ठग किरण पटेल मामले में गुजरात सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने दिया पद से इस्तीफा
क्या है खबर?
गुजरात सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी हितेश पांड्या ने ठग किरण पटेल के मामले में शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
दरअसल, गुजरात के मुख्यमंत्री के कार्यालय में पिछले कई वर्षों से जन संपर्क अधिकारी (PRO) के पद पर तैनात हितेश के बेटे अमित पांड्या ठग की फर्जी टीम के सदस्य थे, जिसको लेकर काफी विवाद चल रहा था।
गौरतलब है कि पटेल को गिरफ्तार किया जा चुका है और उससे पूछताछ जारी है।
मामला
क्या है पूरा मामला?
पटेल पर आरोप है कि उसने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का एक वरिष्ठ अधिकारी बताकर जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों से मुलाकात करने के साथ-साथ नियंत्रण रेखा (LOC) के संवेदनशील स्थानों का दौरा किया था।
बतौर रिपोर्ट्स, पटेल ने खुद को PMO में रणनीति और अभियान शाखा का अतिरिक्त निदेशक बताया था, जिसके बाद उसे विशेष सुरक्षा दी गई थी।
उसने श्रीनगर के लाल चौक के पास सुरक्षाकर्मियों के साथ अपनी कुछ तस्वीरें भी शेयर की थीं।
इस्तीफा
अधिकारी ने अपने इस्तीफे में क्या कहा?
बतौर रिपोर्ट्स, हितेश ने कहा कि वह नहीं चाहते हैं कि प्रधानमंत्री कार्यालय और गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय की छवि धूमिल हो और इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
उन्होंने NDTV को पहले बताया था कि उनका बेटा अमित निर्दोष है और उन्हें उस पर भरोसा है कि वह गलत काम नहीं कर सकता।
गौरतलब है कि गुजरात भाजपा में सोशल मीडिया प्रभारी अमित को भी पार्टी से निलंबित किया जा चुका है।
मामला
अधिकारी का बेटा नहीं बनाया गया है आरोपी
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मामले में अमित को आरोपी नहीं बनाया है। अमित और उसके गुजराती साथी जय सीतापारा को पूरे मामले में सरकारी गवाह बना दिया गया है।
पुलिस ने पटेल को इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अमित और सीतापारा को छोड़ दिया गया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा था कि संभव है कि यह दोनों ठग के जाल में फंस गए थे।
खुलासा
कैसे हुआ था मामले का खुलासा?
पटेल अपनी फर्जी टीम के साथ बिना किसी संदेह के उच्च स्तरीय सुविधाओं का लाभ लेकर जम्मू-कश्मीर के तमाम स्थानों पर जा रहा था। इस दौरान उसने कई अधिकारियों से मुलाकात भी की थी। वह एक पांच सितारा लग्जरी होटल में भी ठहरा था।
वहीं संदेह होने पर खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस को इसके बारे में सचेत किया। इसके बाद 3 मार्च को श्रीनगर के होटल से उसे गिरफ्तार कर 16 मार्च को अदालत में पेश किया गया।