दूसरों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला सकते हैं बच्चे- केंद्र सरकार
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर को लेकर चिंताओं के बीच आज केंद्र सरकार ने साफ किया कि बच्चे भी इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं और संक्रमण फैला भी सकते हैं। हालांकि बच्चों पर इसका बेहत कम असर होता है और उन्हें सामान्य तौर पर अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ती है।
सरकार ने बच्चों को वायरस की ट्रांसमिशन चैन का हिस्सा न बनने देने को लेकर चेताया भी है।
बयान
बच्चों को गंभीर संक्रमण नहीं होता- डॉ वीके पॉल
कोविड-19 राष्ट्रीय टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ वीके पॉल ने स्वास्थ्य मंत्रालय की दैनिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए कहा, "बच्चे इस संक्रमण से सुरक्षित नहीं हैं और वे बाकियों को संक्रमित भी कर सकते हैं। लेकिन आम तौर पर बच्चों को गंभीर संक्रमण नहीं होता है। उनमें या तो कोई लक्षण नहीं होंगे या फिर बहुत कम लक्षण होंगे। उन्होंने सामान्य तौर पर अस्पताल में भर्ती कराए जाने की जरूरत नहीं पड़ती है।"
संक्रमण
डॉ पॉल बोले- बच्चों और बड़ों में बराबर थी सीरो पॉजिटिविटी
डॉ पॉल ने आगे कहा, "कुछ तथ्य हमारे सामने स्पष्ट हैं। बच्चे संक्रमित हो सकते हैं और एक हद तक संक्रमित हो सकते हैं। पक्के तौर पर यह नहीं कहा जा सकता है कि बच्चों में संक्रमण कम है। उदाहरण के लिए, दिसंबर-जनवरी के सीरो सर्वे में सामने आया था कि बच्चों और बड़ों में सीरो पॉजिटिविटी लगभग समान है।"
उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों में 3-4 प्रतिशत बच्चे होते हैं।
बयान
"10-12 साल के बच्चों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत"
डॉ पॉल ने कहा कि इस सबके बावजूद बच्चों को संक्रमण की चैन का हिस्सा बनने नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहा कि 10 से 12 साल के बच्चों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि वे काफी घूमते-फिरते हैं।
तीसरी लहर
तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा संक्रमित होने का अंदेशा
बता दें कि केंद्र सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार समेत कई विशेषज्ञ कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने का अंदेशा जाहिर कर चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक हालिया बैठक में जिलाधिकारियों को संक्रमित बच्चों के आंकड़े इकट्ठा करने और इनकी लगातार समीक्षा करते रहने का निर्देश दिया था।
उन्होंने यह निर्देश इसलिए दिया था कि बच्चों में संक्रमण फैलने पर इसे समय रहते पकड़ा जा सके।
तैयारियां
राज्यों ने शुरू किया बच्चों के लिए कोविड देखभाल केंद्र बनाना
कई राज्यों ने तीसरी लहर से बच्चों के बचाव के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। महाराष्ट्र सरकार ने बच्चों के लिए कोविड केंद्र बनाना शुरू कर दिया है, वहीं दिल्ली सरकार ने भी इस दिशा में काम शुरू किया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अधिकारियों को बच्चों के लिए देखभाल केंद्र बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि तीसरी लहर में उनके प्रभावित होने पर अस्पतालों की कमी न पड़े।
कोरोना का कहर
देश में क्या है महामारी की स्थिति?
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,57,299 नए मामले सामने आए और 4,194 मरीजों की मौत हुई।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,62,89,290 हो गई है। इनमें से 2,95,525 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 29,23,400 रह गई है।
इन दिनों देश में कोरोना वायरस का B.1.617.2 वेरिएंट प्रमुखता से फैल रहा है।