांत हुआ था।
सिंहदेव
कौन हैं टीएस सिंहदेव?
1952 में इलाहाबाद में जन्मे सिंहदेव का पूरा नाम त्रिभुवनेश्वर शरण सिंहदेव है। उनका ताल्लुक छत्तीसगढ़ के सरगुजा राजघराने से है और वे 'महाराज' कहलाते हैं।
उन्होंने भोपाल के हमीदिया कॉलेज से इतिहास में स्नात्कोत्तर की डिग्री ली है। छत्तीसगढ़ में उनकी राजनीतिक शुरुआत 1983 में अंबिकापुर नगरपालिका परिषद अध्यक्ष बनने से हुई।
वह साल 2008, 2013 और 2018 में अंबिकापुर विधानसभा से विधायक चुने गए। 70 वर्षीय सिंहदेव छत्तीसगढ़ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री और दूसरे सबसे बड़े नेता हैं।