
2017 के बाद 23 शहरों में बढ़ा वायु प्रदूषण का स्तर , 77 शहरों में सुधार
क्या है खबर?
सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) के एक अध्ययन के मुताबिक पिछले 8 सालों में 23 शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा है, जबकि 77 शहरों में सुधार हुआ है।
अध्ययन वर्ष 2017-18 की 2024-25 से तुलना करते हुए किया गया, जिसमें पाया गया कि हवा में मौजूद प्रदूषण के मोटे कण यानी पार्टिकुलेट मैटर (pm10) 23 शहरों में बढ़ा है।
pm10 प्रदूषित कण 10 माइक्रोन व्यास वाले होते हैं। सबसे घातक pm2.5 है।
प्रदूषण
दिल्ली में सबसे अधिक है प्रदूषण
CREA टीम ने 1 अप्रैल, 2024 से 31 मार्च, 2025 की अवधि में 102 शहरों के pm10 आंकड़ों का विश्लेषण किया है।
इसमें पता चला कि दिल्ली में pm10 की सांद्रता सबसे अधिक यानी 206 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है। इसके बाद मेघालय के बर्नीहाट में 200 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है।
दिल्ली-मेघालय के बाद पटना में 180 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर पाया गया।
ये सभी शहर राष्ट्रीय मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से 3 गुना अधिक हैं।
सुधार
इन शहरों में दिखा सुधार
CREA टीम के विश्लेषण में पता चला कि 2017-18 के बाद से उत्तर प्रदेश के 10 शहरों में pm10 के स्तर में 40 प्रतिशत से अधिक की कमी हुई है।
इसके बाद उत्तराखंड और पंजाब के 2-2 शहर में भी सुधार दिखा। तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, झारखंड, नागालैंड, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल के एक-एक शहर में 40 प्रतिशत से अधिक की कमी pm10 स्तर में मिली है।
ओडिशा और महाराष्ट्र में pm10 के स्तर में वृद्धि वाले शहर सबसे अधिक हैं।
जानकारी
वायु गुणवत्ता स्टेशन से जुटाई जानकारी, लेकिन 28 शहरों में नहीं हैं
CREA टीम ने यह आंकड़े सतत परिवेशी वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन (CAAQMS) से जुटाए हैं, जो 102 शहरों में लगे हैं। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत स्टेशनों को 130 शहरों में होना चाहिए, लेकिन यह अभी 28 में नहीं हैं।