देश में शुरू हुआ 12-14 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन, कोर्बेवैक्स का हो रहा इस्तेमाल
देश में आज से 12 से 14 साल के बच्चों का कोविड वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। अभी तक देश में 15 साल या इससे अधिक उम्र के बच्चों और लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई जा रही थी। 12 से 14 साल के बच्चों को बायोलॉजिकल ई की कोर्बेवैक्स वैक्सीन लगाई जा रही है। बच्चों को वैक्सीन की दो खुराकें 28 दिन के अंतर पर लगाई जाएंगी। 15-18 साल के बच्चों को भारत बायोटेक की कोवैक्सिन लगाई जा रही है।
आधार कार्ड और स्कूल पहचान पत्र की मदद से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं बच्चे
वैक्सीनेशन शुरू होने के साथ ही कोविन प्लेटफॉर्म को 12 से 14 साल के बच्चों के लिए खोल दिया गया है। उनके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 15-18 साल के बच्चों की तरह ही है। वे आधार कार्ड की मदद से यहां रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, लेकिन अगर किसी बच्चे के पास आधार कार्ड नहीं है तो वह स्कूल के कक्षा 10 के अपने पहचान पत्र की मदद से भी रजिस्ट्रेशन कर सकता है।
16 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ था वैक्सीनेशन अभियान
बता दें कि भारत का वैक्सीनेशन अभियान 16 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ और पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई। 2 फरवरी को इसे फ्रंटलाइन कर्मचारियों के लिए खोल दिया गया। 1 मार्च से 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हुआ और मई की शुरुआत से 18 साल से ऊपर के सभी व्यस्कों को इसमें शामिल कर लिया गया।
इसी साल जनवरी में शुरू हुआ 15-18 साल आयुवर्ग का वैक्सीनेशन
वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने के लगभग एक साल बाद 3 जनवरी से देश में बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू हुआ। इस दिन से देश में 15 से 18 साल के बच्चों को भी वैक्सीन लगाई जा रही है। 10 जनवरी से अधिक जोखिम वाले समूहों को बूस्टर खुराक भी लगाई जा रही है। स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मचारियों और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को ये तीसरी खुराक लगाई जा रही है।
अभी तक कितने लोगों को लगाई जा चुकी है वैक्सीन?
देश में अब तक कोविड वैक्सीन की 1,80,54,64,933 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। इनमें से 18,92,143 खुराकें बीते दिन लगाई गई थीं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि 18 साल से अधिक उम्र के 91.16 करोड़ लोगों को पहली और 78.23 करोड़ लोगों को दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 2.15 करोड़ लाभार्थियों को बूस्टर खुराक लगाई जा चुकी है। 15-18 साल के 5.60 करोड़ बच्चों को पहली और 3.47 करोड़ को दूसरी खुराक लगाई जा चुकी है।
किन वैक्सीनों का हो रहा इस्तेमाल?
देश में अब तक आठ वैक्सीनों को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी जा चुकी है। इनमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड और कोवावैक्स, भारत बायोटेक की कोवैक्सिन, रूस की स्पूतनिक-V, बायोलॉजिकल-ई की कोर्बेवैक्स, मॉडर्ना की mRNA वैक्सीन, जॉनसन एंड जॉनसन की एक खुराक की वैक्सीन और जायडस कैडिला की DNA वैक्सीन शामिल हैं। हालांकि देश में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल कोविशील्ड और कोवैक्सिन का ही हो रहा है। स्पूतनिक-V की भी कुछ खुराकें लगाई गई हैं।