NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / फंगस संक्रमण को लेकर विशेषज्ञों की सलाह, कहा- रंग की बजाय लक्षणों पर ध्यान दें
    अगली खबर
    फंगस संक्रमण को लेकर विशेषज्ञों की सलाह, कहा- रंग की बजाय लक्षणों पर ध्यान दें

    फंगस संक्रमण को लेकर विशेषज्ञों की सलाह, कहा- रंग की बजाय लक्षणों पर ध्यान दें

    लेखन भारत शर्मा
    May 25, 2021
    05:45 pm

    क्या है खबर?

    कोरोना वायरस महामारी के बीच अब म्यूकरमायकोसिस यानी ब्लैक फंगस ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है।

    इसका सबसे ज्यादा प्रभाव कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हुए लोगों में मिल रहा है। सरकारें अभी इससे निपटने की तैयारी ही कर रही है कि अब व्हाइट और येलो फंगस भी सामने आ चुके हैं।

    इसी बीच महामारी विशेषज्ञों ने कहा है कि फंगस के रंग से घबराने जरूरत नहीं है और इसके लक्षण और खतरों पर ध्यान दिया जाना याहिए।

    हालात

    देश में सामने आए ब्लैक, व्हाइट और येलो फंगस के मामले

    देश में ब्लैक, व्हाइट और येलो फंगस के मामले सामने आ चुके हैं।

    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा था 18 राज्यों ने म्यूकरमायकोसिस के 5,424 मामले दर्ज किए हैं। इनमें से 200 से अधिक की मौत हो चुकी है।

    इसी तरह बिहार की राजधानी पटना में व्हाइट फंगस के चार तथा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में येलो फंगस का एक मामला सामने आ चुका है। इससे लोगों में फंगस संक्रमण का भय बढ़ता जा रहा है।

    गंभीर

    येलो फंगस को बताया जा रहा है सबसे अधिक खतरनाक

    विशेषज्ञों के अनुसार ब्लैक फंगस में चेहरे पर सूजन, सिरदर्द, आंखों में सूजन, धुंधला दिखना या अंधेपन का खतरा अधिक रहता है।

    इसी तरह येलो फंगस फेफड़ों के साथ त्वचा, मुंह के भीतरी हिस्से, पेट, आंत आदि को संक्रमित करता है और ब्लैक फंगस से अधिक खतरनाक है।

    इसके अलावा येलो फंगस शरीर के अंदरूनी अंगों को निशाना बनाती है और संक्रमण के अधिक होने पर अंग काम करना बंद कर देते हैं। यह दोनों से अधिक घातक है।

    सलाह

    रंगों के उपयोग से लोगों में बैठ रहा है डर- पांडा

    भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) में महामारी विज्ञान और संचारी रोग प्रमुख डॉ समीरन पांडा ने कहा कि "ब्लैक, व्हाइट और येलो फंगस जैसे शब्द लोगों में डर बढ़ाने और उन्हें आशंकित कर रहे है। मैं लोगों से कहूंगा कि फंगस के रंग के कारण डरे नहीं और इसके लक्षण और खतरों पर ध्यान केंद्रित करें।"

    उन्होंने आगे कहा, "अधिकतर फंगल संक्रमण कमजोर इम्यूनिटी के कारण होते हैं। ऐसे में हमें इम्यूनिटी बढ़ाकर इनसे लड़ने की क्षमता विकसित करनी होगी।"

    जानकारी

    आमतौर पर सरीसृपों में मिलता है येलो फंगस- डॉ त्यागी

    दिल्ली-NCR में कान-नाक-गला रोग विशेषज्ञ डॉ बीपी त्यागी ने कहा कि गाजियाबाद में एक व्यक्ति में ब्लैक, व्हाइट और येलो फंगस का पता चला है। उनका दावा है कि येलो फंगस छिपकली जैसे सरीसृपों में मिलता है। यह अपनी तरह का पहला मामला है।

    अध्ययन

    येलो फंगस पर किया जाएगा अध्ययन- डॉ पांडा

    डॉ पांडा ने कहा कि गाजियाबाद में मरीज के मिला येलो फंगस सरीसृपों वाला ही है, इसकी जांच के लिए अध्ययन करने की जरूरत है। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

    इसी तरह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर डॉ गिरिधर आर बाबू ने कहा कि फंगल संक्रमण से जुड़े कारण और खतरों के कारकों की पहचान करना महत्वपूर्ण है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में इनके सामने आने के कारणों का पता लगाया जाना चाहिए।

