NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / सरकार और किसानों के बीच फिर बेनतीजा रही वार्ता, अब 8 जनवरी को होगी अगली बैठक
    अगली खबर
    सरकार और किसानों के बीच फिर बेनतीजा रही वार्ता, अब 8 जनवरी को होगी अगली बैठक

    सरकार और किसानों के बीच फिर बेनतीजा रही वार्ता, अब 8 जनवरी को होगी अगली बैठक

    लेखन भारत शर्मा
    Jan 04, 2021
    06:56 pm

    क्या है खबर?

    कृषि कानूनों को निरस्त कराने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों और सरकार के बीच सोमवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई सातवें दौर की वार्ता बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई।

    वार्ता के शुरू होने से पहले विवाद का हल निकलने की उम्मीद लगाई जा रही थी, लेकिन किसानों के कानूनों को निरस्त करने की मांग पर अड़ने से बात नहीं बन पाई। अब 8 जनवरी को फिर से वार्ता होगी।

    विरोध

    क्या है किसानों के विरोध की वजह?

    मोदी सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए तीन कानून लेकर लाई है।

    इनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद के लिए व्यापारिक इलाके बनाने, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडारण सीमा खत्म करने समेत कई प्रावधान किए गए हैं।

    पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इनके जरिये सरकार मंडियों और MSP से छुटकारा पाना चाहती है।

    सहमति

    पिछली बैठक में बनी थी दो मुद्दों पर सहमति

    किसानों और सरकार के बीच अब तक सात दौर की वार्ता हो चुकी है। इनमें से छह दौर की वार्ता में कोई हल नहीं निकला।

    हालांकि, गत बुधवार को हुई छठे दौर की वार्ता में सरकार और किसानों के बीच पर्यावरण से संबंधित कानून और इलेक्ट्रिसिटी एक्ट पर सहमति बन गई थी।

    इसके बाद सोमवार को दो अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होनी थी, लेकिन किसान बैठक की शुरुआत में कृषि कानूनों को निरस्त कराने की मांग पर अड़ गए।

    शुरुआत

    बैठक की शुरुआत में दी आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि

    दोपहर करीब दो बजे शुरु हुई बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री पीयूष गोयल और सोम प्रकाश सहित 41 किसान संघों के प्रतिनिधियों ने आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी।

    इस दौरान सभी ने खड़े होकर दो मिनट का मौन रखा। इसके बाद किसानों की मांगों पर वार्ता शुरू हुई।

    सरकार ने सभी मुद्दों पर एक-एक कर वार्ता करने की बात कही, लेकिन किसानों ने कानूनों को निरस्त करने की मांग रख दी।

    स्पष्ट

    निरस्त नहीं किए जाएंगे कृषि कानून- सरकार

    बैठक में शामिल किसान नेता जोगिंदर सिंह उग्राहन ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि बैठक में सरकार ने किसानों से तीनों कानूनों पर बारीकी से चर्चा करने की बात कही।

    सरकार ने कहा कि कानूनों के एक-एक बिंदु पर चर्चा की जा सकती है, लेकिन इन्हें निरस्त नहीं किया जाएगा।

    इस पर किसानों ने कहा कि आंदोलन समाप्त करने का एकमात्र तरीका तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) गारंटी कानून बनाना है।

    जानकारी

    किसानों ने मंत्रियों के साथ नहीं खाया खाना

    सरकार के कानूनों को निरस्त करने से इनकार करने के बाद किसान नेता नाराज हो गए। यही कारण रहा कि लंच में उन्होंने मंत्रियों के साथ खाना न खाकर बाहर जाकर लंगर से आया खाना खाया। इससे किसानों को रुख साफ नजर आ गया।

    उम्मीद

    अगले दौर की वार्ता में निकल सकता है हल- तोमर

    बैठक के बाद कृषि मंत्री तोमर ने कहा, "बैठक का माहौल अच्छा था। हम तीनों कृषि कानूनों पर बिंदूवार चर्चा करना चाहते थे, लेकिन हम कोई निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सके। इसका कारण रहा कि किसान तीनों कानून को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए थे।"

    उन्होंने आगे कहा, "8 जनवरी को अगली बैठक होगी। किसानों का भरोसा सरकार पर है इसलिए अगली बैठक तय हुई है। उम्मीद है कि अगली वार्ता के दौरान हम कोई निष्कर्ष पर पहुंचेंगे।"

