#NewsBytesExplainer: अनएकेडमी के अपने शिक्षक को बर्खास्त करने का विवाद क्या है और किसने क्या कहा?
इन दिनों एक शिक्षक की बर्खास्तगी को लेकर एड-टेक कंपनी 'अनएकेडमी' सुर्खियों में है। अनएकेडमी ने शिक्षक करण सांगवान को छात्रों से पढ़े-लिखे उम्मीदवारों को वोट देने की अपील करने के लिए बर्खास्त कर दिया है। इसके बाद से देश में इस मुद्दे को लेकर एक नई राजनीतिक बहस शुरू हो गई है। विपक्ष के कई नेताओं ने अनएकेडमी द्वारा शिक्षक सांगवान को बर्खास्त करने की आलोचना की है। आइए जानते हैं कि आखिर यह पूरा विवाद क्या है।
क्या है मामला?
शिक्षक करण सांगवान का 45 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह ऑनलाइन क्लास के दौरान छात्रों को सलाह दे रहे हैं कि उन्हें किसी पढ़े-लिखे उम्मीदवार को ही वोट देना चाहिए। इस वीडियो क्लिप के वायरल होने के बाद अनएकेडमी ने इसे अचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए सांगवान को बर्खास्त कर दिया है। इस मामले में कई विपक्षी नेता सांगवान के समर्थन में उतर आए हैं।
वायरल वीडियो में सांगवान क्या कह रहे हैं?
वायरल वीडियो में ऑनलाइन क्लास के दौरान सांगवान अपने छात्रों से कह रहे हैं, "एक बात याद रखो, अगली बार किसी को भी वोट दो तो किसी पढ़े-लिखे इंसान को देना, ताकि ये सब कुछ दोबारा जीवन में ना झेलना पड़े। ऐसे इंसान को चुनें जो पढ़ा-लिखा हो। चीजों को समझ सके। सिर्फ ऐसे इंसान को न चुनें, जिन्हें सिर्फ बदलना आता हो। नाम चेंज करना आता हो, इसलिए आप सही निर्णय लें।"
शिक्षक को बर्खास्त करने पर अनएकेडमी ने क्या कहा?
मामले में अनएकेडमी के सह-संस्थापक रोमन सैनी ने एक ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'हम एक शिक्षा मंच हैं, जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है। ऐसा करने के लिए हमने अपने सभी शिक्षकों के लिए एक सख्त आचार संहिता लागू की है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हमारे छात्रों तक निष्पक्ष ज्ञान पहुंचे। हम जो कुछ भी करते हैं, उसके केंद्र में हमारे शिक्षार्थी होते हैं।'
सांगवान ने किया आचार संहिता का उल्लंघन- रोमन
रोमन ने आगे लिखा, 'कक्षा व्यक्तिगत राय और विचार साझा करने की जगह नहीं है क्योंकि ये छात्रों को गलत तरीके से प्रभावित कर सकते हैं। वर्तमान स्थिति में हमें करण सांगवान को खुद से अलग करना पड़ा क्योंकि उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन किया।'
केजरीवाल ने मामले पर क्या कहा?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अनएकेडमी द्वारा शिक्षक सांगवान को बर्खास्त किये जाने पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'क्या पढ़े-लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना अपराध है? यदि कोई अनपढ़ है, व्यक्तिगत तौर पर मैं उसका सम्मान करता हूं, लेकिन जनप्रतिनिधि अनपढ़ नहीं हो सकते। ये साइंस और टेक्नोलॉजी का जमाना है। 21वीं सदी के आधुनिक भारत का निर्माण अनपढ़ जनप्रतिनिधि कभी नहीं कर सकते।'
कांग्रेस ने भी उठाए सवाल
कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अनएकेडमी के संस्थापक गौरव मुंजाल की एक सेल्फी ट्विटर पर साझा की। उन्होंने लिखा, 'जो लोग दबाव में झुक जाते हैं और धमकाए जाते हैं, वे कभी भी उन नागरिकों का पोषण करने में मदद नहीं कर सकते हैं, जो इस दुनिया में सभी बाधाओं के खिलाफ खड़े होते हैं। ऐसे रीढ़हीन और कमजोर लोगों को एक शिक्षा मंच चलाते हुए देखकर दुख होता है।'
शिवसेना (UTB) सांसद ने अएकेडमी पर साधा निशाना
शिवसेना (UTB) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विटर पर लिखा, 'साक्षर राजनेताओं को वोट दें कहना पक्षपातपूर्ण राय कैसे है? क्या यह राय युवा दिमागों पर सकारात्मक प्रभाव नहीं डालती है? शर्म की बात है। अगर इस विचार को व्यक्त करने मात्र से आपको किसी की नौकरी मिल जाती है, अनएकेडमी।' उन्होंने आगे लिखा, 'समझ में नहीं आता कि सभी को ऐसा क्यों लगा कि प्रोफेसर सांगवान की शिक्षित नेताओं पर राय मिस्टर सुप्रीम के बारे में थी।'
शिक्षक सांगवान ने विवाद पर क्या कहा?
विवाद के बाद शिक्षक सांगवान ने एक वीडियो जारी की है। इसमें उन्होंने कहा, "पिछले कुछ दिनों से एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके कारण मैं विवाद में हूं। इस विवाद के कारण मेरे कई छात्रों और मुझे बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।" उन्होंने कहा, "यह विवाद कैसे शुरू हुआ, किस वजह से शुरू हुआ, ये सारी चीजें विस्तार से बताने लिए 19 अगस्त को मैं अपने यूट्यूब चैनल 'लीगल पाठशाला' में एक वीडियो शेयर करूंगा।"
क्या है अनएकेडमी?
साल 2015 में गौरव मुंजाल ने रोमन सैनी और हेमेश सिंह के साथ मिलकर एड-टेक कंपनी अनएकेडमी की शुरुआत की थी। इसका मुख्यालय बेंगलुरू में है। यह कंपनी छात्रों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे JEE, NEET, UPSC, CA, GATE, NDA और CUET आदि की तैयारी करवाती है। कोरोना वायरस के काल में कंपनी की काफी ग्रोथ हुई। 2021 वित्तीय वर्ष में कंपनी का टर्नओवर 400 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था और इसमें काफी लोगों ने निवेश भी किया है।