    सलाह

    रंग की जगह फंगस के लक्षणों पर ध्यान देना है अधिक महत्वपूर्ण- डॉ गुलेरिया

    दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि म्यूकरमायकोसिस की पहचान रंग की जगह उसके नाम से करना बेहतर है। इसी तरह इसके रंग की जगह लक्षण पर ध्यान देना अधिक महत्वपूर्ण है।

    उन्होंने कहा कि एक ही फंगस को अलग-अलग रंगों से पुकारना भ्रम पैदा करता है। यह कोरोना संक्रमण की तरह छूने से नहीं फैलता है। यह शुगर मरीज और कमजोर इम्यूनिटी वालों में अधिक होता है।

    जानकारी

    गुलेरिया ने बताए फंगल संक्रमण के प्रकार

    डॉ गुलेरिया ने कहा कि दुनिया में कैंडिडा, एस्परगिलोसिस, क्रिप्टोकोकस, हिस्टोप्लास्मोसिस और कोक्सीडियोडोमाइकोसिस जैसे फंगल संक्रमण होते हैं। इनमें से म्यूकरमायकोसिस, कैंडिडा और एस्परगिलोसिस कमजोर इम्यूनिटी वालों में अधिक होता हैं। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन के साथ म्यूकरमायकोसिस का कोई निश्चित संबंध नहीं मिला है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    कोरोना वायरस
    महामारी
    रणदीप गुलेरिया
    ब्लैक फंगस

    ताज़ा खबरें

    महेंद्र सिंह धोनी ने टी-20 क्रिकेट में अपने 350 छक्के पूरे किए, जानिए उनके आंकड़े महेंद्र सिंह धोनी
    IPL: सबसे ज्यादा फाइनल मैचों की मेजबानी कर चुके हैं ये मैदान इंडियन प्रीमियर लीग
    प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मनी के नए चांसलर फ्रेडरिक मर्ज को दी बधाई, जानिए क्या कहा नरेंद्र मोदी
    सुजुकी मोटरसाइकिल हरियाणा में बना रही नया प्लांट, 1,200 करोड़ होंगे खर्च  सुजुकी मोटरसाइकिल भारत

    कोरोना वायरस

    देशभर में ब्लैक फंगस के लगभग 9,000 मामले, राज्यों को भेजी गईं दवा की 23,000 शीशियां केंद्र सरकार
    दिल्ली में वैक्सीन का स्टॉक खत्म, 18-44 साल वालों का वैक्सीनेशन थमा दिल्ली
    दूसरों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला सकते हैं बच्चे- केंद्र सरकार कोरोना वायरस के मामले
    टिंडर, बंबल जैसी डेटिंग ऐप्स में बदलाव, कोविड-19 वैक्सीन लगवाई तो मिलेगा बैज मोबाइल ऐप्स

    महामारी

    केंद्र की तरफ से राज्यों को भेजे गए वेंटिलेटरों का होगा ऑडिट, प्रधानमंत्री ने दिए आदेश कोरोना वायरस
    कोरोना वायरस: पंजाब में हुई कुल मौतों में से 40 प्रतिशत पिछले 44 दिनों में हुई पंजाब
    कोरोना महामारी की पहली लहर के बाद लापरवाह हो गई थी सरकार और जनता- मोहन भागवत भारत की खबरें
    कोरोना संक्रमण के चपेट में होने के बाद श्रीनगर में महज 120 लोगों को लगी वैक्सीन जम्मू-कश्मीर

    रणदीप गुलेरिया

    कोरोना वायरस: साल के अंत तक बाजार में उपलब्ध हो सकती है वैक्सीन- AIIMS निदेशक कोरोना वायरस
    कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन हो सकते हैं ज्यादा संक्रामक- AIIMS निदेशक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS)
    भारी भीड़ और नए वेरिएंट्स के कारण बढ़ रहे कोरोना के मामले- AIIMS प्रमुख अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS)
    दिल्ली: कोरोना लहर में ज्यादातर युवा हो रहे संक्रमित, अधिकांश में हल्के लक्षण- AIIMS प्रमुख दिल्ली

    ब्लैक फंगस

    मरीजों में कैसे लगाएं ब्लैक फंगस का पता? AIIMS ने जारी की एडवायजरी दिल्ली
    केंद्र ने राज्यों को 'ब्‍लैक फंगस' को महामारी अधिनियम के तहत अधिसूचित करने के निर्देश दिए राजस्थान
    एक और आफत, ब्लैक फंगस के बाद अब सामने आए व्हाइट फंगस के मामले बिहार
    ब्लैक फंगस के बढ़ते प्रकोप के बीच AIIMS निदेशक ने बताए बचाव के प्रमुख उपाय अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS)
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025