
केरल से महाराष्ट्र तक कोरोना वायरस के मामले बढ़े; दिल्ली में एडवाइजरी जारी, उत्तराखंड में अलर्ट
क्या है खबर?
देशभर में कोरोना वायरस एक बार फिर से पैर पसारने लगा है। गुजरात, हरियाणा, केरल और कर्नाटक समेत कई राज्यों में कोरोना वायरस के नए मामले सामने आए हैं।
बीते दिन गुजरात में 20, दिल्ली में 23, उत्तर प्रदेश में 4 और हरियाणा में 5 नए मामले सामने आए हैं।
फिलहाल देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 312 पर पहुंच गई है और 2 लोगों की मौत हो चुकी है।
मामले
किस राज्य में कितने सक्रिय मामले?
मौजूदा स्थिति के लिहाज से केरल सबसे ज्यादा प्रभावित है। कुल सक्रिय मामलों के 85 प्रतिशत से ज्यादा केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में हैं।
केरल 95 सक्रिय मामलों के साथ सूची में सबसे ऊपर है। इसके बाद तमिलनाडु में 66, महाराष्ट्र में 56, दिल्ली में 23, पुडुचेरी में 10, कर्नाटक में 13, और गुजरात में 33 मामले हैं।
बीते दिन अहमदाबाद में एक साथ 20 नए मामले सामने आए हैं।
दिल्ली
दिल्ली में एडवाइजरी जारी, उत्तराखंड में हाई अलर्ट
दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों को निर्देश देकर हर संक्रमित मरीज के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजने को कहा है।
सरकार ने अस्पतालों को बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, टेस्टिंग किट और वैक्सीन की उपलब्धता बनाए रखने का भी निर्देश दिया है। हालांकि, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
वहीं, उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने कई जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
वेरिएंट
नए वेरिएंट NB.1.8.1 से संक्रमित मिला एक मरीज
देश में कोरोना के नए वेरिएंट NB.1.8.1 से भी एक मरीज संक्रमित मिला है। वहीं, 4 मरीज LF.7 वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं।
भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में तमिलनाडु में NB.1.8.1 का एक मामला और मई में गुजरात में LF.7 के 4 मामले सामने आए।
बेंगलुरु में एक 9 महीने का बच्चा भी संक्रमित हो गया है। कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग ने भी एडवायजरी जारी कर लोगों से सतर्क रहने को कहा है।
JN.1 वेरिएंट
JN.1 वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता
बढ़ते मामलों के पीछे ओमिक्रॉन के JN.1 वेरिएंट को जिम्मेदार माना जा रहा है। इसकी वजह से कई एशियाई देशों में भी मामले बढ़ रहे हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने JN.1 को दिसंबर, 2023 में 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' घोषित किया था। यह वैरिएंट ज्यादा संक्रामक है, लेकिन पहले के वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा खतरनाक नहीं है।
ज्यादातर मामलों में हल्के लक्षण जैसे बुखार, खांसी, गले में खराश और शरीर में दर्द जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
WHO के अनुसार, JN.1 ओमिक्रॉन वेरिएंट के BA.2.86 सब-वेरिएंट से निकला है।
इसकी स्पाइक प्रोटीन में 41 म्यूटेशन हैं। यह पहले पाए गए XBB.1.5 और HV.1 वेरिएंट से अधिक खतरनाक है। इसका पहला मामला 2023 में यूरोप के लक्जमबर्ग में सामने आया था।
हालांकि, इस वेरिएंट से संक्रमित मरीजों में न तो गंभीर लक्षण देखे गए हैं और न ही मौतों में वृद्धि हुई है, लेकिन इसकी संक्रामकता ज्यादा है।