चक्रवात 'बिपरजॉय': गुजरात में रेड अलर्ट, सेना को तैयार रहने को कहा गया
चक्रवात 'बिपरजॉय' को लेकर गुजरात में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके गुरुवार को गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों और पाकिस्तान के तटों से टकराने की आशंका है। इस बीच गुजरात के तटीय इलाकों से कुल 47,000 लोग राहत शिविरों में भेजे गए हैं। राज्य में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 19 टीमें तैनात की गई हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों से बात कर हालात का जायजा लिया है।
इन जिलों से राहत शिविरों में भेजे गए लोग
गुजरात के जूनागढ़, कच्छ, जामनगर, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, गिर सोमनाथ और मोरबी से करीब 47,000 लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है। कच्छ में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने तटीय इलाकों में रह रहे लोगों के लिए बॉर्डर आउटपोस्ट में रहने की सुविधा प्रदान की है। जिन इलाकों में तूफान का असर होने वाला है, वहां से तकरीबन 4,000 होर्डिंग्स नीचे उतारे गए हैं। गुरुवार को द्वारकाधीश मंदिर भी बंद रखा जाएगा।
गृह मंत्री ने रद्द किया तेलंगाना दौरा
बिपरजॉय के कारण गृह मंत्री अमित शाह ने अपना तेलंगाना का दौरा रद्द कर दिया है। वे मंत्रालय में रहकर ही राहत और बचाव कार्य की निगरानी करेंगे। शाह कल तेलंगाना दौरे पर जाने वाले थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी तीनों सेना प्रमुखों के साथ बात की है। किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भारतीय सेना को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है।
शाह ने की उच्च स्तरीय बैठक
गृह मंत्री शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आज दोपहर उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें गृह राज्य मंत्री और चक्रवात से संभावित प्रभावित होने वाले 6 जिलों के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। शाह ने राज्य सरकार से संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की व्यवस्था करने और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य सेवा और पेयजल सहित सभी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
कल गुजरात और पाकिस्तान से टकराएगा बिपरजॉय
चक्रवात बिपरजॉय 15 जून को शाम को 4 से 8 बजे के बीच सौराष्ट्र, कच्छ और पाकिस्तान के हिस्सों से टकरा सकता है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट और मोरबी जिले में इस दौरान 125 से 145 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। जब ये चक्रवात सौराष्ट्र, कच्छ और पाकिस्तान से टकराएगा, तब इसकी गति 125 किलोमीटर प्रति घंटा रहने का अनुमान है।
कच्छ में स्कूल-कॉलेज बंद
चक्रवात का असर सौराष्ट्र और कच्छ में दिखाई देने लगा है। यहां तेज बारिश के साथ 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। कच्छ जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है और 3 दिनों के लिए सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कच्छ में अस्पतालों का दौरा किया। उन्होंने ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और क्रिटिकल केयर बेड की जानकारी ली।
कई राज्यों में होगा तूफान का असर
चक्रवात का असर देश के कई राज्यों में होने की आशंका है। गोवा के समुद्री तटों पर ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगी हैं। फिलहाल गोवा में लोगों के तटीय इलाकों में जाने पर रोक लगा दी गई है। मध्य प्रदेश में अगले 24 घंटे के दौरान शहडोल, जबलपुर, भोपाल और नर्मदापुरम जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। 16 जून को दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में 45-55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।