    बयान

    कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं- राकेश टिकैत

    सरकार के मंत्रियों के साथ वार्ता के बाद भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने कहा कि 8 जनवरी को सरकार के साथ फिर से मुलाकात होगी। इसमें तीनों कानूनों को वापस लेने पर और MSP के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।

    उन्होंने कहा कि उन्होंने सरकार को बता दिया है कि कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं।

    एक अन्य नेता ने कहा कि सरकार ने कानूनों पर निर्णय के लिए 8 जनवरी तक का समय मांगा है।

    चेतावनी

    संयुक्त किसान मोर्चा ने दी ट्रैक्टरों से दिल्ली कूच की चेतावनी

    इधर, संयुक्त किसान मोर्चा ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि यदि सरकार 26 जनवरी तक उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो उसके बाद देशभर से हजारों की संख्या में किसान अपने-अपने ट्रैक्टर लेकर दिल्ली कूच करेंगे।

    इधर, शाहजंहापुर बॉर्डर पर भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। रविवार को किसानों ने बेरिकेडिंग हटाकर दिल्ली की ओर बढ़ने का प्रयास किया था। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले दाग दिए।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    दिल्ली
    किसान
    किसान आंदोलन
    नरेंद्र सिंह तोमर

    ताज़ा खबरें

    अंकिता भंडारी हत्याकांड: वॉट्सऐप चैट ने कैसे खोले राज? कहा था- क्या 10,000 में बिक जाऊंगी?  उत्तराखंड
    हार्वर्ड विश्वविद्यालय जाने वालों के लिए ट्रंप प्रशासन का नया फरमान, जानिए क्या है मामला  डोनाल्ड ट्रंप
    IPL 2025, क्वालीफायर-2: PBKS बनाम MI मुकाबले की पिच रिपोर्ट, जानिए नरेंद्र मोदी स्टेडियम के आंकड़े  IPL 2025
    भारत के 'टाइगर मैन' वाल्मीक थापर का 73 वर्ष की आयु में निधन रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान

    दिल्ली

    कोरोना वायरस: देश में लगातार सातवें दिन 30,000 से कम नए मामले, 350 से कम मौतें भारत की खबरें
    कोरोना वायरस: आंध्र प्रदेश में रिकवरी रेट लगभग 99 प्रतिशत; अन्य राज्यों में क्या है हाल? भारत की खबरें
    सोमवार को भूख हड़ताल पर किसान, 25-27 दिसंबर तक हरियाणा के टोल नाके फ्री करेंगे हरियाणा
    कोरोना वायरस: देश में बीते दिन सामने आए 24,337 नए मामले, 333 मरीजों की मौत भारत की खबरें

    किसान

    प्रदर्शनों में हिस्सा लेकर पंजाब लौट रहे चार किसानों की अलग-अलग दुर्घटनाओं में मौत दिल्ली
    दिल्ली बॉर्डर पर डटे किसानों को हटाने संबंधी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज दिल्ली
    कृषि कानून: सुप्रीम कोर्ट ने कहा- समिति बनाकर चर्चा करें किसान और सरकार; अगली सुनवाई कल दिल्ली
    एक राज्य तक ही सीमित है किसान आंदोलन, जल्द होगा समाधान- कृषि मंत्री भारत की खबरें

    किसान आंदोलन

    पंजाब: किसानों ने 15 दिन के लिए स्थगित किया रेल रोको आंदोलन, सरकार को दी चेतावनी पंजाब
    NCR से दिल्ली तक चलने वाली मेट्रो को अगले आदेश तक निलंबित किया गया दिल्ली
    किसान आंदोलन पर ट्वीट को लेकर बढ़ी कंगना की मुश्किलें, भेजा गया लीगल नोटिस बॉलीवुड समाचार
    किसान आंदोलन: बैठक से पहले किसानों ने दी चेतावनी, कहा- सरकार के पास है आखिरी मौका महाराष्ट्र

    नरेंद्र सिंह तोमर

    जम्मू-कश्मीर में विकास का रोडमैप तैयार करने के लिए सरकार ने गठित किया मंत्रियों का समूह जम्मू-कश्मीर
    पहले सात महीनों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का मात्र 37 प्रतिशत पैसा हुआ खर्च लोकसभा
    कभी भी कानून का हिस्सा नहीं था न्यूनतम समर्थन मूल्य, अभी भी नहीं है- कृषि मंत्री नरेंद्र मोदी
    किसानों और सरकार के बीच बेनतीजा रही बैठक, गुरुवार को फिर होगी वार्ता पीयूष गोयल
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025