आतंकवाद से जूझ रहे पाकिस्तान ने खुद को बताया 'पर्यटकों के लिए स्वर्ग'
क्या है खबर?
भारत के खिलाफ लड़ने के लिए आतंकियों को पालने वाला पाकिस्तान खुद अपने किए का फल भोग रहा है।
उसके खुद के पाले सांप आज उसे ही काट रहे हैं और सुरक्षा के लिहाज से वहां हालात खराब हैं।
लेकिन इतने के बावजूद भी पाकिस्तान की हिम्मत देखिए कि उसने खुद को 'पर्यटकों के लिए स्वर्ग' बताया है।
यह बात शुक्रवार को सरकार ने कुछ वीजा सुधारों को जारी करते वक्त कही।
सरकार देश में पर्यटन बढ़ाना चाहती है।
वीजा नियम
वीजा नियमों में सुधार
नए वीजा नियमों में सरकार ने 50 देशों के पर्यटकों को वीजा ऑन अराइवल और 175 देशों को इलेक्ट्रॉनिक वीजा की सुविधा प्रदान की है।
सरकार का लक्ष्य इन सुधारों के साथ पर्यटन उद्योग को एक बार फिर से खड़ा करना है।
सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि कैबिनेट द्वारा पारित यह सुधार 11 सितंबर, 2011 को अमेरिका में हुए आतंकी हमले के बाद इस्लामिक आतंकवाद से बर्बाद हुए पर्यटन उद्योग के लिए नए रास्ते खोलेंगे।
हिमालय
'पर्यटकों के लिए स्वर्ग है पाकिस्तान'
हिमालय और अरब सागर की बात करते हुए चौधरी ने कहा, "हमारे यहां पहाड़ हैं, समुन्द्र है। पाकिस्तान पर्यटकों के लिए स्वर्ग है।"
सरकार ने उन देशों के नाम उजागर नहीं किए हैं जिन्हें नए नियमों से फायदा होगा।
दिसंबर में रॉयटर्स से बातचीत में चौधरी ने कहा था कि यूरोपीय देशों के नागरिकों को वीजा ऑन अराइवल की सुविधा दी जाएगी।
ऐसे में यूरोपीय देशों को नए नियमों में फायदा मिलने का अनुमान है।
कश्मीर
संवेदनशील इलाकों में जा सकेंगे पर्यटक
नियमों के अनुसार, पर्यटकों को राजनीतिक रूप से संवेदनशील कश्मीर के हिमालय क्षेत्र और अन्य उत्तरी क्षेत्रों में जाने की अनुमति भी होगी। अभी इन क्षेत्रों में जाने के लिए विशेष अनुमति लेनी पड़ती है।
नए नियमों में विदेशी पत्रकारों पर लगे यात्रा प्रतिबंधों को भी आसान कर दिया जाएगा।
यह वीजा सुधार तब आए हैं जब पाकिस्तान में सुरक्षा हालातों में सुधार होने के बाद कुछ देशों ने उसपर जारी होने वाली यात्रा सलाह आसान कर दी है।
पाकिस्तान
सुरक्षा हालातों में हुआ है सुधार
पाकिस्तान में कठिन इस्लामिक नियमों और खराब सुरक्षा हालातों की वजह से पर्यटकों की संख्या बेहद कम रह गई है।
लेकिन हालिया वर्षों में सुरक्षा हालातों में बहुत सुधार हुआ है और आतंकवादी हमलों की संख्या में बेहद कमी आई है।
पाकिस्तान पर्यटन विकास निगम के अनुसार, पिछले साल 2017 में देश में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़कर 17.5 लाख हो गई थी।
सरकार को उम्मीद है कि नए नियमों के बाद यह संख्या और बढ़ेगी।