साइक्लोन टाउते: नौसेना ने समुद्र से बरामद किए 22 शव, गुजरात में हुई 45 की मौत

अरब सागर में उठे साइक्लोन टाउते ने देश में जमकर कहर मचाया है। इसके कारण सोमवार को बॉम्बे हाई के पास बजरे-P305 जहाज समुद्र में डूब गया था। इस पर कुल 273 लोग सवार थे। हालांकि, नौसेना ने बचाव अभियान चलाकर इनमें से 184 लोगों को बचा लिया है और 22 शव बरामद किए हैं। 67 लापता लोगों की तलाश अभी जारी है। इसी तरह गुजरात में टाउते से अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है।
बता दें कि सोमवार शाम को साइक्लोन टाउते के गुजरात तट से टकराने से कुछ घंटे पहले बजरे-P305 जहाज मुंबई के पास अरब सागर में फंस गया था। उस दौरान यह तेज हवाओं के साथ मुंबई से समुद्र तट से करीब 35-40 मील दूरी पर जाकर डूब गया था। इसी तरह तीन अन्य जहाज भी साइक्लोन के कारण समुद्र में फंस गए थे। इसके बाद भारतीय नौसेना ने लोगों को बचाने के लिए समुद्र में बचाव अभियान शुरू किया था।
भारतीय नौसेना ने बुधवार को बयान जारी कर कहा है कि INS तेग, INS बेतवा, INS कोच्चि, INS व्यास, P8I विमान और सीकिंग हेलोस के जरिए युद्ध स्तर पर बचाव अभियान चलाया गया था। इसके तहत अब तक बजरे-P305 पर सवार 184 लोगों और दो अन्य बजरे तथा एक ऑयल रिग पर मौजूद 334 लोगों को सुरिक्षत बताया जा चुका है। उन्होंने बताया कि बजरे-P305 पर सवार 22 लोगों के शव भी बरामद हुए हैं। अन्य की तलाश जारी है।
नौसेना का युद्धपोत INS कोच्चि बजरे-P305 से बचाए गए लोगों में से 125 को लेकर बुधवार को मुंबई पहुंच गया है। उनकी सकुशल वापसी से परिजनों में खुशी की लहर है। नौसेना के कहा कि लापता अन्य 75 लोगों की तलाश अभी जारी है।
#CycloneTauktae #Update#INSKochi entering Mumbai harbour today morning alongwith rescued personnel from Barge P305.
— PRO Defence Mumbai (@DefPROMumbai) May 19, 2021
INS Teg, INS Betwa, INS Beas P8I aircraft Seaking Helos continuing with Search Rescue Ops.@indiannavy @SpokespersonMoD @DDNewslive @PIB_India @airnewsalerts pic.twitter.com/jkBY5DnJeI
INS कोच्चि के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन सचिन सेक्विरा ने कहा, "हमारा पोत बजरे-P305 से अब तक बचाए गए 184 लोगों में से 125 को लेकर लौटा है। समुद्र उफान पर है और हवा 90-100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है। इतना ही नहीं समुद्र में नौ से 10 मीटर ऊंची लहरें उठी रही हैं। इससे तलाश एवं बचाव अभियान में थोड़ी परेशानी आ रही है।" उन्होंने कहा कि पूरी टीम विषम परिस्थितियों में बचाव कार्य में जुटी है।
साइक्लोन टाउते ने गुजरात में भी भारी तबाही मचाई है। सोमवार देर रात साइक्लोन 185 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गुजरात के तट से टकराया। इसका सबसे ज्यादा असर सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात के कई इलाकों देखने को मिला। तेज हवाओं के कारण बिजली के खंभे और पेड़ धराशाही हो गए। इसी तरह हजारों घरों और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है। साइक्लोन जनित हादसों के कारण गुजरात में अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है।
साइक्लोन का प्रभाव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है सौराष्ट्र की 46 पंचायतों में 100mm से अधिक बारिश दर्ज की गई है। इनमें से 12 पंचायतों में तो 150-175mm से अधिक बारिश हुई है। इससे नदी और तालाब उफान पर आ गए हैं।
अहमदाबाद हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि साइक्लोन के कारण मंगलवार रात 10 बजे तक उड़ानों का संचालन पूरी तरह से बंद रखा गया था। उन्होंने कहा कि पहले सोमवार शाम 07:30 बजे से मंगलवार सुबह 5 बजे तक परिचालन बंद किया गया था, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं होने पर मंगलवार दोपहर 3 बजे फिर से परिचालन रोक दिया गया। इसके बाद रात करीब 10 बजे हवाई अड्डे से उड़ानों का संचालन शुरू किया गया।
साइक्लोन टाउते के गुजरात तट से टकराने के बाद कमजोर होने से अब आस-पास के राज्यों में बारिश का दौर चल रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है साइक्लोन अब कमजोर पड़ गया है। इसके चलते अब इसने पश्चिमी विक्षोभ का रूप ले लिया है और राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित कई अन्य राज्यों में भी बारिश का दौर शुरू हो गया है। हालांकि, अब इसके कमजोर पड़ने से ज्यादा खतरा नहीं है।
कमजोर पड़े साइक्लोन ने देर रात राजस्थान में प्रवेश कर लिया। इसका सबसे अधिक प्रभार उदयपुर संभाग में नजर आ रहा है। तेज बारिश ने उदयपुर संभाग की सभी झीले लबालब हो गई है। उदयपुर जिले में गोगुंदा में सर्वाधिक 70mm बारिश दर्ज की गई है। तेज हवाओं से कई जगह पेड़ धराशाई हो गए। इसी तरह कोटा संभाग, भीलवाड़ा, अजमेर, जयपुर, दौसा आदि जिलों में भी मंगलवा देर रात से बारिश का दौर लगातार जारी है।
गुजरात और केंद्र शासित प्रदेश दीव में साइक्लोन टाउते के कारण भारी तबाही हुई है। जिसके आकलन के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन इलाकों का दौरा करने पहुंच गए। प्रधानमंत्री दिल्ली से सुबह 09:30 बजे गुजरात के भावनगर के लिए रवाना हुए। इसके बाद वह उना, दीव, जाफ़राबाद, महुवा, अमरेली और गीर सोमनाथ जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसी तरह प्रधानमंत्री मोदी मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे।