केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद दिल्ली में सोमवार से खुलेंगी शराब की 450 दुकानें
केंद्र सरकार के शराब की दुकानें खोलने की मंजूरी देने के बाद दिल्ली में सोमवार से लगभग 450 शराब की दुकानें खुलेंगी। ये सभी दुकानें कंटेनमेंट जोन से बाहर होंगी। मॉल्स और बाजार में स्थित शराब की दुकानों को भी खुलने की इजाजत नहीं दी गई है और केवल मुख्य बाजार से बाहर वाली शराब की दुकानें खुलेंगी। दिल्ली आबकारी विभाग की समीक्षा के बाद ये फैसला लिया गया है।
गृह मंत्रालय ने दी थी 4 मई से शराब की बिक्री की इजाजत
शुक्रवार को 17 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का आदेश जारी करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शराब की बिक्री पर लगी रोक को हटा दिया था और कंटेनमेंट जोन के बाहर सभी इलाकों में शराब बेचने को अनुमति दे दी थी। ये फैसला 4 मई यानि सोमवार से लागू होना है और सभी राज्य इसी संबंध में आदेश जारी कर रहे हैं। शराब की बिक्री राज्यों के लिए अहम है क्योंकि उन्हें इससे बड़ी आमदनी होती है।
गृह मंत्रालय के आदेश के बाद दिल्ली आबकारी विभाग ने मंगाई दुकानों की सूची
गृह मंत्रालय की इस मंजूरी के बाद दिल्ली आबकारी विभाग ने शनिवार को शराब की ऐसी दुकानों की सूची मांगी जो गृह मंत्रालय के मानदंडों पर खरी उतरती हैं। आबकारी विभाग के अनुसार, दिल्ली में शराब की 545 दुकानें हैं जिनमें से लगभग 95 कंटेनमेंट जोन और मॉल्स में आती हैं। बाकी 450 दुकानें गृह मंत्रालय के मानदंडों पर खरा उतरती हैं और उन्हें सोमवार से खुलने की इजाजत दे दी गई है। ये दुकानें 22 मार्च से बंद हैं।
ये गतिविधियां भी हो सकते हैं सोमवार से शुरू
शराब की दुकानों के अलावा दिल्ली में सोमवार से कंटेनमेंट जोन से बाहर आने वाले इलाकों में सभी जरूरी और गैर-जरूरी सामानों की दुकानें खोली जाएंगी। इसके अलावा गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबिक निजी दफ्तरों को 33 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलने की इजाजत दी जा सकती है। बाकी कर्मचारियों को घर से काम करना होगा। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन से बाहर कुछ कारोबारी गतिविधियों की इजाजत दी जा सकती है।
दिल्ली में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 4,122 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 64 की मौत हुई है, वहीं 1,256 को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। शनिवार को नए 384 मामले सामने आए। शहर के सभी 11 जिले रेड जोन में हैं और पूरी दिल्ली में 96 कंटेनमेंट जोन हैं जहां आक्रामक रणनीति अपनाकर कोरोना पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है।