दिल्ली: 70 प्रतिशत कोरोना टैक्स के बावजूद नौ दिन में बिकी 84 करोड़ रुपये की शराब
लॉकडाउन में लंबे समय तक शराब दुकानों के बंद रहने से परेशान हुए सुरा प्रेमी अब जमकर शराब का आनंद ले रहे हैं। शराब के प्रति उनके प्रेम का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शराब के दामों में बढ़ोत्तरी किए जाने के बाद भी वह पीछे नहीं हट रहे हैं। दिल्ली आबकारी विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में सुरा प्रेमियों ने पिछले नौ दिन में 84 करोड़ रुपये की शराब खरीद ली।
दिल्ली सरकार ने शराब पर लगाया 70 प्रतिशत स्पेशल कोरोना टैक्स
केंद्र सरकार की ओर से लॉकडाउन के तीसरे चरण में शराब दुकानें खोलने की अनुमति देने के बाद दिल्ली में 4 मई से दुकानें खोल दी गई थीं। इस दौरान दुकानों पर जमकर भीड़ उमड़ी और खुलेआम सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आई। इसके कारण दुकानों को बंद कर दिया गया और सरकार ने शाम को भीड़ को नियंत्रित करने तथा राजस्व में बढ़ोत्तरी के लिए शराब पर स्पेशल कोरोना फी के रूप में 70 प्रतिशत टैक्स लगा दिया।
दिल्ली सरकार ने अतिरिक्त टैक्स से जुटाया 55 करोड़ का अतिरिक्त राजस्व
TOI की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली आबकारी विभाग के 12 मई तक की शराब बिक्रकी के आंकड़ों में राज्य में नौ दिनों में कुल 84 करोड़ रुपये की शराब बिकी है। ऐसे में सरकार ने विशेष कोरोना फी के रूप में लगाए कए टैक्स के जरिए 55 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व जुटाया है। यह राशि उत्पाद शुल्क के रूप में प्राप्त किए गए 52-54 करोड़ रुपये से अलग है। ऐसे में दिल्ली सरकार को बड़ा फायदा हुआ है।
दिल्ली में 9 मई को बिकी सबसे ज्यादा शराब
आबकारी विभाग के अनुसार दिल्ली में 9 मई को सबसे ज्यादा 18 करोड़ रुपये की शराब बिकी थी। इसी तरह चार मई को 5.2 करोड़ की शराब बिकी थी। यह बिक्री महज 3 घंटे में ही हो गई थी। इसी तरह 5 मई को 4.5 करोड़ रुपये, 7 मई को 5 करोड़, 8 मई को 15.8 करोड़ रुपये, 10 मई को 14.2 करोड़, 11 मई को 11.6 करोड़ और 12 मई को 9.7 करोड़ रुपये की शराब बिक्री हुई है।
दिल्ली में अब टोकन सिस्टम से हो रही शराब बिक्री
दिल्ली में शराब की दुकानों पर बढ़ती भीड़ को कम करने के लिए सरकार ने इसकी ऑनलाइन बिक्री की अनुमति दी है। अब सरकार ने शराब के खरीदारों के लिए टोकन सिस्टम व्यवस्था लागू की है। इस नई व्यवस्था के तहत लोगों को दुकानों से शराब खरीदने से पहले खुद को रजिस्टर कराने के साथ ई-टोकन प्राप्त करना होता है। शराब की दुकानों को ई-टोकन रखने वाले व्यक्तियों को ही शराब बेचने का निर्देश दिया गया है।
चार राज्यों में हो रही शराब की होम डिलीवरी
शराब के प्रति लोगों के रुझान को देखते हुए छत्तीसगढ़, पंजाब, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने तथा राजस्व को बढ़ाने क लिए सबसे पहले शराब की होम डिलीवरी करने की व्यवस्था लागू कर रखी है। सुरा प्रेमियों को सबसे पहले विभाग की वेबवाइट पर पंजीयन कराना होता है और उसके बाद वह घर बैठे शराब मंगवा सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी अन्य राज्यों से इस पर विचार करने को कहा है।