दिल्ली में कल से लॉकडाउन में बड़ी छूट, केजरीवाल बोले- दिल्ली को वापस खोलने का समय
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज ऐलान किया कि सोमवार से दिल्ली में लॉकडाउन में वो सभी छूटें मिलेंगी जो केंद्र सरकार ने अपनी गाइडलाइंस में प्रदान की हैं। उन्होंने कहा, "दिल्ली को वापस खोलने का समय आ गया है। हमें कोरोना वायरस के साथ रहने के लिए तैयार होना होगा।" उन्होंने कहा कि दिल्ली केंटेनमेंट जोन के अलावा बाकी सभी जगहों पर लॉकडाउन में ढील देने को तैयार है।
अगर मामलों में वृद्धि हुई तो संभालने को पूरी तरह तैयार- केजरीवाल
शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, "हम केंद्र सरकार को सुझाव दे रहे हैं कि सभी कंटेनमेंट जोन को सील रखा जाए, बाकी को वे ग्रीन जोन घोषित कर सकते हैं। दुकानों को ऑड-ईवन आधार पर खोला जा सकता है। अगर लॉकडाउन को पूरी तरह हटाने के बाद मामलों में वृद्धि होती भी है तो हम उन्हें संभालने के लिए तैयार हैं।" उन्होंने कहा कि दिल्ली में अस्पताल और किट की पूरी तैयारी है।
कुछ इस तरह से खुलेंगे सरकारी और निजी दफ्तर
केजरीवाल ने कहा कि कल से दिल्ली में आवश्यक सेवाओं से संबंधित सभी सरकारी दफ्तर 100 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे। ऐसे सरकारी दफ्तर जो आवश्यक सेवाओं में संबंधित नहीं हैं, उनमें उप सचिव स्तर के सभी कर्मचारी आएंगे, वहीं उसके नीचे के स्तर का 33 प्रतिशत स्टाफ आएगा। इसके अलावा शहर में कंटेनमेंट जोन से बाहर सभी निजी दफ्तरों को 33 प्रतिशत स्टाफ के साथ खुलने की इजाजत होगी।
ये सेवाएं भी हो सकेंगी शुरू
ई-कॉमर्स कंपनियों को भी आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी जारी रखने की इजाजत होगी, वहीं IT सेवाएं, कॉल सेंटर्स, गोदाम और सुरक्षा प्रदान करने वाली निजी कंपनियां भी काम कर सकेंगी। टेक्नीशियन, प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन और घरेलू काम करने वाले लोग भी काम शुरू कर सकेंगे। बाजार से बाहर की आवश्यक और गैर-आवश्यक सेवाओं की सभी दुकानें खुली रहेंगी, वहीं बड़े बाजारों में आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाली दुकानें खुल सकेंगी। स्टेशनरी दुकानें भी खुल सकेंगी।
मेट्रो समेत सार्वजनिक परिवहन रहेगा बंद
कनॉट प्लेस और खान मार्केट जैसे सभी बड़े बाजार बंद रहेंगे। मेट्रो समेत सभी तरह का सार्वजनिक परिवहन भी बंद रहेगा। चौपहिया वाहन को ड्राइवर के साथ दो लोगों और दोपहिया को एक व्यक्ति के साथ चलने की इजाजत होगी। स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। इसके अलावा सभी होटल, रेस्टोरेंट, सिनेमा हॉल, मॉल्स, जिम, नाई की दुकानें और सैलून भी बंद रहेंगे। सामाजिक राजनीतिक और धार्मिक जमावड़े पर भी पाबंदी रहेगी।
50 लोगों के साथ हो सकेगी शादी
केजरीवाल ने शादियों पर लगी रोक को हटाने का ऐलान भी किया। 50 लोगों की उपस्थिति के साथ अब लोग शादी कर सकेंगे। वहीं अंतिम संस्कार में 20 लोगों को शामिल होने की इजाजत होगी।
केजरीवाल बोले- लॉकडाउन से पैदा होती हैं दो बहुत बड़ी समस्याएं
अपनी सरकार के इस फैसले का कारण बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि पूरी दिल्ली को रेड जोन में तब्दील करने से दो सबसे बड़ी समस्याएं पैदा होती हैं। उन्होंने कहा, "पहला- लोगों की नौकरियां जाती हैं। दुकानें बंद होने से कारोबारियों और उद्योगों को बहुत नुकसान हुआ है। जिन लोगों की नौकरियां चली गई हैं, वे लोग शहर छोड़ कर जा रहे हैं। कई और जाना चाहते हैं। दिल्ली बहुत अधिक समय तक इसका सामना नहीं कर पाएगी।"
दिल्ली सरकार की नहीं हो रही कोई कमाई- केजरीवाल
दूसरी समस्या बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार को कोई राजस्व नहीं मिल रहा है और उसकी अर्थव्यवस्था संकट में है इसलिए लॉकडाउन को जारी रखना संभव नहीं है। उन्होंने कहा, "हम सैलरी कैसे देंगे? सरकार कैसे काम करेगी। हर साल अप्रैल में हमारा राजस्व कम से कम 3,500 करोड़ रुपये रहता है, इस साल हमारा राजस्व केवल 300 करोड़ रुपये है। हम इस पैसे से सैलरी नहीं दे सकते।"
दिल्ली में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 4,122 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 64 की मौत हुई है, वहीं 1,256 को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। शनिवार को नए 384 मामले सामने आए। शहर के सभी 11 जिले रेड जोन में हैं और पूरी दिल्ली में 96 कंटेनमेंट जोन हैं जहां आक्रामक रणनीति अपनाकर कोरोना पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है।