आज महाराष्ट्र से टकराएगा चक्रवात निसर्ग, 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
चक्रवात निसर्ग आज दिन में मुंबई से 100 किलोमीटर दूर अलीबाग में तट से टकराएगा। चक्रवात को देखते हुए महाराष्ट्र, गुजरात, दमन और दीव और दादर और नागर हवेली को हाई अलर्ट पर रखा गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई के लोगों से अगले दो दिन घरों में रहने को कहा है। निसर्ग पिछली एक सदी में मुंबई से टकराने वाला सबसे भीषण चक्रवात होगा। शहर में कुछ दिन के लिए बिजली गुल हो सकती है।
110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है हवाओं की गति
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, निसर्ग एक गंभीर चक्रवती तूफान में बदल सकता है। चक्रवात के तटीय इलाकों से टकराते समय भारी बारिश के साथ-साथ हवाओं की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटे रहने का अनुमान है। इस दौरान लहरों की ऊंचाई दो मीटर (छह फुट) तक पहुंच सकती है। ये स्थिति 12 घंटे तक रहेगी और 4 जून तक यह चक्रवात कमजोर पड़ जाएगा। इसके कमजोर पड़ने के बाद हवाओं की रफ्तार 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे रह जाएगी।
हजारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया
चक्रवात से बचाव के तौर पर महाराष्ट्र में लगभग 10,000 लोगों को निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है। वहीं गुजरात में भी तटीय इलाकों से 10,000 लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचा दिया गया है, वहीं अन्य 10,000 को निकाला जा रहा है। मुंबई के उपनगरों और पड़ोसी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। शहर में तटीय इलाकों के आसपास लोगों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
NDRF की 30 टीमों को किया गया तैनात
जिन इलाकों में चक्रवात टकराएगा, वहां राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 30 से अधिक टीमें तैनात कर दी गई हैं। NDRF की एक टीम में 45 जवान होते हैं। NDRF प्रमुख एसएन प्रधान ने बताया कि गुजरात ने पांच अतिरिक्त टीमों की मांग की है। राज्य में 15 टीमें तैनात रहेंगी और दो टीमें स्टैंडबाई पर रहेंगी। वहीं महाराष्ट्र में 10 NDRF टीमों को तैनात किया जाएगा और छह टीमें स्टैंडबाई पर रहेंगी।
कहां-कहां होगा निसर्ग का असर?
अनुमान लगाया जा रहा है कि मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिले चक्रवात के रास्ते में आएंगे। इन इलाकों में 4 जून तक भारी बारिश होने का अनुमान है। यहां मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
केंद्र ने राज्यों को दिया हरसंभव मदद का भरोसा
केंद्र सरकार ने चक्रवात निसर्ग से प्रभावित होने वाले सभी राज्यों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और दमन-दीव और दादर-नागर हवेली के प्रशासन से बातचीत की और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने भी विजय रुपाणी और उद्धव ठाकरे के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की और हरसंभव मदद का भरोसा दिया।
उद्धव ने कहा- बिजली कटने के लिए रहें तैयार
इस बीच उद्धव ठाकरे ने मुंबई के लोगों से दो दिन तक घरों में ही बंद रहने का आग्रह किया है। उन्होंने शहर से हवाएं टकराने पर लोगों से बिजली कटने के लिए तैयार रहने को कहा और सभी उपकरणों को चार्ज रखने और इमरजेंसी लाइट का इंतजाम करने की सलाह दी। उद्धव ने कहा, "तटीय इलाकों में अगले दो दिन महत्वपूर्ण हैं। जिन गतिविधियों की इजाजत दी गई थी, वे अगले दो दिन बंद रहेंगी।"
अम्फान से कमजोर, लेकिन खतरा बरकरार
किसी भी चक्रवात की गंभीरता को उनके दौरान चलने वाली हवाओं की रफ्तार से नापा जाता है। निसर्ग जिस समय तट से टकराएगा, उस वक्त हवाओं की रफ्तार 110 किमी प्रति घंटा रह सकती है। दूसरी तरफ पिछले महीने पश्चिम बंगाल में तबाही लाने वाले अम्फान के साथ 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थी। निसर्ग दूसरी श्रेणी का चक्रवात होगा, जबकि अम्फान चौथी श्रेणी में था।
कोरोना से जूझ रहे राज्यों के लिए आफत बनकर आएगा निसर्ग
महाराष्ट्र और गुजरात इस समय कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित हैं। संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र पहले और गुजरात चौथे स्थान पर है। ऐसे समय में निसर्ग दोनों राज्यों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है। दोनों राज्यों का ध्यान इस समय महामारी के संक्रमण को नियंत्रित करने पर है। ऐसी स्थिति में चक्रवात नई मुसीबत पैदा कर रहा है। चक्रवात की वजह से केरल, लक्षद्वीप, कर्नाटक और गोवा के कुछ हिस्सों में भी तेज बारिश होगी।